ETV Bharat / state

प्रतिबंध के बाद भी धड़ल्ले से बिक रहे थे ये इंजेक्शन, टीम ने दी दबिश तो उड़ गए होश

फूड एवं सेफ्टी विभाग की टीम ने खुशी किराना दुकान में छापामारी करते हुए 16 इंजेक्शन जब्त किए हैं.

फूड एवं सेफ्टी विभाग टीम ने दी दबिश
author img

By

Published : Aug 9, 2019, 9:40 AM IST

Updated : Aug 9, 2019, 9:23 PM IST

राजनांदगांव : शहर के जमातपारा स्थित खुशी किराना दुकान में प्रतिबंधित ऑक्सीटॉसिन का इंजेक्शन खुलेआम बेचा जा रहा था. मुखबिर की सूचना पर फूड एवं सेफ्टी विभाग की टीम ने मौके पर छापामारी करते हुए 16 इंजेक्शन जब्त किए हैं. जब्त किए गए इंजेक्शन को प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया है.

दुकान पर छापेमार कार्रवाई

जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में दोषी के खिलाफ न्यायालय में परिवाद दायर किया जाएगा. दरअसल, फूड एंड सेफ्टी विभाग की टीम ने जांच के दौरान पाया कि ऑक्सीटॉसिन की खरीदी बिक्री में भिलाई के एक सेल्समैन का हाथ है. इस बीच औषधि विभाग ने इस प्रतिबंधित दवाई का मुख्य रूप से निर्माण करने वाले दुर्ग निवासी विवेक गुप्ता के घर पर टीम के साथ आरोपी के रामनगर स्थित मकान में दबिश देकर भारी मात्रा में ऑक्सीटॉसिन इंजेक्शन बनाने के सामान जब्त किए गए हैं.

पढ़ें : घर पर पत्थर बरसने की कहानी न पुलिस के गले उतरी, न हमारे और न आपके

सैंपल रायपुर भेजा गया
इस मामले में असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर संजय झाड़ेकर का कहना है कि मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की गई है. मौके पर ऑक्सीटॉसिन के 2 इंजेक्शन मंगवाए गए, जिसकी टेस्टिंग के बाद टीम ने छापामार करते हुए 16 इंजेक्शन जब्त किए हैं.

कार्रवाई को लेकर उठ रहे सवाल
खुशी किराना स्टोर में छापामारी जिस महिला ने ऑक्सीटोसिन का इंजेक्शन उपलब्ध कराया था. उक्त महिला पर कार्रवाई नहीं की गई. इस मामले में विभाग ने खुशी किराना स्टोर के संचालक भोला यादव पर कार्रवाई की है. वहीं मौके से तकरीबन 100 इंजेक्शन की खेप जब्त किए गए हैं, हालांकि विभाग केवल 16 इंजेक्शन जब्त किए जाने की बात कह रहा है.

मानव शरीर के लिए बेहद घातक
बता दें कि प्रतिबंधित ऑक्सीटॉसिन इंजेक्शन मानव शरीर के लिए बेहद ही घातक है. ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन पशुओं में दूध को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इंजेक्शन के उपयोग से पशुओं को भी काफी तकलीफ का सामना करना पड़ता है. इस इंजेक्शन के लगने के बाद उनके हारमोंस में बदलाव आते हैं, जिसके चलते पशुओं में दूध देने की मात्रा बढ़ जाती है, लेकिन इस दूध का सेवन करने पर मनुष्यों में भी हार्मोनअल बदलाव होते हैं, जो कि खासकर तौर पर शिशुओं के लिए बेहद घातक साबित होते हैं. केंद्र सरकार ने इस इंजेक्शन के हानिकारक प्रभाव को देखते हुए इसके विक्रय वितरण और निर्माण पर रोक लगा दी है.

