राजनांदगांव: शहर के महारानी लक्ष्मीबाई कन्या शाला में भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तस्वीरों को पेपर से ढक दिया गया. इस बात से नाराज कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने स्कूल के प्राचार्य और शिक्षा विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने स्कूल में जमकर नारेबाजी की और तत्काल दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है. तस्वीरों को ढकने को मामले में मौके पर पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी ने कांग्रेसियों को आश्वासन दिलाया कि दोबारा ऐसी गलती नहीं होगी. जिला शिक्षा अधिकारी के आश्वासन पर भी कांग्रेसी नहीं माने और कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे.
कांग्रेस नेताओं ने दी चेतावनी
शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा ने दोनों ही वॉल पेंटिंग में लगे पेपर कवर को हटा दिया. इसके साथ ही उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को इस मामले में कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि अगर इस ऐसे मामले किसी भी अन्य स्कूल में मिले तो शहर कांग्रेस कमेटी कड़ा रुख अपनाते हुए शिक्षा विभाग के खिलाफ आंदोलन करेगी.
कांग्रेस के इतिहास को खत्म करने की साजिश
इस मामले में विभाग और प्राचार्य का कहना है कि आचार संहिता लगने के चलते ऐसा किया गया लेकिन आचार संहिता हटने के बाद भी पेंटिंग से पेपर नहीं हटाए गए. नेताओं का कहना है कि कांग्रेस से ताल्लुक रखने वाले नेताओं की तस्वीरों को पेपर से ढक दिया गया था. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अफसर भाजपा के साथ मिलकर कांग्रेस का इतिहास मिटाना चाहते हैं इसके चलते इस तरीके की साजिशें की जा रही हैं.
गलती हुई है कार्रवाई करेंगे
इस मामले में डीईओ जीआर मरकाम का कहना है के प्राचार्य को आचार संहिता खत्म होने के बाद ही पेंटिंग्स से पेपर हटवा लेने चाहिए थे. इस मामले में गलती तो हुई है और कार्रवाई की जाएगी. इस कृत्य के लिए संस्था प्रमुख जिम्मेदार हैं.
4 दिन हो चुके हैं आचार संहिता हटे
बता दें कि लोकसभा चुनाव को लेकर देशभर में लागू आदर्श आचार संहिता 26 मई को हटाई गई है. इसके बाद 27 मई को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि थी इसके बाद भी संस्था के प्रमुख कृष्णा अग्रवाल ने पेंटिंग से पेपर नहीं हटाए.
हटाने कहा गया था
स्कूल की प्राचार्य कृष्णा अग्रवाल ने इस मामले में कहा है कि स्कूल में महिला भृत्य तैनात हैं, उन्हें इस काम की जवाबदारी दी गई थी लेकिन उन्होंने तस्वीर से पेपर नहीं हटाए.