राजनांदगांव: डोंगरगांव विधानसभा क्षेत्र में आने वाले लालबहादुर ग्राम पंचायत की पूर्व पंच उषा यदु ने एसडीएम अविनाश भोई को सरपंच के खिलाफ लिखित शिकायत की थी. साथ ही उपसरपंच हीरा सोनी के खिलाफ पंचायती राज अधिनियम की धारा 40 के उल्लंघन का केस दर्ज करने की मांग की थी, जिसके बाद एसडीएम ने शिकायत को गंभीरता से लिया. साथ ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी एलके कचलाम को मामले की जांच करने के आदेश दिए. मुख्य कार्यपालन अधिकारी एलके कचलाम ने गुरुवार को एक जांच टीम गठित कर लालबहादुर नगर भेजा. जहां अधिकारी छत्रपाल सिंह ठाकुर और सी कुजूर ने मामले की जांच की. उन्होंने सरपंच, उपसरपंच और शिकायतकर्ताओं का बयान लिया.
पूर्व पंच ने आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान सरपंच तुलसी सोनी के पति हीरा सोनी ने केंद्रीय पंचायत मद 14वें वित्त आयोग के विभिन्न कार्यों में बिल लगाकर राशि का आहरण किया है. जबकि हीरा सोनी खुद वर्तमान में उपसरपंच है और उनकी पत्नी सरपंच है. इसके बावजूद सोनी ट्रेडर्स फर्म के नाम पर पंचायत के लाखों रुपये डिजिटल हस्ताक्षर से ऑनलाइन भुगतान किया गया. जो कि पंचायती राज अधिनियम की धारा 40 का उल्लंघन है.
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उषा यदु ने बताया कि पंचायती राज के अंतर्गत गांव में हो रहे सभी कार्यों में उपसरपंच हीरा सोनी का दखल देखा जा रहा है. जबकि नियम के तहत सभी शासकीय निर्माण कार्यों में सरपंच का दखल होना चाहिए.
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इस संबंध में जांच अधिकारी छत्रपाल ठाकुर और सी कुजूर ने बताया कि सभी पहलुओं पर जांच जारी है. जांच पूरी करके प्रतिवेदन एसडीएम को सौंपा जाएगा. इस मामले में निर्णय एसडीएम साहब ही लेंगे.
उसरपंच का आरोपों पर बयान
वहीं उपसरपंच हीरा सोनी ने बताया कि 'पहले से ही अपने फर्म के नाम पर बिल लगाने की परंपरा चली आ रही है. मैंने कोई नया काम नहीं किया है, यह सब विरोधियों की चाल है. जो शिकायतकर्ता को ढाल बनाकर मुझे षड्यंत्र के तहत फसाना चाहते हैं'.