रायपुर: हर साल विश्व एनजीओ दिवस के दिन लोग ऐसे लोगों लोगों की सराहना करते हैं. जो गैर सरकारी संगठन के जरिए सेव कर रहे हैं. इस दिन ऐसे संस्थानों को उन्हें प्रोत्साहन करने और आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है.
विश्व एनजीओ दिवस का इतिहास: 27 अप्रैल, 2010 को बाल्टिक सागर राज्यों की परिषद के बाल्टिक सागर एनजीओ फोरम ने पहली बार विश्व एनजीओ दिवस की स्थापना की. डेनमार्क,फिनलैंड, जर्मनी, आइसलैंड, एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया, पोलैंड, रूस, नॉर्वे और स्वीडन जैसे देश बाल्टिक सागर एनजीओ फोरम के मेंम्बर हैं. दो साल बाद, मंच के अंतिम वक्तव्य संकल्प ने एनजीओ दिवस को अपनाया. 27 फरवरी 2014 को फ़िनलैंड के हेलसिंकी में फ़िनलैंड के विदेश मंत्रालय ने विश्व एनजीओ दिवस वैश्विक उद्घाटन कार्यक्रम प्रायोजित किया. अंतर्राष्ट्रीय एनजीओ दिवस को 27 फरवरी को मान्यता मिली थी. जिसके बाद इसे दुनिया के 89 देशों ने अपनाया. अब यहां भी एनजीओ दिवस मनाया जाता है.
2023 विश्व एनजीओ दिवस का थीम: 2023 विश्व एनजीओ दिवस का विषय मानवाधिकारों को आगे बढ़ाने, सामाजिक और पर्यावरणीय चुनौतियों को दूर करने और सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए एनजीओ की भूमिका पर केंद्रित है.
ऐसे मनाया जाता है विश्व एनजीओ दिवस: हर साल 27 फरवरी को दुनिया भर के लोग विश्व एनजीओ दिवस मनाते हैं और गैर-सरकारी संगठनों के लक्ष्यों और योगदान का सम्मान करते हैं. इस दिन, यूरोप की परिषद के एनजीओ का सम्मेलन पूरे यूरोप में एक उच्च-स्तरीय सम्मेलन की मेजबानी करता है. जिसमें कई हितधारक शामिल होते हैं. जिनमें यूरोप के सेक्ट्रेट परिषद के सदस्य और दुनिया भर के नागरिक समाज के प्रतिनिधि रहते हैं. एक व्यक्ति कितने भी एनजीओ के लिए स्वयंसेवा दे सकते हैं. जिनके प्रयासों में से विश्व में बदलाव आया. एक व्यक्ति इसमें अपना समय, पैसा या फिर दोनों के जरिए एसे संगठनों का सहयोग कर सकता है.