राजनांदगांव: जिले में डीजे संचालकों ने आज राज्य शासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जमकर प्रदर्शन किया. डीजे संचालकों का कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण ने उनके कारोबार को ठप कर दिया है. इस कारण अब उनके सामने भूखे मरने की नौबत आ चुकी है. परिवार पालने के लिए साधन नहीं है और ना ही सरकार उनकी मदद कर रही है. ऐसी स्थिति में अब उनके सामने मुसीबतों का पहाड़ खड़ा है.
डीजे संचालकों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम ज्ञापन सौंपा है. डीजे संचालकों का कहना है कि राज्य सरकार डीजे पर प्रतिबंध वापस ले, ताकि वे अपनी आजीविका चला सकें. डीजे संचालक संघ के अध्यक्ष मनीष तिवारी का कहना है कि उनका काम ठप हो जाने से परिवार चलाना मुश्किल हो गया है. सरकार उनकी मदद नहीं कर पा रही है और परिवार दाने-दाने को मोहताज हो गया है. उनका कहना है कि राज्य शासन अगर जल्द डीजे संचालकों की मदद नहीं करेगी, तो वह मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे और आत्मदाह करने की कोशिश करेंगे.
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लंबे समय से बंद है काम
डीजे संचालकों का कहना है कि उनका काम अप्रैल से ही बंद है. आज कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए हर व्यापार को सावधानीपूर्वक छूट दी जा रही है, लेकिन डीजे संचालकों को छूट नहीं दी गई है. सरकार भी उन्हें आर्थिक मदद नहीं दे रही है. डीजे संचालकों ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सरकार जल्द से जल्द डीजे संचालकों के हितों में फैसला नहीं लेती है, तो वह मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे और सामूहिक आत्मदाह भी करेंगे.