राजनांदगांव: कृषि उपज मंडी में किसानों को आवश्यक सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं. मंडी में धान बेचने आने वाले किसान मंडी पहुंचने के बाद काफी परेशान हो रहे हैं. किसानों के विश्राम गृह में मिट्टी प्रशिक्षण विभाग ने कब्जा जमा रखा है. ऐसी स्थिति में ग्रामीण अंचल से आने वाले किसानों के लिए मंडी में पहुंचने के बाद भी विश्राम करने की जगह नहीं बच पाई है. किसानों के लिए बनाए गए विश्राम गृह में मिट्टी प्रशिक्षण विभाग का कार्यालय संचालित किया जा रहा है. इसके कारण किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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कृषि उपज मंडी में रोजाना 500 से अधिक किसान पहुंचते हैं. यहां पर वह अपनी उपज को लाकर व्यापारियों को बेचते हैं. इस बीच किसानों को मंडी परिसर में विश्रामगृह की खासी जरूरत होती है, लेकिन मंडी परिसर में किसानों के लिए बनाए गए विश्राम गृह में अब मिट्टी प्रशिक्षण विभाग का कार्यालय संचालित हो रहा है. इसके कारण किसानों को मंडी परिसर में कहीं भी बैठने तक की जगह नहीं है. इस कारण किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बावजूद इसके मंडी में पदस्थ अफसर किसानों की इस समस्या को दरकिनार कर रहे हैं.
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लगाया गया था डिस्प्ले बोर्ड
मंडी में धान बेचने आने वाले किसानों के लिए विश्राम गृह में डिस्प्ले बोर्ड लगाया गया था, जिससे उन्हें अपनी उपज की सही कीमत मिल सके. किसानों के लिए लगाए गए डिस्प्ले बोर्ड में अलग-अलग प्रदेश की चुनिंदा मंडियों का भाव दिखाया जाता था. इससे किसानों को काफी सहूलियत होती थी. वह अपनी उपज बेहतर दामों में बेच सकते थे, लेकिन यह सुविधा भी किसानों को नहीं मिल पा रही है. विश्राम गृह में डिस्प्ले लगा हुआ है. अब किसानों के लिए बने विश्राम गृह में मिट्टी प्रशिक्षण विभाग का कार्यालय संचालित किया जा रहा है. कई बार इस मामले में जिला प्रशासन से शिकायत भी की गई है, लेकिन अब तक इस समस्या का कोई हल नहीं निकल पाया है.
किसानों को सुविधा देने की हर संभव कोशिश
मंडी सचिव आरएल साहू का कहना है कि मंडी में पहुंचने वाले किसानों को बेहतर सुविधा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. कृषि विश्राम गृह मिट्टी प्रशिक्षण विभाग को दे दिया गया है. इस मामले को लेकर के जिला प्रशासन से पत्राचार भी किया गया है. जल्दी किसानों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी, ताकि मंडी आने वाले किसानों को परेशानी का सामना ना करना पड़े.