जशपुर : छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में ऑपरेशन शंखनाद के तहत पुलिस गौ तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी अभियान के तहत चौकी मनोरा पुलिस ने ग्रामीणों की सतर्कता और सहयोग से छह गौ वंशों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया.
झारखंड सीमा के पास हुई गिरफ्तारी : पुलिस की जानकारी के मुताबिक घटना 17 फरवरी सुबह की है, जब चौकी मनोरा क्षेत्र के ग्राम काटाबेल के सिलफिरि डेम के पास कुछ लोग गौवंशों को बेरहमी से पीटते हुए झारखंड की ओर ले जा रहे थे. ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की और दो आरोपियों को पकड़ लिया. उनके कब्जे से छह गौ वंशों को मुक्त कराया गया. पकड़े गए आरोपियों मे दिनेश टोप्पो (50 वर्ष), निवासी ग्राम धासमा पेरवाटोली, थाना आस्ता, लालदेव उराव (55 वर्ष), निवासी ग्राम धासमा पेरवाटोली, थाना आस्ता हैं.
धासमा गांव से खरीदी गए थे गौवंश : पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 6, 10 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11(1)(क)(घ) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने गौवंशों को ग्राम धासमा के एक व्यक्ति से खरीदा था और झारखंड ले जा रहे थे. पुलिस अब गौवंशों को बेचने वाले व्यक्ति की भूमिका की जांच कर रही है.
पुलिस की सतर्कता और ग्रामीणों के सहयोग से छह गौ वंशों को तस्करों के कब्जे से छुड़ाया गया है. दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया हैं-शशि मोहन सिंह, एसएसपी
अब तक 750 गौवंशों की बची जिंदगी : आपको बता दें कि अब तक ऑपरेशन शंखनाद के तहत 750 से अधिक गौवंशों को मुक्त कराया जा चुका है. इस अभियान को और तेज किया जाएगा ताकि जिले में गौ तस्करी को पूरी तरह रोकी जा सके
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