राजनांदगांव: राजस्थान के उदयपुर में टेलर की हुई निर्मम हत्या मामले में भाजयुमो ने राजनांदगांव में विरोध प्रदर्शन (BJYM burnt effigy of Gehlot in Rajnandgaon ) किया. राजनांदगांव शहर के मानव मंदिर चौक में आतंकवाद और राजस्थान के गहलोत सरकार का पुतला फूंका गया. भाजयुमो ने पूरे घटना की कड़ी निंदा की. प्रदर्शन के दौरान अधिक संख्या में भाजयुमो कार्यकर्ता मौजूद रहे.
ये है पूरा मामला: दरअसल, राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल की निर्मम हत्या किए जाने के मामले का देश भर में विरोध जारी है. सभी धर्म के लोग घटना की निंदा कर रहे हैं. वहीं इस मामले में स्थानीय पुलिस प्रशासन व राजस्थान सरकार की नाकामियों को देखते हुए राजनांदगांव शहर में भारतीय जनता युवा मोर्चा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला फूंका. इस दौरान युवा मोर्चा ने कहा कि राजस्थान के उदयपुर में दहशतगर्दों के द्वारा वहां टेलर का काम करने वाले कन्हैयालाल को लगातार धमकी दी जा रही थी.
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आरोपियों के फांसी की मांग: बताया जा रहा है कि कन्हैया लाल के बच्चे ने सोशल मीडिया साइट पर धर्म विशेष को लेकर टिप्पणी की थी, जिसके बाद से ही कन्हैयालाल को धमकियां आने लगी थी. इस मामले को कन्हैया लाल ने पुलिस को अवगत कराया था. लेकिन पुलिस ने इन धमकियों पर कोई कार्रवाई नहीं की. जिसका परिणाम रहा कि कन्हैया लाल की निर्मम हत्या कर दी गई है. भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष मोनू बहादुर सिंह ने इसे दिल दहला देने वाली घटना बताते हुए कहा कि किसी भी धर्म में कट्टरता नहीं होनी चाहिए.
पहले से दी जा रही थी धमकी: कन्हैयालाल को जान से मारने की धमकी दी जा रही थी, जिसे वहां की पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया और घटना के 24 घंटे बाद ही जांच में अपराधियों के पाकिस्तान से लिंक बताए जा रहे हैं. तो फिर कन्हैया लाल के द्वारा लगभग 10 दिन से की जा रही शिकायत पर त्वरित जांच कर कार्रवाई क्यों नहीं की गई. भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष मोनू बहादुर सिंह ने इस पूरे मामले को राजस्थान की सरकार के लिए शर्मनाक बताते हुए आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है.