राजनांदगांव: मां को भगवान का दर्जा दिया गया है. कहा जाता है कि एक मां के बराबर बच्चों का दर्द कोई समझ नहीं सकता. एक मां अपने बच्चों के लिए कुछ भी कर सकती है. मदर्स डे पर डोंगरगढ़ के ग्राम भोथली में रहने वाली कोरोना संक्रमित भारती वर्मा ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया है. अस्पताल में जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.
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घर के सभी सदस्य थे कोरोना संक्रमित
डिलीवरी के लिए भारती ससुराल से मायके आ गई थी. इसी बीच परिवार के सदस्यों के साथ खुद भी कोरोना से संक्रमित हो गई. परिवार के सभी सदस्य होम क्वारेंटाइन थे. 7 मई को भारती को प्रसव पीड़ा हुआ. परिवार के सदस्य चाहकर भी अस्पताल नहीं ले जा सकते थे. उन्होंने मितानिनों से संपर्क किया. लेकिन संक्रमित होने के कारण मितानिनों ने भी हाथ खड़े कर दिए. निजी वाहन चालकों ने भी संक्रमण का हवाला देकर अस्पताल ले जाने से मना कर दिया. इसके बाद भी भारती ने हार नहीं मानी. और अपना हौसला बनाए रखा. 9 मई को मदर्स डे मौके पर भारती ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया. भारती को अस्पताल तक पहुंचाने में जिला पंचायत सदस्य प्रभा साहू ने सहयोग दिया.
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अपने पहले बच्चे को खो चुकी थी महिला
कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद भारती को अपने बच्चे की चिंता सता रही थी. भारती अपने पहले बच्चे को खो चुकी थी. कोरोना संक्रमित होने के बाद भी भारती ने अपने मन में कोरोना के भय को आने नहीं दिया. भारती कहती हैं कि किसी भी परिस्थिति में घबराना नहीं चाहिए, हौसले से हर जंग को जीता जा सकता है. कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए हौसला जरूरी है. तभी हम कोरोना को हरा सकते हैं. कोरोना को हराने के लिए गाइडलाइन का भी गंभीरता से पालन करना होगा.