ETV Bharat / state

राजनांदगांव: डोंगरगढ़-महाराष्ट्र अंतर्राज्यीय मार्ग निर्माण का मुद्दा संसद में उठा

गुरुवार को लोकसभा में अपने संसदीय क्षेत्र डोंगरगढ़ से महाराष्ट्र को जोड़ने वाली अंतर्राज्यीय मार्ग के निर्माण पर सांसद संतोष पांडेय ने संसद में अपनी बात रखी.

santosh pandey sansad news recent
संसद संतोष पांडेय
author img

By

Published : Dec 5, 2019, 7:14 PM IST

Updated : Dec 5, 2019, 7:33 PM IST

राजनांदगांव: सांसद संतोष पांडेय ने गुरुवार को लोकसभा में अपने संसदीय क्षेत्र डोंगरगढ़ से महाराष्ट्र को जोड़ने वाली अंतर्राज्यीय मार्ग के निर्माण पर संसद में अपनी बात रखी.

डोंगरगढ़-महाराष्ट्र अंतर्राज्यीय मार्ग निर्माण का मुद्दा संसद में उठा

पांडेय ने लोकसभा अध्यक्ष और सभा का ध्यानाकर्षण करते हुए कहा कि, 'डोंगरगढ़ में विराजमान मां बम्लेश्वरी मंदिर पूरे देश में विख्यात है. इस मंदिर में दर्शन करने के लिए विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु हर साल यहां आते हैं. खासकर महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और आस-पास के राज्य से चैत्र और शारदीय नवरात्री में लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां दर्शन करने के लिए आते हैं.'

उन्होंने कहा कि, 'डोंगरगढ़ और बोरतलाव को जोड़ने वाली अंतर्राज्यीय मार्ग जो महाराष्ट्र को छत्तीसगढ़ से जोड़ती है. यह सड़क 15.03 किलोमीटर है जिसके लिए डोंगरगढ़ लोक निर्माण विभाग ने 744.63 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति ग्रामीण विकास मंत्रालय ने दी थी, लेकिन अलग-अलग भौगोलिक स्थिति, मिट्टी, असमतल स्थान और मिट्टी-गिट्टी होने के कारण और ज्यादा यातायात होने के कारण पुनारक्षित प्रकरण के तहत 1392.69 लाख रुपये की स्वीकृति लंबित है.'

धनराशि में देरी होने से हो रही दिक्कत
इस धनराशि में देरी होने से इस सड़क के निर्माण कार्य में देरी हो रही है. इस संदर्भ में उन्होंने इस धनराशि को जल्द स्वीकृति प्रदान करने की बात संसद में रखते हुए कहा कि, डोंगरगढ़ धर्म नगरी होने के साथ-साथ पर्यटन की दृष्टि से भी एक प्रमुख स्थान है. सड़क के अधूरे कार्य की वजह से यहां श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए इसके निर्माण के लिए बकाया राशि को जल्द प्रदान करने और निर्माण कार्य को जितनी जल्दी हो सके पूरा करने के लिए उन्होंने सदन में अपनी बात रखी.

राजनांदगांव: सांसद संतोष पांडेय ने गुरुवार को लोकसभा में अपने संसदीय क्षेत्र डोंगरगढ़ से महाराष्ट्र को जोड़ने वाली अंतर्राज्यीय मार्ग के निर्माण पर संसद में अपनी बात रखी.

डोंगरगढ़-महाराष्ट्र अंतर्राज्यीय मार्ग निर्माण का मुद्दा संसद में उठा

पांडेय ने लोकसभा अध्यक्ष और सभा का ध्यानाकर्षण करते हुए कहा कि, 'डोंगरगढ़ में विराजमान मां बम्लेश्वरी मंदिर पूरे देश में विख्यात है. इस मंदिर में दर्शन करने के लिए विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु हर साल यहां आते हैं. खासकर महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और आस-पास के राज्य से चैत्र और शारदीय नवरात्री में लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां दर्शन करने के लिए आते हैं.'

