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विटामिन D3 की कमी से हो रही हड्डियां कमजोर: डॉक्टर सुरेंद्र शुक्ला - Weak bones due to deficiency of Vitamin D3

विटामिन D3 की कमी से हड्डियों से जुड़ी समस्या पनपती (Weak bones due to deficiency of Vitamin D3 ) है. इस विषय में ईटीवी भारत ने आर्थोपेडिक डॉ. सुरेंद्र शुक्ला से खास बातचीत की.

Vitamin D3 deficiency
विटामिन D3 की कमी
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Published : Jul 17, 2022, 9:13 PM IST

रायपुर: विटामिन D3 की कमी से शरीर में कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती (Weak bones due to deficiency of Vitamin D3 ) है. शरीर का मजबूत हिस्सा हड्डी होता है. विटामिन D3 की कमी होने से इसका सीधा प्रभाव हड्डियों पर पड़ता है. बदलते लाइफस्टाइल के कारण विटामिन D3 की कमी होने लगती है. विटामिन D3 की कमी के कारण चिड़चिड़ापन थकान महसूस होने लगती है. विटामिन D3 की कमी से ओस्टियोपिनिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी हड्डियों में होने लगती है. हड्डियां कमजोर हो जाती है. हड्डियां बहुत जल्दी फैक्चर भी हो जाता है.

ऑर्थोपेडिक डॉक्टर सुरेंद्र शुक्ला

लाइफस्टाइल डिसऑर्डर के कारण विटामिन D3 की कमी: इस विषय में ईटीवी भारत से खास बातचीक के दौरान आर्थोपेडिक डॉ. सुरेंद्र शुक्ला ने (orthopedic doctor surendra shukla ) बताया, "आजकल के मॉडर्न लाइफस्टाइल के चलते लाइफस्टाइल डिसऑर्डर में लोगों को विटामिन डी 3 की कमी पाई जा रही है. विटामिन D3 की कमी की मुख्य वजह आउटडोर गेम का कम होना है. इसके साथ ही बदलता हुआ लाइफस्टाइल भी देखा जा रहा है. आजकल लोग घर और दफ्तर में एसी में रहकर अपने काम को करते हैं. ऐसे में उन लोगों को सनराइज का एक्सपोजर नहीं मिल पाता, जिसके कारण भी विटामिन D3 की कमी होने लगती है."

विटामिन D3 की कमी के पीछे आउटडोर गेम: ऑर्थोपेडिक डॉक्टर सुरेंद्र शुक्ला का कहना है, "पुराने समय में लोग घरों के बाहर निकलकर आउटडोर गेम खेलने के साथ ही व्यायाम किया करते थे, जिसके कारण उन्हें सूर्य की रोशनी मिलती थी और विटामिन D3 की कमी नहीं होती थी. लेकिन वर्तमान परिवेश काफी बदल चुका है. लोग हर काम को अपने घर या दफ्तर के अंदर ही एसी और पंखे में बैठकर कर रहे हैं. वर्तमान में 10 लोगों में से 8 लोग विटामिन D3 की कमी से जूझ रहे हैं. यानी 100 में से 80 फीसद लोगों में विटामिन डी 3 की कमी हो रही है, जो वेजिटेरियन हैं. ऐसे लोगों की संख्या लगभग 90 फीसदी है."

यह भी पढ़ें: बुजुर्ग ही नहीं हर उम्र के लोगों को होती है कम सुनने की समस्या, जानिए चिकित्सक की राय

डाइट में संतुलित मात्रा में कैल्शियम लेना भी जरूरी: आर्थोपेडिक का कहना है कि विटामिन D3 की कमी से बचने के लिए लोगों को दफ्तर या घरों में काम करने के साथ ही बाहर निकलकर एक्सरसाइज या फिर मॉर्निंग वॉक करना चाहिए, जिससे विटामिन D3 की कमी से बचा जा सकता है. 60 वर्ष से ऊपर के लोग कम से कम 40 से 45 मिनट मॉर्निंग वॉक करने के साथ ही डाइट में संतुलित मात्रा में कैल्शियम लेना भी जरूरी है. इसके बाद भी अगर D3 की कमी पूरी नहीं होती है, तो चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए.

रायपुर: विटामिन D3 की कमी से शरीर में कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती (Weak bones due to deficiency of Vitamin D3 ) है. शरीर का मजबूत हिस्सा हड्डी होता है. विटामिन D3 की कमी होने से इसका सीधा प्रभाव हड्डियों पर पड़ता है. बदलते लाइफस्टाइल के कारण विटामिन D3 की कमी होने लगती है. विटामिन D3 की कमी के कारण चिड़चिड़ापन थकान महसूस होने लगती है. विटामिन D3 की कमी से ओस्टियोपिनिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी हड्डियों में होने लगती है. हड्डियां कमजोर हो जाती है. हड्डियां बहुत जल्दी फैक्चर भी हो जाता है.

ऑर्थोपेडिक डॉक्टर सुरेंद्र शुक्ला

लाइफस्टाइल डिसऑर्डर के कारण विटामिन D3 की कमी: इस विषय में ईटीवी भारत से खास बातचीक के दौरान आर्थोपेडिक डॉ. सुरेंद्र शुक्ला ने (orthopedic doctor surendra shukla ) बताया, "आजकल के मॉडर्न लाइफस्टाइल के चलते लाइफस्टाइल डिसऑर्डर में लोगों को विटामिन डी 3 की कमी पाई जा रही है. विटामिन D3 की कमी की मुख्य वजह आउटडोर गेम का कम होना है. इसके साथ ही बदलता हुआ लाइफस्टाइल भी देखा जा रहा है. आजकल लोग घर और दफ्तर में एसी में रहकर अपने काम को करते हैं. ऐसे में उन लोगों को सनराइज का एक्सपोजर नहीं मिल पाता, जिसके कारण भी विटामिन D3 की कमी होने लगती है."

विटामिन D3 की कमी के पीछे आउटडोर गेम: ऑर्थोपेडिक डॉक्टर सुरेंद्र शुक्ला का कहना है, "पुराने समय में लोग घरों के बाहर निकलकर आउटडोर गेम खेलने के साथ ही व्यायाम किया करते थे, जिसके कारण उन्हें सूर्य की रोशनी मिलती थी और विटामिन D3 की कमी नहीं होती थी. लेकिन वर्तमान परिवेश काफी बदल चुका है. लोग हर काम को अपने घर या दफ्तर के अंदर ही एसी और पंखे में बैठकर कर रहे हैं. वर्तमान में 10 लोगों में से 8 लोग विटामिन D3 की कमी से जूझ रहे हैं. यानी 100 में से 80 फीसद लोगों में विटामिन डी 3 की कमी हो रही है, जो वेजिटेरियन हैं. ऐसे लोगों की संख्या लगभग 90 फीसदी है."

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डाइट में संतुलित मात्रा में कैल्शियम लेना भी जरूरी: आर्थोपेडिक का कहना है कि विटामिन D3 की कमी से बचने के लिए लोगों को दफ्तर या घरों में काम करने के साथ ही बाहर निकलकर एक्सरसाइज या फिर मॉर्निंग वॉक करना चाहिए, जिससे विटामिन D3 की कमी से बचा जा सकता है. 60 वर्ष से ऊपर के लोग कम से कम 40 से 45 मिनट मॉर्निंग वॉक करने के साथ ही डाइट में संतुलित मात्रा में कैल्शियम लेना भी जरूरी है. इसके बाद भी अगर D3 की कमी पूरी नहीं होती है, तो चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए.

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