खैरागढ़/राजनांदगांव: कोरोना की वैश्विक महामारी के बीच राजनांदगांव जिले में जीवन रक्षक वस्तुओं की लगातार किल्लत देखी जा रही है. स्वस्थ होने और जान बचाने की जद्दोजहद में जिलेवासी हर रोज समस्याओं से दो-चार हो रहे हैं. पहले से ही कोरोना से गंभीर मरीजों के उपचार के लिए, वेंटिलेटर बेड और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी चर्चा का विषय बनी हुई है. इस बीच अब कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई, ऑक्सीजन फ्लो मीटर और ऑक्सीजन मास्क किट की कमी एक बड़ी अड़चन बन रही है. बड़े शहरों में ही ऑक्सीजन फ्लो मीटर और ऑक्सीजन मास्क किट उपलब्ध नहीं हो पा रहा है.
फ्लो मीटर और मास्क किट की कमी
जिलेवासियों की सहायता में जुटे संघ के अध्यक्ष कमलेश कुमार गिड़िया, मंत्री महावीर छाजेड़ और विजय जैन ने बताया कि, वर्तमान में ऑक्सीजन सप्लाई के जनसेवा रूपी कार्य के बीच ऑक्सीजन फ्लो मीटर और ऑक्सीजन मास्क किट की कमी परेशानी पैदा कर रही है. खैरागढ़ अंचल में रोजाना जरूरत के मुताबिक ऑक्सीजन सिलेंडर जरूरतमंदों को मुहैया कराया जा रहा है. प्रतिदिन 20 से 25 सिलेंडर रसमड़ा पावर प्लांट से रिफिलिंग कर नि:शुल्क मरीजों के लिए दी जा रही है. लेकिन इस सेवा कार्य के बीच में ऑक्सीजन फ्लो मीटर बार-बार टूट जा रहा है. वहीं प्रत्येक मरीज को नया ऑक्सीजन मास्क किट उपलब्ध कराना पड़ रहा है. इन परिस्थितियों में सेवा देने में तमाम मुश्किलें आ रही हैं. उन्होंने बताया कि बड़े शहरों में भी ये दोनों संसाधन असानी से उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं.
दुर्ग में आसमान छू रहे ऑक्सीजन सिलेंडर के दाम
ऑक्सीजन सप्लाई के लिए जरूरी फ्लो मीटर
ऑक्सीजन फ्लो मीटर जो ऑक्सीजन सप्लाई के लिए बेहद जरूरी है. फ्लो मीटर नहीं मिलने से लोगों को काफी दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है. कमलेश कुमार ने बताया कि पूर्व में इसकी कीमत 700 से 800 रुपए तक थी. लेकिन अब 15 सौ से 2 हजार रुपए में भी यह उपलब्ध नहीं हो पा रही है. वहीं ऑक्सीजन मास्क किट की भी भारी किल्लत देखी जा रही है. पूर्व में 50 रुपए तक सहज मिलने वाला ऑक्सीजन मास्क किट, अब 100 रुपए में भी नहीं मिल रहा है.