ETV Bharat / state

सावधान! यहां बुजुर्गों और बच्चों को छोड़ युवाओं को अपनी गिरफ्त में ले रहा है कोरोना

राजनांदगांव शहर में अब तक 273 कोरोना से संक्रमित मरीज मिले हैं. इसमें 177 मरीज 18 से 40 आयुवर्ग के बताये जा रहे हैं. इस आंकड़े के हिसाब से शहर के युवा सबसे ज्यादा कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं. जिससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है.

negligence-in-rajnandgaon-increases-risk-of-corona-virus-among-youth
कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे युवा
author img

By

Published : Jul 15, 2020, 11:09 PM IST

राजनांदगांव: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय जहां सबसे ज्यादा बुजुर्गों और बच्चों को एहतियात बरतने की सलाह दे रहा है, वहीं राजनांदगांव जिले के ताजा आंकड़ों ने युवाओं के साथ स्वास्थ्य विभाग को चिंता में डाल दिया है. स्वास्थ्य विभाग से जो आंकड़े मिल रहे हैं, वह बेहद चौंकाने वाले हैं. राजनांदगांव शहर में अब तक 273 कुल मरीज मिले हैं. इसमें 177 मरीज 18 से 40 आयुवर्ग के हैं.

युवाओं को अपनी गिरफ्त में ले रहा है कोरोना

राजनांदगांव शहर के युवा वर्ग पर कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा है. युवा अब तक सबसे ज्यादा संक्रमित हुए हैं. स्वास्थ विभाग को मिले अब तक के कुल संक्रमित मरीजों में सबसे ज्यादा युवा वर्ग से हैं. आमतौर पर बताया जा रहा है कि बुजुर्गों और बच्चों को कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा रहते है, लेकिन शहर में मिल रहे मरीजों की कैटेगरी पर नजर डालें, तो अब तक के सबसे ज्यादा युवा वर्ग ही वायरस से संक्रमित हुआ है.

District Hospital in Rajnandgaon
राजनांदगांव जिला अस्पताल

अबतक बुजुर्ग ही सबसे सुरक्षित

जिले में कोरोना वायरस के दस्तक देते ही स्वास्थ्य विभाग ने कई फरमान जारी किया था, जिसमें 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को घर से न निकले की भी बात कही गई थी, क्योंकि उनमें इम्यूनिटी पावर कम होता है. इससे संक्रमण की स्थिति में बुजुर्गों को सबसे ज्यादा खतरा होता है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को अबतक शहर में मिले संक्रमित लोगों में महज 13 बुजुर्ग भी शामिल हैं. यह आंकड़ा युवा और बच्चों के मुकाबले सबसे कम है. शहर के बुजुर्ग कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में अबतक कम ही चपेट में आए हैं. वहीं रिकवरी के मामले में भी अब तक 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग भी संक्रमण का डटकर मुकाबला कर रहे हैं.

Increased risk of corona among youth
युवाओं में कोरोना का बढ़ा खतरा

दूसरे पायदान पर 50 साल तक के लोग

स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक शहर में अबतक संक्रमित हुए मरीजों में 40 से 50 साल के बीच के लोग दूसरे पायदान पर हैं. कोरोना वायरस से संक्रमित अब तक 60 ऐसे मरीज मिले हैं, जो 40 से 50 साल के बीच हैं. वहीं डॉक्टर्स का मानना है कि 40 साल से लेकर के 60 साल के बीच के उम्र के लोग भी वायरस से डंटकर मुकाबला कर रहे हैं.

इम्यूनिटी पावर पर डिपेंड

सीएमएचओ मिथिलेश चौधरी का कहना है कि इम्यूनिटी पावर अच्छी होने के साथ स्वस्थ व्यक्तियों में वायरस का प्रभाव कम देखने को मिल रहा है. हालांकि चिंता का विषय यह है कि राजनांदगांव में सबसे ज्यादा युवा वर्ग ही संक्रमित हो रहा है. स्वास्थ्य विभाग के सर्वे के मुताबिक युवा सबसे ज्यादा लापरवाही के कारण संक्रमित हो रहे हैं. कोरोना से बचाव को लेकर लापरवाही की वजह से युवाओं के बीच कोरोना पहुंचा है. उन्होंने बताया कि युवाओं के लिए यह एक खतरे की घंटी है, क्योंकि सबसे ज्यादा युवा वर्ग के लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो रहे हैं.

चौका रहे आंकड़े

क्र.उम्रसंक्रमितों की संख्या
1.0-1817
2.18-40 117
3.40-50 60
4.60-100 13

कोरोना को हल्के में ले रहे युवा
डॉक्टरों की मानें तो युवा वर्ग केवल यह सोच रहा है कि प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत है, तो संक्रमण नहीं होगा, जबकि स्वास्थ्य विभाग को सबसे ज्यादा युवा वर्ग से मरीज मिल रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान युवाओं का सबसे ज्यादा शहर में बिना कारण बाहर निकलना कोरोना संक्रमण को बढ़ावा दे रहा है.

