ETV Bharat / state

कहने को नगर निगम की कॉलोनी, फिर भी खरीद कर पी रहे पानी

सड्डू स्थित बीएसयूपी कॉलोनी में दो दिन में एक बार नगर निगम के टैंकर आते हैं जो गर्मी में यहां के लोगों के लिए काफी नहीं है. 460 परिवार पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं

सड्डू स्थित बीएसयूपी कॉलोनी में पानी की समस्या
author img

By

Published : May 26, 2019, 10:04 PM IST

रायपुर : सड्डू स्थित बीएसयूपी कॉलोनी में 460 परिवार पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं. पानी की कीमत समझना हो, तो इस कॉलोनी के लोगों से पूछें, जो पानी की रक्षा के लिए पानी की टंकियों में ताला लगाकर उसकी पहरेदारी करते हैं. क्योंकि इस कॉलोनी में दो दिन में एक बार नगर निगम के टैंकर आते हैं जो गर्मी में यहां के लोगों के लिए काफी नहीं है.

सड्डू स्थित बीएसयूपी कॉलोनी में पानी की समस्या

दरअसल, राजधानी से कुछ दूर नगर निगम ने बीएसयूपी कॉलोनी को बसाया था. निगम का कहना था कि यहां के लोगों का जीवन स्तर अच्छा होगा, लेकिन यहां रह रहे लोग इस वक्त एक बाल्टी पानी के लिए भी परेशान हैं. आलम कुछ ऐसा है कि कॉलोनी में रह रहे लोगों को जब-जब पानी की कमी होती है वे सामने कुछ ही दूर पर बने बाड़ी से एक बाल्टी पानी दस रुपए में खरीद कर लाते हैं, जो पर्याप्त नहीं होता है. जबकि इस कॉलोनी में तीन बोर हैं, जो काम नहीं कर रहे हैं.

दो दिन में आता है टैंकर
दो दिन में केवल एक बार टैंकर आता है, जिससे उन्हें पानी मिलता है. उन्हें यहां पर तकरीबन पांच टैंकर की आवश्यकता होती है, लेकिन उन्हें केवल दो टैंकर पानी उपलब्ध करवाया जाता है. यहां रह रहे लोगों ने जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत की है. इसके बावजूद यहां पर किसी ने अभी तक ध्यान नहीं दिया है.

कॉलोनी केवल चुनावी मुद्दा
यह कोई पहली बार नहीं है जब ये समस्या आई हो, इससे पहले भी कई बार ऐसी समस्याएं आती रही हैं. यह कॉलोनी केवल चुनावी मुद्दा बन के रह गई है. चुनाव के वक्त नेता आते हैं, वोट मांग कर चल जाते हैं. समस्या जस की तस बनी है.

रायपुर : सड्डू स्थित बीएसयूपी कॉलोनी में 460 परिवार पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं. पानी की कीमत समझना हो, तो इस कॉलोनी के लोगों से पूछें, जो पानी की रक्षा के लिए पानी की टंकियों में ताला लगाकर उसकी पहरेदारी करते हैं. क्योंकि इस कॉलोनी में दो दिन में एक बार नगर निगम के टैंकर आते हैं जो गर्मी में यहां के लोगों के लिए काफी नहीं है.

सड्डू स्थित बीएसयूपी कॉलोनी में पानी की समस्या

दरअसल, राजधानी से कुछ दूर नगर निगम ने बीएसयूपी कॉलोनी को बसाया था. निगम का कहना था कि यहां के लोगों का जीवन स्तर अच्छा होगा, लेकिन यहां रह रहे लोग इस वक्त एक बाल्टी पानी के लिए भी परेशान हैं. आलम कुछ ऐसा है कि कॉलोनी में रह रहे लोगों को जब-जब पानी की कमी होती है वे सामने कुछ ही दूर पर बने बाड़ी से एक बाल्टी पानी दस रुपए में खरीद कर लाते हैं, जो पर्याप्त नहीं होता है. जबकि इस कॉलोनी में तीन बोर हैं, जो काम नहीं कर रहे हैं.

दो दिन में आता है टैंकर
दो दिन में केवल एक बार टैंकर आता है, जिससे उन्हें पानी मिलता है. उन्हें यहां पर तकरीबन पांच टैंकर की आवश्यकता होती है, लेकिन उन्हें केवल दो टैंकर पानी उपलब्ध करवाया जाता है. यहां रह रहे लोगों ने जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत की है. इसके बावजूद यहां पर किसी ने अभी तक ध्यान नहीं दिया है.

