रायपुरः विश्व खाद्य दिवस (WORLD FOOD DAY) हर वर्ष 16 अक्टूबर को मनाया जाता है. ये दिन भूखों के लिए खाद्य सुरक्षा (Food security)और पौष्टिक आहार (Nutritious food) की आवश्यकता को सुनिश्चित कर उनमें जागरूकता (Awareness)फैलाने के लिए मनाया जाता है. इस दिन कई देशों में खाद्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. साथ ही खाद्य सुरक्षा से जुड़े कई अंतरराष्ट्रीय संगठन (International organization) जैसे अंतरराष्ट्रीय कोष कृषि विकास (International Fund for Agricultural Development) और विश्व खाद्य कार्यक्रम (World Food Program) आदि वैश्विक स्तर पर इसका आयोजन करते हैं.व हीं, संगठन का मूल उद्देश्य भोजन को बुनियादी और मौलिक अधिकार में शामिल करना है.
विश्व खाद्य दिवस की नींव 1979 में 20वें महासम्मेलन में रखी गई थी. खाद्य और कृषि संगठन (Food and Agriculture Organization) के सदस्य राज्यों ने इसका प्रस्ताव रखा था. संयुक्त राष्ट्र संगठन (United Nation Organization) की महासभा (General Assembly) के 5 नवंबर 1980 को इसकी पुष्टि हुई थी.
जिसके बाद संगठनों को इस दिवस को मनाने में योगदान देने का भी आग्रह किया गया. प्रस्ताव पर सहमति के बाद 16 अक्टूबर 1981 को विश्व खाद्य दिवस घोषित किया गया. इसके बाद से हर साल 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस मनाया जाता है.
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ये है मूल उद्देश्य
हर साल 16 अक्टूबर को विश्व स्तर पर विश्व खाद्य दिवस मनाया जाता है.इस दिन को प्रतिवर्ष दुनिया भर में सभी के जीवन से भूख की समस्या को मिटाने के लिए मनाया जाता है. इस दिन को उन लोगों में विश्व स्तर पर जागरूकता पैदा की जाती है, जो भूख से पीड़ित हैं और सभी के लिए खाद्य सुरक्षा और पौष्टिक आहार की आवश्यकता सुनिश्चित करते हैं. इस दिन को मनाए जाने का प्रमुख उद्देश्य भोजन एक बुनियादी और मौलिक मानव अधिकार है.