ETV Bharat / state

मुस्लिम कमेटी ने करवाया 8 गरीब जोड़ों का निकाह

मुस्लिम समाज ने कमेटी बनाकर समाज के गरीब तबके की बेटियों की जिम्मेदारी उठाई और मिलकर 8 जोड़ों का निकाह कराया

मुस्लिम कमेटी ने करवाया 8 गरीब जो़ड़ो का निकाह
author img

By

Published : Nov 1, 2019, 6:48 PM IST

Updated : Nov 1, 2019, 9:20 PM IST

राजनांदगांव: मुस्लिम समाज में गरीब तबके के लोगों को अपनी बेटियों की शादी के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, घर के हालात ऐसे नहीं थे कि धूमधाम से बेटियां की शादी कराई जा सके, लेकिन फिर समाज के लोगों ने नेक पहल करते हुए 8 जोड़ों का निकाह कराया. ये सभी आठ जोड़ें मुस्लिम समाज के गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं.

मुस्लिम कमेटी ने करवाया 8 गरीब जो़ड़ो का निकाह

दरअसल मुस्लिम समाज के गरीब परिवारों की बेटियों की शादी में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा था, कई गरीब परिवारों की परिस्थितियां ऐसी नहीं थी कि वे अपने बेटियों की शादी करवा सकें. ऐसे में समाज के वरिष्ठ लोगों ने एक कमेटी बनाकर शहर के ऐसे लोगों से संपर्क किया जो आर्थिक रूप से इस काम के लिए मदद कर सकते थे.

समाज के वरिष्ठ लोगों ने एक कमेटी बनाकर समाज के गरीब तबके के लोगों की बेटियों की शादी का बीड़ा उठाया, इसके लिए हर उस व्यक्ति के पास गए जो उनकी मदद कर सकते थे, देखते ही देखते कमेटी के लोगों को अच्छी खासी मदद मिलने लग गई.


8 जोड़ों का कराया निकाह
कमेटी के सदस्यों ने शहर के वरिष्ठ लोगों से मदद लेकर साथ ही समाज के लोगों से थोड़ा-थोड़ा चंदा इकट्ठा कर शहर के 8 गरीब परिवारों की बेटियों का निकाह कराया है शहर के 8 गरीब परिवार की बेटियां अब अलग-अलग राज्य में दुल्हन बन कर जा रही हैं.

नवजीवन के लिए दिए उपहार
शादी के बंधन में बनने वाले नव दंपत्ति को पूरे धूमधाम से विदा किया गया है नव दंपत्ति को नए जीवन की शुरुआत के लिए कमेटी और समाज के लोगों के और से उपहार भी दिए गए हैं जिससे वे अपने नए जीवन को सुखमय तरीके से शुरुआत कर सकें.


सोसाइटी बनाकर किया काम
इस मामले में समाज के वरिष्ठ अब्दुल करीम मनिहार का कहना है कि 'आला हजरत वेलफेयर सोसाइटी बनाकर समाज के लोगों ने ऐसे परिवारों के मदद के लिए रास्ता निकाला समाज के साथ शहर के वरिष्ठ लोगों से इस काम के लिए मदद ली और यह पहला साल है जब मुस्लिम समाज में सामूहिक निकाह का आयोजन किया गया है, इसमें 8 जोड़ों का निकाह कराया गया है जो आसपास के इलाके के गरीब परिवारों के घरों की बेटियां है.

राजनांदगांव: मुस्लिम समाज में गरीब तबके के लोगों को अपनी बेटियों की शादी के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, घर के हालात ऐसे नहीं थे कि धूमधाम से बेटियां की शादी कराई जा सके, लेकिन फिर समाज के लोगों ने नेक पहल करते हुए 8 जोड़ों का निकाह कराया. ये सभी आठ जोड़ें मुस्लिम समाज के गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं.

मुस्लिम कमेटी ने करवाया 8 गरीब जो़ड़ो का निकाह

दरअसल मुस्लिम समाज के गरीब परिवारों की बेटियों की शादी में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा था, कई गरीब परिवारों की परिस्थितियां ऐसी नहीं थी कि वे अपने बेटियों की शादी करवा सकें. ऐसे में समाज के वरिष्ठ लोगों ने एक कमेटी बनाकर शहर के ऐसे लोगों से संपर्क किया जो आर्थिक रूप से इस काम के लिए मदद कर सकते थे.

समाज के वरिष्ठ लोगों ने एक कमेटी बनाकर समाज के गरीब तबके के लोगों की बेटियों की शादी का बीड़ा उठाया, इसके लिए हर उस व्यक्ति के पास गए जो उनकी मदद कर सकते थे, देखते ही देखते कमेटी के लोगों को अच्छी खासी मदद मिलने लग गई.


