राजनांदगांव: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजनांदगांव दौरे के दौरानन गंडई में आयोजित सावित्रीबाई फुले जयंती समारोह में शामिल हुए. उन्होंने गंडई छुईखदान और खैरागढ़ क्षेत्र में करोड़ों रुपये के विकास कार्यों की सौगात दी. मुख्यमंत्री के साथ कृषि मंत्री रविंद्र चौबे खाद्य मंत्री अमरजीत भगत भी मौजूद रहे. कार्यक्रम के बाद सीएम बघेल मीडिया से मुखातिब हुए. हालांकि धीरी प्रोजेक्ट पर हुए भ्रष्टाचार पर सीएम बोलने से बचते रहे. उन्होंने कहा कि 2023 तक सभी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना हमारी सरकार की प्राथमिकता है.
धीरी प्रोजेक्ट पर बोलने से बचे सीएम बघेल
राजनांदगांव विधानसभा में धीरी प्रोजेक्ट के तहत आसपास के 24 गांव को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना था. जिसमें कुछ गांव के लोगों को ही पानी मिल पा रहा है और बहुत से गांव ऐसे हैं, जहां पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. इस योजना में 28 करोड़ रुपए खर्च होने थे, लेकिन PHE विभाग ने 42 करोड़ रुपए खर्च किए. उसके बाद भी बहुत से गांवों को पानी नहीं मिल पा रहा है. लगातार भ्रष्टाचार के आरोप पीएचई विभाग के अधिकारियों पर लगे. उसके बाद भी प्रशासन ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है.
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