उन्होंने कहा कि, 'डोंगरगढ़ और बोरतलाव को जोड़ने वाली अंतर्राज्यीय मार्ग जो महाराष्ट्र को छत्तीसगढ़ से जोड़ती है. यह सड़क 15.03 किलोमीटर है जिसके लिए डोंगरगढ़ लोक निर्माण विभाग ने 744.63 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति ग्रामीण विकास मंत्रालय ने दी थी, लेकिन अलग-अलग भौगोलिक स्थिति, मिट्टी, असमतल स्थान और मिट्टी-गिट्टी होने के कारण और ज्यादा यातायात होने के कारण पुनारक्षित प्रकरण के तहत 1392.69 लाख रुपये की स्वीकृति लंबित है.'

धनराशि में देरी होने से हो रही दिक्कत
इस धनराशि में देरी होने से इस सड़क के निर्माण कार्य में देरी हो रही है. इस संदर्भ में उन्होंने इस धनराशि को जल्द स्वीकृति प्रदान करने की बात संसद में रखते हुए कहा कि, डोंगरगढ़ धर्म नगरी होने के साथ-साथ पर्यटन की दृष्टि से भी एक प्रमुख स्थान है. सड़क के अधूरे कार्य की वजह से यहां श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए इसके निर्माण के लिए बकाया राशि को जल्द प्रदान करने और निर्माण कार्य को जितनी जल्दी हो सके पूरा करने के लिए उन्होंने सदन में अपनी बात रखी.

Intro:राजनांदगांव. सांसद संतोष पाण्डेय ने आज लोकसभा में अपने संसदीय क्षेत्र अंतर्गत छत्तीसगढ़ की धर्म नगरी डोंगरगढ़ से महाराष्ट्र को जोड़ने वाली अन्तर्राज्यीय मार्ग के निर्माण पर संसद में अपनी बात रखी.

Body:पाण्डेय ने लोकसभा अध्यक्ष और सभा का ध्यानाकर्षण करते हुए कहा कि डोंगरगढ़ में विराजमान माँ बमलेश्वरी मंदिर पूरे देश में विख्यात है. इस मंदिर में दर्शन करने के लिए विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु प्रतिवर्ष यहाँ आते हैं. खासकर महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और आस-पास के राज्य से चैत्र व शारदीय नवरात्री में लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहाँ दर्शन करने के लिए आते हैं.

उन्होंने कहा कि डोंगरगढ़ और बोरतलाव को जोड़ने वाली अन्तर्राज्यीय मार्ग जो महाराष्ट्र को छत्तीसगढ़ से जोड़ती है. यह सड़क 15.03 किलोमीटर है जिसके लिए डोंगरगढ़ लोक निर्माण विभाग द्वारा 744.63 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा दी गई थी, लेकिन भिन्न भौगोलिक स्थिति, मिट्टी, असमतल स्थान एवं मिट्टी-गिट्टी होने के कारण तथा अधिक यातायात होने के कारण पुनारक्षित प्रकरण के तहत 1392.69 लाख रुपये की स्वीकृति लंबित है.

Conclusion:यह धनराशि लंबित होने के कार्य इस सड़क के निर्माण कार्य में विलंब हो रहा है . इस सन्दर्भ में उन्होंने इस धनराशि को जल्द स्वीकृति प्रदान करने की बात संसद में रखते हुए कहा कि डोंगरगढ़ धर्म नगरी होने के साथ-साथ पर्यटन की दृष्टि से भी एक प्रमुख स्थान है. यहाँ आस-पास बहुत से पर्यटन स्थल हैं जहाँ सैलानी घुमने आते हैं. सड़क के अधूरे कार्य की वजह से यहाँ श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है इसलिए इसके निर्माण हेतु बकाया राशि को जल्द प्रदान करने व निर्माण कार्य को जितनी जल्दी हो सके पूरा करने के लिए उन्होंने सदन में अपनी बात रखी.
Last Updated : Dec 5, 2019, 7:33 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.