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राजनांदगांव: संक्रमित मरीजों की मौत के बाद भी शव देने में लेटलतीफी, परिजन हो रहे परेशान

राजनांदगांव में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. संक्रमित मरीजों की मौत के बाद उनके शव को परिजनों को सौंपने में स्वास्थ विभाग आनाकानी कर रहा है, ऐसी स्थिति में परिजनों के बीच में भी आक्रोश है. हालात यह है कि संक्रमित मरीजों के शव का अंतिम संस्कार करने में 3 से 4 दिन तक का समय लग रहा है. बावजूद इसके स्वास्थ विभाग किसी भी तरह की की कोई पहल नहीं कर पा रहा है.

death of infected patients in rajnandgaon
शव देने में लेटलतीफी
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Published : Sep 11, 2020, 3:18 PM IST

राजनांदगांव: जिले में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार बड़ी संख्या में रोजाना संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. वहीं मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. अबतक के 36 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन संक्रमित मरीजों की मौत के बाद उनके शव परिजनों को सौंपने में स्वास्थ विभाग काफी आनाकानी कर रहा है, ऐसी स्थिति में परिजनों के बीच में भी आक्रोश है.

बता दें कि संक्रमित मरीज की मौत के बाद कोरोना वायरस प्रोटोकॉल के तहत शव का अंतिम संस्कार किया जाना है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग के पास अमले की कमी के चलते परिजनों को शव देने में लेटलतीफी की जा रही है. इस बात को लेकर के लगातार लोगों में आक्रोश की स्थिति है. बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग ने अब तक अपनी व्यवस्था नहीं संभाली है. हालात यह है कि संक्रमित मरीजों के शव का अंतिम संस्कार करने में 3 से 4 दिन तक का समय लग रहा है. बावजूद इसके स्वास्थ विभाग किसी भी तरह की की कोई पहल नहीं कर पा रहा है.

पढ़ें- 600 साल पुरानी बस्तरिया परंपरा पर संकट, ग्रामीणों ने रथ के लिए लकड़ी देने से किया इंकार

प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत
इस मामले में जिला अध्यक्ष मधुसूदन यादव का कहना है कि जिला प्रशासन को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए और स्थिति को बेहतर करने के लिए प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसी भी परिवार के लिए अंतिम संस्कार बेहद मार्मिक क्षण होता है. परिजनों को इसके लिए भी तकलीफ आए तो प्रशासन के लिए शर्म की बात है. दूसरी ओर इस मामले में CMHO मिथिलेश चौधरी का कहना है कि लगातार स्वास्थ्य विभाग का अमला व्यवस्था बनाने में लगा हुआ है, जल्दी सब कुछ दुरुस्त होगा.

राजनांदगांव: जिले में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार बड़ी संख्या में रोजाना संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. वहीं मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. अबतक के 36 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन संक्रमित मरीजों की मौत के बाद उनके शव परिजनों को सौंपने में स्वास्थ विभाग काफी आनाकानी कर रहा है, ऐसी स्थिति में परिजनों के बीच में भी आक्रोश है.

बता दें कि संक्रमित मरीज की मौत के बाद कोरोना वायरस प्रोटोकॉल के तहत शव का अंतिम संस्कार किया जाना है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग के पास अमले की कमी के चलते परिजनों को शव देने में लेटलतीफी की जा रही है. इस बात को लेकर के लगातार लोगों में आक्रोश की स्थिति है. बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग ने अब तक अपनी व्यवस्था नहीं संभाली है. हालात यह है कि संक्रमित मरीजों के शव का अंतिम संस्कार करने में 3 से 4 दिन तक का समय लग रहा है. बावजूद इसके स्वास्थ विभाग किसी भी तरह की की कोई पहल नहीं कर पा रहा है.

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प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत
इस मामले में जिला अध्यक्ष मधुसूदन यादव का कहना है कि जिला प्रशासन को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए और स्थिति को बेहतर करने के लिए प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसी भी परिवार के लिए अंतिम संस्कार बेहद मार्मिक क्षण होता है. परिजनों को इसके लिए भी तकलीफ आए तो प्रशासन के लिए शर्म की बात है. दूसरी ओर इस मामले में CMHO मिथिलेश चौधरी का कहना है कि लगातार स्वास्थ्य विभाग का अमला व्यवस्था बनाने में लगा हुआ है, जल्दी सब कुछ दुरुस्त होगा.

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