रायपुर: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार के बाद खुल कर पार्टी के बागी नेता बयानबाजी कर रहे हैं. इस बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता और रामानुजगंज विधानसभा सीट के पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह का बयान सुर्खियां बटोर रहा है. अक्सर ऐसा देखा गया है कि बृहस्पति सिंह टीएस सिंहदेव के खिलाफ बयानबाजी करते हैं. कई बार उन्होंने सिंहदेव को टारगेट किया है. बावजूद इसके दोनों दिग्गज नेता एक ही पार्टी में बने रहे.
बृहस्पति सिंह का विवादों से नाता: हालांकि साल 2023 के विधानसभा चुनाव से कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस के लिए सिरदर्द बन गया था. यही कारण है कि पार्टी ने बृहस्पति सिंह का टिकट ही काट दिया था. इसके बाद बृहस्पति की बगावत भी गाहे-बगाहे देखने को मिली. हालांकि पार्टी ने इसे खुलकर सामने आने नहीं दिया. अब जब कांग्रेस छत्तीसगढ़ में सत्ता से बेदखल हो गई है तो बृहस्पति खुद कर हार जीत पर टिप्पणी कर रहे हैं.
सिंहदेव और शैलजा पर बृहस्पति का बयान: एक दिन पहले बृहस्पति सिंह ने कांग्रेस पर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि, हीरोइन के तरह कुमारी शैलजा फोटो खिंचवाती रही. सिंहदेव ड्राइवर बने रहे,शैलजा प्रभावशील नेताओं के हाथों बिक गई थीं. हीरोइन की तरह फोटो खिंचवाने में व्यस्त थीं." इतना ही नहीं बृहस्पति सिंह ने भाजपा को जिताने का श्रेय टीएस सिंहदेव को दिया. उन्होंने कहा कि, "भाजपा को उन्हें राज्यपाल बना देना चाहिए."
रामानुजगंज विधायक बृहस्पति को बताया हार की वजह: इधर, रामानुजगंज सीट से हारे हुए कांग्रेस प्रत्याशी ने अपनी हार का जिम्मेदार बृहस्पति सिंह को ठहराया है. उन्होंने हार की वजह पार्टी के भितरघात को बताया है. अजय तिर्की ने खुलकर कहा है कि बृहस्पति सिंह ने भाजपा से मिलकर पार्टी को हराने का काम रामानुजगंज में किया है. बृहस्पति सिंह ने पार्टी के खिलाफ जाकर काम तो किया ही बीजेपी प्रत्याशी के लिए प्रचार भी किया. इतना ही नहीं अजय तिर्की ने बृहस्पति सिंह को पार्टी से निकालने की मांग भी की है. साथ ही कहा है कि उनका मानसिक संतुलन खो गया है.
कौन हैं बृहस्पति सिंह: बृहस्पति सिंह रामानुजगंज विधानसभा से विधायक रह चुके हैं. वो कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में एक हैं. ये अक्सर विवादों में रहते हैं. कुछ माह पहले ही इन्होंने सहकारी बैंक कर्मचारी को सरेआम थप्पड़ मार दिया था. सिंहदेव से उनके मनमुटाव के बारे में तो सभी जानते हैं. साल 2021 के जुलाई माह में विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर अंबिकापुर जाने के दौरान पत्थर से हमला हुआ था. इस घटना के बाद बृहस्पति सिंह ने टीएस सिंहदेव पर हमले कराने का आरोप लगाया था. इसके अलावा वो अक्सर सिंहदेव से कई बातों पर उलझते नजर आए हैं. विवादों से बृहस्पति सिंह का पुराना नाता है.