युवा अपने आदतों में करें बदलाव

  • इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स दिन में एक बार जरूर साफ करें
  • फोन से बात करते समय ईयर फोन का प्रयोग करें
  • घर से निकलना पड़े तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें
  • किसी और का मोबाइल फोन न उपयोग करें
  • अपना मोबाइल फोन किसी को न दें
  • रुमाल और मोबाइल एक ही जेब में न रखें

राजनांदगांव: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय जहां सबसे ज्यादा बुजुर्गों और बच्चों को एहतियात बरतने की सलाह दे रहा है, वहीं राजनांदगांव जिले के ताजा आंकड़ों ने युवाओं के साथ स्वास्थ्य विभाग को चिंता में डाल दिया है. स्वास्थ्य विभाग से जो आंकड़े मिल रहे हैं, वह बेहद चौंकाने वाले हैं. राजनांदगांव शहर में अब तक 273 कुल मरीज मिले हैं. इसमें 177 मरीज 18 से 40 आयुवर्ग के हैं.

युवाओं को अपनी गिरफ्त में ले रहा है कोरोना

राजनांदगांव शहर के युवा वर्ग पर कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा है. युवा अब तक सबसे ज्यादा संक्रमित हुए हैं. स्वास्थ विभाग को मिले अब तक के कुल संक्रमित मरीजों में सबसे ज्यादा युवा वर्ग से हैं. आमतौर पर बताया जा रहा है कि बुजुर्गों और बच्चों को कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा रहते है, लेकिन शहर में मिल रहे मरीजों की कैटेगरी पर नजर डालें, तो अब तक के सबसे ज्यादा युवा वर्ग ही वायरस से संक्रमित हुआ है.

District Hospital in Rajnandgaon
राजनांदगांव जिला अस्पताल

अबतक बुजुर्ग ही सबसे सुरक्षित

जिले में कोरोना वायरस के दस्तक देते ही स्वास्थ्य विभाग ने कई फरमान जारी किया था, जिसमें 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को घर से न निकले की भी बात कही गई थी, क्योंकि उनमें इम्यूनिटी पावर कम होता है. इससे संक्रमण की स्थिति में बुजुर्गों को सबसे ज्यादा खतरा होता है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को अबतक शहर में मिले संक्रमित लोगों में महज 13 बुजुर्ग भी शामिल हैं. यह आंकड़ा युवा और बच्चों के मुकाबले सबसे कम है. शहर के बुजुर्ग कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में अबतक कम ही चपेट में आए हैं. वहीं रिकवरी के मामले में भी अब तक 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग भी संक्रमण का डटकर मुकाबला कर रहे हैं.

Increased risk of corona among youth
युवाओं में कोरोना का बढ़ा खतरा

दूसरे पायदान पर 50 साल तक के लोग

स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक शहर में अबतक संक्रमित हुए मरीजों में 40 से 50 साल के बीच के लोग दूसरे पायदान पर हैं. कोरोना वायरस से संक्रमित अब तक 60 ऐसे मरीज मिले हैं, जो 40 से 50 साल के बीच हैं. वहीं डॉक्टर्स का मानना है कि 40 साल से लेकर के 60 साल के बीच के उम्र के लोग भी वायरस से डंटकर मुकाबला कर रहे हैं.

इम्यूनिटी पावर पर डिपेंड

सीएमएचओ मिथिलेश चौधरी का कहना है कि इम्यूनिटी पावर अच्छी होने के साथ स्वस्थ व्यक्तियों में वायरस का प्रभाव कम देखने को मिल रहा है. हालांकि चिंता का विषय यह है कि राजनांदगांव में सबसे ज्यादा युवा वर्ग ही संक्रमित हो रहा है. स्वास्थ्य विभाग के सर्वे के मुताबिक युवा सबसे ज्यादा लापरवाही के कारण संक्रमित हो रहे हैं. कोरोना से बचाव को लेकर लापरवाही की वजह से युवाओं के बीच कोरोना पहुंचा है. उन्होंने बताया कि युवाओं के लिए यह एक खतरे की घंटी है, क्योंकि सबसे ज्यादा युवा वर्ग के लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो रहे हैं.

चौका रहे आंकड़े

क्र.उम्रसंक्रमितों की संख्या
1.0-1817
2.18-40 117
3.40-50 60
4.60-100 13

कोरोना को हल्के में ले रहे युवा
डॉक्टरों की मानें तो युवा वर्ग केवल यह सोच रहा है कि प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत है, तो संक्रमण नहीं होगा, जबकि स्वास्थ्य विभाग को सबसे ज्यादा युवा वर्ग से मरीज मिल रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान युवाओं का सबसे ज्यादा शहर में बिना कारण बाहर निकलना कोरोना संक्रमण को बढ़ावा दे रहा है.

युवा अपने आदतों में करें बदलाव

  • इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स दिन में एक बार जरूर साफ करें
  • फोन से बात करते समय ईयर फोन का प्रयोग करें
  • घर से निकलना पड़े तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें
  • किसी और का मोबाइल फोन न उपयोग करें
  • अपना मोबाइल फोन किसी को न दें
  • रुमाल और मोबाइल एक ही जेब में न रखें
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.