जशपुर : जिले में कोरोना संक्रमण के मामले दोबारा से बढ़ने लगे हैं. 1 मार्च से लेकर अब तक कुल 383 संक्रमित मरीजों की पहचान की गई. अनलॉक के प्रक्रिया शुरू होने के बाद जिले में दोबारा से बढ़ते कोरोना के कदमों को रोकने के लिए जिला प्रशासन को फिर से पहला कंटेनमेंट जोन घोषित करना पड़ा है. इसके साथ ही कलेक्टर ने बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक आयोजनों, धरना प्रदर्शन और रैली पर अगले आदेश तक के लिए पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है.
टिकरीपारा कंटेनमेंट जोन
दरअसल जिले में दोबारा से कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. 1 मार्च से लेकर अब तक 383 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन सख्ती बरतने की तैयारी कर रहा है. कलेक्टर महादेव कावरे ने बताया कि फरसाबहार तहसील के ग्राम पंचायत तुमला के आश्रित ग्राम टिकरीपारा में एक साथ 16 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि होने के बाद पूरे गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है. कलेक्टर ने 7 दिनों तक गांव में आने जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. उन्होंने बताया कि बेरिकेडिंग करने और स्थानीय रहवासियों को आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.
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लापरवाही का खामियाजा
1 मार्च से लेकर 23 मार्च के बीच 383 कोरोनावायरस मरीजों की पहचान की गई है. इस दौरान जिले में दो कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत भी हो गई है. कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों के बावजूद लापरवाही देखने को मिल रही है. एक ओर जहां राजनीतिक गतिविधियों में भारी भीड़ जुट रही है. तो वहीं दूसरी ओर मेला आयोजन भी जारी है. सार्वजनिक स्थानों, बाजारों, बसों में भारी भीड़ दिख रही है. कोरोना की गाइडलाइन सिर्फ कागजों में ही सिमट गई है.