राजनांदगांव/ धमतरी: प्रदेश में हिट एंड रन के नए कानून को लेकर जनवरी के अंत में जोरदार प्रदर्शन हुआ था. केंद्र और राज्य स्तर पर इस कानून को लेकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन भी हुआ. मामले को शांत करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने अपने स्तर पर बस और ट्रक संचालकों को समझाया. बताया गया कि कानून को उन्ही के लिए बेहतर किया गया है. बावजूद इसके एक बार फिर से राजनांदगांव, धमतरी और कवर्धा में ड्राइवर संघ ने कानून के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया है.
नाराज ड्राइवरों ने किया चक्काजाम: हिंट एंड रन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे ड्राइवर संघ ने नेशनल हाईवे को जाम कर दिया. ड्राइवरों का कहना था कि अगर आज आंदोलन नहीं किया तो आगे जेल में सजा काटनी होगी. गाड़ी बंद कर प्रदर्शन करने वाले ड्राइवरों को प्रशासन ने समझाने की कोशिश की लेकिन वो प्रदर्शन पर अड़े रहे. बस और ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल अगर कल भी जारी रही तो यातायात व्यवस्था बुधवार को जरुर चरमरा सकती है. ड्राइवरों का कहना है कि जब तक प्रशासन पक्का भरोसा कानून को लेकर नहीं देगा तबतक वो काम पर नहीं लौटेंगे.
धमतरी में दिखा बंद का असर: धमतरी जिले के ड्राइवरों ने भी हिट एंड रन कानून मेें बदलाव को लेकर स्टेयरिंग छोड़ो आंदोलन का आगाज किया. ड्राइवरों का कहना था पूरे प्रदेश में 10 तारीख को बड़े पैमाने पर आंदोलन होगा. आंदोलन से जुड़े लोगों का कहना था कि वो बुधवार को पूरे प्रदेश में गाड़ी बंद कर अपनी ताकत का एहसास कराएंगे. हड़ताल में जो ड्राइवर शामिल नहीं हो रहे हैं उनको भी जबरन आंदोलन का हिस्सा बनाया जा रहा है. ड्राइवरों के संगठन ने कहा कि जो लोग आंदोलन में शामिल होना चाहते हैं वो आएं जो नहीं आना चाहते उनको जबरन नहीं लाया जाए.
हिट एंड रन कानून में संसोधन की मांग को लेकर कवर्धा में ड्राइवरों ने एक बार फिर स्टेरिंग छोड़ आंदोलन शुरू कर दिया है. इस विरोध के चलते आम लोगों को भारी परेशानियां का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि आंदोलनकारियों ने स्कूल बस और मेडिकल सुविधा वाहनों को छूट दी है ताकि आम नागरिक परेशान ना हो, लेकिन इस विरोध के चलते खाद्य सामग्री, पेट्रोल डीजल के लेकर आम लोग एक बार फिर परेशान हो सकते हैं. हड़ताल के चलते बीती देर रात पेट्रोल पंप में बाइक, कार में पेट्रोल पंप में लोगों की भीड़ उमड़ गई थी, हालांकि अभी लगभग सभी पंपों में पेट्रोल, डीजल दिया जा रहा है. लेकिन कुछ व्यापारी खाद्य सामग्री, गुटखा, सिगरेट, गुड़ाखू जैसे नशा सामग्री में कालाबाजारी करने शॉर्टेज की स्थिति बना रहे हैं.