राजनांदगांव : शहर के जमातपारा स्थित खुशी किराना दुकान में प्रतिबंधित ऑक्सीटॉसिन का इंजेक्शन खुलेआम बेचा जा रहा था. मुखबिर की सूचना पर फूड एवं सेफ्टी विभाग की टीम ने मौके पर छापामारी करते हुए 16 इंजेक्शन जब्त किए हैं. जब्त किए गए इंजेक्शन को प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया है.

दुकान पर छापेमार कार्रवाई

जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में दोषी के खिलाफ न्यायालय में परिवाद दायर किया जाएगा. दरअसल, फूड एंड सेफ्टी विभाग की टीम ने जांच के दौरान पाया कि ऑक्सीटॉसिन की खरीदी बिक्री में भिलाई के एक सेल्समैन का हाथ है. इस बीच औषधि विभाग ने इस प्रतिबंधित दवाई का मुख्य रूप से निर्माण करने वाले दुर्ग निवासी विवेक गुप्ता के घर पर टीम के साथ आरोपी के रामनगर स्थित मकान में दबिश देकर भारी मात्रा में ऑक्सीटॉसिन इंजेक्शन बनाने के सामान जब्त किए गए हैं.

पढ़ें : घर पर पत्थर बरसने की कहानी न पुलिस के गले उतरी, न हमारे और न आपके

सैंपल रायपुर भेजा गया
इस मामले में असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर संजय झाड़ेकर का कहना है कि मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की गई है. मौके पर ऑक्सीटॉसिन के 2 इंजेक्शन मंगवाए गए, जिसकी टेस्टिंग के बाद टीम ने छापामार करते हुए 16 इंजेक्शन जब्त किए हैं.

कार्रवाई को लेकर उठ रहे सवाल
खुशी किराना स्टोर में छापामारी जिस महिला ने ऑक्सीटोसिन का इंजेक्शन उपलब्ध कराया था. उक्त महिला पर कार्रवाई नहीं की गई. इस मामले में विभाग ने खुशी किराना स्टोर के संचालक भोला यादव पर कार्रवाई की है. वहीं मौके से तकरीबन 100 इंजेक्शन की खेप जब्त किए गए हैं, हालांकि विभाग केवल 16 इंजेक्शन जब्त किए जाने की बात कह रहा है.

मानव शरीर के लिए बेहद घातक
बता दें कि प्रतिबंधित ऑक्सीटॉसिन इंजेक्शन मानव शरीर के लिए बेहद ही घातक है. ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन पशुओं में दूध को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इंजेक्शन के उपयोग से पशुओं को भी काफी तकलीफ का सामना करना पड़ता है. इस इंजेक्शन के लगने के बाद उनके हारमोंस में बदलाव आते हैं, जिसके चलते पशुओं में दूध देने की मात्रा बढ़ जाती है, लेकिन इस दूध का सेवन करने पर मनुष्यों में भी हार्मोनअल बदलाव होते हैं, जो कि खासकर तौर पर शिशुओं के लिए बेहद घातक साबित होते हैं. केंद्र सरकार ने इस इंजेक्शन के हानिकारक प्रभाव को देखते हुए इसके विक्रय वितरण और निर्माण पर रोक लगा दी है.

Intro:राजनांदगांव. शहर के जमात पारा इलाके में स्थित खुशी किराना दुकान में प्रतिबंधित ऑक्सीटॉसिन का इंजेक्शन खुलेआम बेचा जा रहा था मुखबिर की सूचना पर फूड एवं सेफ्टी विभाग की टीम ने मौके पर कार्रवाई करते हुए 16 इंजेक्शन जप्त किए हैं बता दें कि ऑक्सीटॉसिन के इंजेक्शन का पशु और मानव शरीर पर हानिकारक प्रभाव को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंधित लगाया गया है बावजूद इसके बीच शहर मौत का सामान बेचने का कारोबार धड़ल्ले से किया जा रहा था.