कॉलोनी केवल चुनावी मुद्दा
यह कोई पहली बार नहीं है जब ये समस्या आई हो, इससे पहले भी कई बार ऐसी समस्याएं आती रही हैं. यह कॉलोनी केवल चुनावी मुद्दा बन के रह गई है. चुनाव के वक्त नेता आते हैं, वोट मांग कर चल जाते हैं. समस्या जस की तस बनी है.

Intro:हाथी टंकी पानी को 2 दिन तक इस्तेमाल कर रहे हैं सड्डू BSUP कॉलोनी के लोग कम पड़ने पर ₹10 बाल्टी पानी खरीद कर ला रहे हैं यहां के लोग


Body:रायपुर । राजधानी रायपुर से कुछ किलोमीटर दूर बस आप बी एस यू पी कॉलोनी के लोग बूंद बूंद पानी के लिए भी मोहताज है । इस कॉलोनी को नगर निगम ने बसाई थी । नगर निगम का कहना था कि इससे लोगों का जीवन स्तर अच्छा होगा । लेकिन यहां रह रहे लोग इस वक्त एक बाल्टी पानी के लिए परेशान हो रहे हैं ।आधे टंकी पानी में उन्हें 2 दिन तक गुजारा करना पड़ता है । 2 दिन बाद फ्री टैंकर आता है और फिर लोगों के घरों में पानी पहुंचता है ।

आलम कुछ ऐसा है कि कॉलोनी में रह रहे लोगों को जब पानी की कमी होती है तो वे सामने कुछ ही दूर पर बनी बाड़ी से ₹10 बाल्टी पानी खरीद कर लाते हैं। वहां की महिलाएं परेशान हैं उनका कहना है कि जांच के लिए बाहर जाना पड़ता है क्योंकि उनके पास उचित मात्रा में उपलब्ध नहीं है ।

उससे केवल 2 दिन तक हाथ मूवी धोया जा सकता है नहाने के पानी के लिए भी हम यहां वहां से पानी का इंतजाम करते हैं । बीएसयूपी कॉलोनी में बोर तो लगाए गए हैं यहां पर तीन बोर तो लगे हैं पर लगाए गए हैं लेकिन तीनों बोर किसी काम के नहीं है । बीएसयूपी कॉलोनी में कुल 460 परिवार रहते हैं और इन 460 परिवारों का आलम बिल्कुल सेम है ।

यह लोग पानी के लिए ना तो काम पर जा पा रहे हैं ना यहां पानी भरने के चक्कर में बच्चे स्कूल जा पा रही हैं । पानी भरने के लिए यह चार मंजिलें घर की छत पर जाते हैं और वहां बनी छोटी सी छज्जे से पानी भरते हैं । घरों में ताला लग ना तो आम बात है लेकिन यहां अगर आप देखे तो हर टंकी में ताला लगा हुआ है। लोग बकायदा अपने पानी की रखवाली भी करते हैं ।

यह कोई पहली बार नहीं है जब ये समस्या आई हो इससे पहले भी कई बार ऐसी समस्याएं आती हैं । बावजूद इसके यहां पर कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति इसकी जवाबदारी लेने को तैयार नहीं है । यह कॉलोनी केवल चुनावी मुद्दा बन के रह गया है चुनाव के समय नेता बनाते हैं बड़े बड़े वादे करते हैं और फिर चले जाते हैं । यहां के लोग उन वादों को पूरा होते देखने के लिए एक लंबे समय से आस लगाए बैठे हैं बावजूद इसके उनकी खोज खबर करने वाला कोई नहीं है ।

2 दिन में केवल एक बार टैंकर आता है जिससे उन्हें पानी उपलब्ध करवाया जाता है । उन्हें यहां पर तकरीबन पांच टैंकर की आवश्यकता होती है लेकिन उन्हें केवल दो टैंकर पानी उपलब्ध करवाया जाता है । यहां रह रहे लोगों ने जिम्मेदार लोगों से शिकायत की है बावजूद इसके यहां पर किसी ने अभी तक ध्यान नहीं दिया है ।


वॉक थ्रू


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.