रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र (Winter Session of Chhattisgarh Assembly 2021) आज से शुरू हुआ. सदन में पहले दिन दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गई. सत्र के पहले दिन विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की अध्यक्षता में विधानसभा के समिति कक्ष में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक आयोजित की गई. बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरण दास महंत और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा परिसर में नवनिर्मित कक्ष का उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत से उनके कक्ष में मुलाकात कर उन्हें जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं भी दी.
छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन आज सदन में दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गई. सदन में वर्तमान छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य दिवंगत देवव्रत सिंह, पूर्व लोकसभा सांसद गोंदिल प्रसाद अनुरागी, पूर्व राज्य मंत्री छत्तीसगढ़ रजिंदर पाल सिंह भाटिया, पूर्व संसदीय सचिव युद्धवीर सिंह जूदेव, अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व राज्य मंत्री मूलचंद खंडेलवाल, अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व सदस्य मनुराम कच्छ और 8 दिसम्बर को वायुसेना की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में दिवंगत देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी धर्मपत्नी मधुलिका रावत और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने निधन उल्लेख करते हुए दिवंगतों का जीवन परिचय दिया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
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सदन में दिवंगत देवव्रत सिंह को किया याद
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पंचम विधानसभा के सदस्य दिवंगत देवव्रत सिंह सदन में पूरी प्रखरता और बेबाकी के साथ अपनी बात रखते थे. वे 1995 में अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के विधायक चुने गए. उन्होंने सांसद और विधानसभा सदस्य के रूप में अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया. देवव्रत सिंह हंसमुख और हमेशा सक्रिय रहने वाले जनप्रतिनिधि थे, जो अपने क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा सक्रिय रहते थे. संगठन के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने उल्लेखनीय काम किया. अल्पायु में उनका निधन देश और प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है.
मुख्यमंत्री ने पूर्व लोकसभा सदस्य गोंदिल प्रसाद अनुरागी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे समाज के उत्थान के लिए हमेशा प्रयासरत रहे.वे रहस के भी अच्छे कलाकार थे. उनका सादगीपूर्ण जीवन हमारे लिए प्रेरणादायक रहेगा.
पूर्व राज्यमंत्री रजिंदर पाल सिंह भाटिया को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन में प्रश्नकाल में वे अपने क्षेत्र के विकास की समस्याओं को प्रभावी रूप से रखते थे और अपने क्षेत्र के कार्यों को स्वीकृत करा लेते थे.
मुख्यमंत्री बघेल ने पूर्व संसदीय सचिव युद्धवीर सिंह जूदेव को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अल्पायु में उनका निधन अत्यंत दुःखद है. वे एक उभरते हुए राजनेता थे. उनके व्यवहार में विनम्रता थी. प्रदेश और अपने क्षेत्र के विकास के लिए वे हमेशा सक्रिय रहे.
मुख्यमंत्री ने अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यमंत्री मूलचंद खण्डेलवाल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे ऐसे वरिष्ठ राजनेता थे, जो सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में हमेशा सक्रिय रहे. अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व सदस्य मनुराम कच्छ को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे बस्तर क्षेत्र से विधायक रहे. वे मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे. अपने क्षेत्र के विकास के लिए वे हमेशा सक्रिय रहे.
मुख्यमंत्री बघेल ने वायुसेना की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में दिवंगत देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत(CDS General Bipin Singh Rawat ), उनकी धर्मपत्नी मधुलिका रावत और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि 8 दिसम्बर की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया. उनका निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है. बिपिन रावत एक अच्छे रणनीतिकार और सेना में लोकप्रिय अधिकारी थे. मुख्यमंत्री ने सभी दिवंगतों के परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की.
सदन में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, विधायक मोहन मरकाम, डॉ रेणु जोगी, केशव चन्द्रा, शैलेश पांडे, अजय चंद्राकर, प्रमोद शर्मा, अरुण वोरा, डॉ. रमन सिंह, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव, विधायक पुन्नूलाल मोहले ने भी दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी.