राजनांदगांव: मोखला गांव में मनरेगा में काम कर रहे मजदूरों की मजदूरी में प्रतिदिन के हिसाब से 50 रुपए कटौती करने की शिकायत मिली है. मजदूरी में कटौती से आक्रोशित मजदूरों ने शनिवार को कार्यस्थल पर जमकर हंगामा करने के साथ ही इंजीनियर और रोजगार सहायिका का घेराव भी किया.
कोरोना महामारी के बीच मोखला गांव में मनरेगा के तहत तालाब गहरीकरण का काम चल रहा है. यहां पर गांव के मजदूर काम कर रहे हैं. मजदूरों ने बताया कि, मनरेगा के गाइड लाइन के अनुसार गोदी का काम करने के बाद भी मजदूरी में कटौती की गई है.
मजदूरों ने बताया कि इंजीनियर और रोजगार सहायिका ने मजदूरी कटौती के संबंध में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी थी. जिससे नाराज मजदूरों ने जमकर हंगामा किया, इस दौरान मौैके पर मौैजूद अफसरों से उनकी जमकर हाथापाई हुई.
200 मजदूर कर रहे काम
रोजगार गारंटी योजना के तहत गांव में करीब 200 मजदूर तालाब गहरीकरण के काम में लगे हुए हैं. मई महीने के तीसरे हफ्ते की मजदूरी में प्रति मजदूर का प्रतिदिन 50 रुपए की कटौती की गई है. सभी मजदूरों के मजदूरी में एक साथ कटौती से मजदूरों में काफी आक्रोश है.
बता दें कि 12 बाई 12 के मापदंड़ के अनुसार काम करने पर एक गोदी में काम करने वाले दो मजदूरों को प्रति मजदूर 190 रुपए के हिसाब से 380 रुपए का भुगतान होता है.
मजदूरों के खिलाफ शिकायत
मजदूरी कटौती से आक्रोशित मजदूरों पर रोजगार सहायिका आरती मंडावी और जनपद पंचायत के इंजीनियर संजय हेड़ऊ से धक्का मुक्की करने का आरोप लगा है. दोनों अधिकारियों ने इसकी शिकायत सुरगी चौकी में की है.
मजदूरों पर होगी कार्रवाई
इस संबंध में सुरगी चौकी प्रभारी शक्ति सिंह ने बताया कि इंजीनियर और रोजगार सहायिका ने मजदूरों पर धक्का-मुक्की करने की शिकायत की है. शिकायत पर मजदूर किरण साहू, ज्योति, यशोदा, भारती, अंगद साहू, हरिशचन्द्र साहू, प्रीतम साहू और अन्य के खिलाफ शिकायत की गई है. उन्होंने कहा कि शिकायत पर जांच शुरु कर दी गई है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
जांच की जाएगी
इस मामले में जनपद पंचायत सीईओ जीएस कवर का कहना है कि मोखला में मनरेगा मजदूरों के मजदूरी में कटौती होने से हंगामा करने की जानकारी मिली है. मापदंड़ के अनुसार गोदी खनन नहीं करने पर कटौती हुई होगी. सीईओ ने इस मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है.