रायपुर: अंतर्राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा संगठन (ICDO) एक गैर लाभकारी अंतर सरकारी संगठन है. जो सुविधाओं और पर्यावरण की रक्षा की दिशा में काम करता है. इसके साथ ही लोगों को बढ़ने और सुरक्षित रहने की दिशा में जरूरी मदद पहुंचाता है. 59 देश आईसीडीओ के सदस्य हैं. जो उन देशों में नागरिक सुरक्षा बलों के मानव संसाधन प्रबंधन में सुधार की दिशा में काम करते हैं.
विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस का उद्देश्य: विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस का उद्देश्य आपदा के दौरान नागरिक सुरक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में लोगों को अधिक जागरूक करना है. यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. क्योंकि यह नागरिकों को आपदा की तैयारी, बचाव और आत्म-सुरक्षा के बारे में जागरूक करता है.
विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस के आयोजन का उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में सहायता के लिए नागरिकों को बेहतर ढंग से तैयार करना और आपदा के जोखिम को कम करने के लिए नागरिक सुरक्षा, आपातकालीन तैयारी और संकट प्रबंधन के बारे में सार्वजनिक ज्ञान बढ़ाना है.
विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस की थीम: विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस 1 मार्च 2023 को मनाया जाता है. जिसका इस साल का थीम 'भविष्य की पीढ़ियों की सुरक्षा और सुरक्षा के लिए दुनिया के अग्रणी उद्योग विशेषज्ञों को एकजुट करना' है.
विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस 2023 का इतिहास: युद्ध या जंग के समय में नागरिक आबादी की सुरक्षा एक बड़ी समस्या होती है. जिस दिशा में 28 मई, 1931 को, फ्रांसीसी सर्जन-जनरल जॉर्ज सेंट-पॉल ने पेरिस में "जिनेवा ज़ोन" एसोसिएशन की स्थापना की थी. जिस जगह को मुख्य रूप से महिलाएं, बच्चे, वृद्ध, साथ ही बीमार और विकलांग, संघर्ष के दौरान आश्रय लेने के लिए सुरक्षित बनाया गया. आने वाले दिनों में कई दूसरे देशों ने भी ऐसी ही पहल की.
1936 में जब स्पेन में गृहयुद्ध हो रहा था. तब एसोसिएशन ने शरणार्थी शिविरों को चीन में और फिर से द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान फ्रांस में स्थापित करने का लोगों से आह्वान किया. 1958 में अंतर्राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा संगठन के रूप में अपनी स्थापना के बाद से. जिनेवा ज़ोन (ICDO) के अंतर्राष्ट्रीय संघ ने कई लक्ष्यों की ओर काम किया है. जिसमें राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा संगठनों के बीच एक पुल बनाना, जनसंख्या सुरक्षा अनुसंधान का संचालन करना और आपदा तैयारी और प्रतिक्रिया का समन्वय करना शामिल है.