8 जोड़ों का कराया निकाह
कमेटी के सदस्यों ने शहर के वरिष्ठ लोगों से मदद लेकर साथ ही समाज के लोगों से थोड़ा-थोड़ा चंदा इकट्ठा कर शहर के 8 गरीब परिवारों की बेटियों का निकाह कराया है शहर के 8 गरीब परिवार की बेटियां अब अलग-अलग राज्य में दुल्हन बन कर जा रही हैं.

नवजीवन के लिए दिए उपहार
शादी के बंधन में बनने वाले नव दंपत्ति को पूरे धूमधाम से विदा किया गया है नव दंपत्ति को नए जीवन की शुरुआत के लिए कमेटी और समाज के लोगों के और से उपहार भी दिए गए हैं जिससे वे अपने नए जीवन को सुखमय तरीके से शुरुआत कर सकें.


सोसाइटी बनाकर किया काम
इस मामले में समाज के वरिष्ठ अब्दुल करीम मनिहार का कहना है कि 'आला हजरत वेलफेयर सोसाइटी बनाकर समाज के लोगों ने ऐसे परिवारों के मदद के लिए रास्ता निकाला समाज के साथ शहर के वरिष्ठ लोगों से इस काम के लिए मदद ली और यह पहला साल है जब मुस्लिम समाज में सामूहिक निकाह का आयोजन किया गया है, इसमें 8 जोड़ों का निकाह कराया गया है जो आसपास के इलाके के गरीब परिवारों के घरों की बेटियां है.

Intro:राजनांदगांव मुस्लिम समाज में गरीब तबके के लोगों को अपनी बिटिया की शादी के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था घर के हालात ऐसे नहीं थे कि धूमधाम से बिटिया की शादी कराई जा सके लेकिन फिर समाज के चंद लोगों ने मिलकर एक ऐसी पहल की जिससे आज 8 जोड़ों का निकाह कराया गया है सभी आठ जोड़ें मुस्लिम समाज के गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं.


Body:दरअसल मुस्लिम समाज के गरीब परिवारों की बेटियों की शादी में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा था कई गरीब परिवारों की परिस्थितियां ऐसी नहीं थी कि वे अपने बेटियों की शादी करवा सके ऐसे समय में समाज के वरिष्ठ लोगों ने एक कमेटी बनाकर शहर के ऐसे लोगों से संपर्क किया जो आर्थिक रूप से इस काम के लिए मदद करें समाज के वरिष्ठ लोगों ने एक कमेटी बनाकर समाज के गरीब तबके के लोगों की बेटियों की शादी का बीड़ा उठाया इसके लिए हर उस व्यक्ति के पास गए जो उनकी मदद कर सकते थे देखते ही देखते कमेटी के लोगों को अच्छी खासी मदद मिलने लग गई.
8 जोड़ों का कराया निकाह
कमेटी के सदस्यों ने शहर के वरिष्ठ लोगों से मदद लेकर साथ ही समाज के लोगों से थोड़ा-थोड़ा चंदा इकट्ठा कर शहर के 8 गरीब परिवारों की बेटियों का निकाह कराया है शहर के 8 गरीब परिवार की बेटियां अब अलग-अलग राज्य में दुल्हन बन कर जा रही है.
नवजीवन के लिए दिए उपहार
शादी के बंधन में बनने वाले नव दंपत्ति को पूरे धूमधाम से विदा किया गया है नव दंपत्ति को नए जीवन की शुरुआत के लिए कमेटी और समाज के लोगों के द्वारा उपहार भी दिए गए हैं जिससे वे अपने नए जीवन को सुखमय तरीके से शुरुआत कर सके.


Conclusion:सोसाइटी बनाकर किया काम
इस मामले में समाज के वरिष्ठ अब्दुल करीम मनिहार का कहना है कि आला हजरत वेलफेयर सोसाइटी बनाकर समाज के लोगों ने ऐसे परिवारों के मदद के लिए रास्ता निकाला समाज के लोग सहित शहर के वरिष्ठ लोगों से इस काम के लिए मदद ली और यह पहला साल है जब मुस्लिम समाज में सामूहिक निकाह का आयोजन किया गया है इसमें 8 जोड़ों का निकाह कराया गया है जो आसपास के इलाके के गरीब परिवारों के घरों की बेटियां है.

बाइट अब्दुल करीम मनिहार
बाइट पिता
Last Updated : Nov 1, 2019, 9:20 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.