Body:सीएमएचओ दफ्तर से महज 200 कदम दूर मौत का सामान बेचा जा रहा था जमात पारा स्थित खुशी किराना स्टोर में प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की खुलेआम बिक्री की जा रही थी मुखबिर की सूचना पर फूड एवं सेफ्टी विभाग के कर्मचारी ने ग्राहक बनकर ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की डिमांड की जिसे खुशी किराना दुकान में एक महिला ने बिना किसी रोक-टोक के दिया इसके बाद इंजेक्शन की जांच पड़ताल करते ही टीम ने मौके पर दबिश देते हुए 16 इंजेक्शन जप्त किए हैं जप्त किए गए इंजेक्शन को प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जा रहा है जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में दोषी भोला यादव के खिलाफ न्यायालय में परिवाद दायर किया जाएगा.
भिलाई से होती थी सप्लाई
फूड एंड सेफ्टी विभाग की टीम ने जांच के दौरान पाया कि ऑक्सीटॉसिन की खरीदी बिक्री में भिलाई के एक सेल्समैन का हाथ है इस बीच औषधि विभाग ने इस प्रतिबंधित दवाई का मुख्य रूप से निर्माण करने वाले दुर्ग निवासी विवेक गुप्ता के घर पर विभाग के दुर्ग की टीम के साथ आरोपी के रामनगर स्थित मकान में दबिश देकर भारी मात्रा में ऑक्सीटॉसिन इंजेक्शन बनाने के सामान जप्त किए हैं.
मानव शरीर के लिए बेहद घातक
प्रतिबंधित ऑक्सीटॉसिन इंजेक्शन मानव शरीर के लिए बेहद घातक है बता दें कि ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन पशुओं में दूध को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है इस इंजेक्शन का उपयोग पशुओं में करने से पशुओं को भी काफी तकलीफ का सामना करना पड़ता है क्योंकि उनमें इस इंजेक्शन के लगने के बाद उनके हारमोंस में बदलाव आते हैं जिसके चलते पशुओं में दूध देने की मात्रा बढ़ जाती है लेकिन इस दूध का सेवन करने पर मनुष्यों में भी हार्मोनअल बदलाव होते हैं जो कि खासकर तौर पर शिशुओं के लिए बेहद घातक साबित होते हैं. केंद्र सरकार ने इस इंजेक्शन के हानिकारक प्रभाव को देखते हुए इसके विक्रय वितरण और निर्माण पर रोक लगा दी है.
कार्रवाई को लेकर उठ रहे सवाल
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खुशी किराना स्टोर में जब छापामार कार्रवाई की गई तो मौके पर एक महिला ने ऑक्सीटोसिन का इंजेक्शन उपलब्ध कराया था बावजूद इसके उक्त महिला पर कार्रवाई नहीं की गई इस मामले में विभाग ने खुशी किराना स्टोर के संचालक भोला यादव पर कार्रवाई की है वही मौके से तकरीबन 100 इंजेक्शन की खेप जप्त की गई है हालांकि विभाग केवल 16 इंजेक्शन जप्त किए जाने की बात कह रहा है.


Conclusion:सैंपल रायपुर भेजा गया
इस मामले में असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर संजय झाड़ेकर का कहना है कि मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की गई है मौके पर ऑक्सीटॉसिन के 2 इंजेक्शन मंगवाए गए जिसकी टेस्टिंग के बाद टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए 14 इंजेक्शन मौके पर खुशी किराना स्टोर से जप्त किए हैं जप्त किए गए इंजेक्शन के सैंपल जांच के लिए रायपुर भेज दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार से उक्त इंजेक्शन का निर्माण विक्रय पूरी तरीके से प्रतिबंधित है उन्होंने बताया कि इसके उपयोग से पशुओं के साथ मानव शरीर में भी हानिकारक प्रभाव पड़ता है.

बाइट असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर संजय झाड़ेकर
Last Updated : Aug 9, 2019, 9:23 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.