रायपुर : लगातार बढ़ रही महंगाई (Inflation) ने लोगों की कमर तोड़ दी है. पेट्रोल-डीजल (petrol-Diesel) और गैस सिलेंडर के दाम (Gas Cylinder Price) तो लगातार बढ़ ही रहे थे, अब सब्जियों की कीमतों में आई उछाल (Vegetable Prices Rise) से रसोई में आग लग गई है. जहां पहले सब्जी बाजार में भीड़ लगा करती थी, वहीं अब बाजार खाली दिखने लगा है. बाजार में कुछ सब्जियां अर्धशतक तो कुछ शतक पर पहुंचने को आतुर हैं. जहां लोग पहले सब्जी मंडी से एक किलो और आधा किलो सब्जी ले जाया करते थे, अब यह एक पाव के आसपास सिमटकर रह गया है. प्याज और टमाटर जो पहले हर सब्जी का श्रृंगार हुआ करता था, अब लगातार इनकी कीमतों में हो रही वृद्धि के कारण सब्जियों को जायका लगातार बिगड़ता जा रहा है. इससे ग्राहकों में काफी मायूसी छाई हुई है.
महंगाई से देश भर में मचा है हाहाकार
महंगाई को लेकर प्रदेश में कांग्रेस (Congress) जल्दी ही प्रदर्शन करने वाली है. कांग्रेस का कहना है कि महंगाई इतनी बढ़ गई है कि पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है. बाजार में कोई भी सब्जी ऐसी नहीं है जो 50 रुपये से कम कीमत पर बिक रही हो. पेट्रोल-डीजल समेत गैस सिलेंडर की कीमत तो पहले से आसमान छू रही है. गैस की कीमत भी 1000 रुपये के पार हो गई है. इस पर भाजपा का कहना है कि छत्तीसगढ़ की सरकार केवल केंद्र सरकार पर ठीकरा फोड़ने का काम करती है. खुद महंगाई कम करने के लिए कुछ नहीं करती.
महंगाई ने लोगों के मुंह से छीना निवाला, अब सड़क पर उतर करेंगे विरोध
लगातार बढ़ रही महंगाई को लेकर कांग्रेस नेता कन्हैया अग्रवाल ने बताया कि महंगाई जिस तरह आसमान छू रही है, पूरे देश में हाहाकार मचा है. छत्तीसगढ़ में भी महंगाई का व्यापक असर दिख रहा है. सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं. आलम यह है कि रोज सब्जी खाना लोगों के लिए दूभर हो गया है. पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की कीमतें तो पहले से ही आसमान छू रही हैं. ऐसे में आम लोग सड़क पर आंदोलन करने को बाध्य हो गए हैं. महंगाई से त्रस्त जनता केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करने के लिए सड़कों पर उतरेगी.
कांग्रेस सरकार बेसुध, महंगाई के लिए केंद्र पर फोड़ रही ठीकरा
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव (BJP State Spokesperson Sanjay Srivastava) ने बताया कि महंगाई एक ऐसी चीज है, जिससे आम लोगों को तकलीफ होती है. इस देश में फेडरल सिस्टम है, जिसमें कुछ केंद्र सरकार की जिम्मेदारी रहती है और कुछ राज्य सरकार की. लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार केवल केंद्र सरकार पर ठीकरा फोड़ने का काम करती है. उसके निराकरण का प्रयास नहीं करती. आज पेट्रोल-डीजल की अगर बात करें तो पेट्रोल-डीजल के जो वैट के रेट हैं देश के जो राज्य हैं, उसमें प्रथम तीन राज्यों में प्रदेश का नाम शामिल है. उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में 15 प्रतिशत के आसपास वैट का रेट है. लेकिन यहां 25 प्रतिशत का वैट है.
वहीं पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह के सरकार में समय-समय पर महंगाई पर नियंत्रण करने के लिए वैट में कमी करते थे. सीमेंट के रेट यहां बढ़ रहे हैं. आम जनता को लगातार परेशान किया जा रहा है, हड़ताल कराकर. इसमें सरकार का संरक्षण भी है. जो सीमेंट 280-300 मिलता था, आज 360 में मिल रहा है. सरकार भी बेसुध है. सरकार अपनी कुर्सी बचाने में लगी है.
खुदरा बाजार में सब्जियों की कीमतें
सब्जी | रेट (रु. प्रति किलो) |
टमाटर | 60 |
प्याज | 50 |
बैंगन | 60 |
करेला | 100 |
पत्ता गोभी | 60 |
लौकी | 40 |
कुंदरू | 60 |
कद्दू | 40 |
शिमला मिर्च | 100 |
बरबटी | 70 |
सब्जी | रेट (रु. प्रति किलो) |
भिंडी | 60 |
सेमी बीज | 70 |
अदरक | 150 |
हरी मिर्च | 100 |
पत्तेदार सब्जी | 70 |
गांठ गोभी | 100 |
खीरा | 40 |
मूंगा | 100 |
लहसुन | 160 |
फूलगोभी | 80 |
लगातार बारिश और ट्रांसपोर्टिंग समस्या के कारण बढ़ रही महंगाई
प्याज थोक कारोबारी प्रकाश साहू ने बताया कि प्याज अभी थोक में 35 से 40 रुपये के आसपास बिक रहा है. पेट्रोल की बढ़ती कीमत और ट्रांसपोर्टिंग के वजह से भी प्याज के दाम काफी बढ़ गए हैं. वहीं बारिश की वजह से ट्रांसपोर्टिंग में प्रॉब्लम आ रही है. बारिश में प्याज काफी बर्बाद भी हुआ है. इस वजह से भी प्याज के दाम काफी बढ़ गए हैं. अभी नासिक से प्याज रायपुर आ रहा है. जो भी अभी नया प्याज हुआ था, वह बारिश की वजह से खराब हो गया है. इसलिए अभी प्याज महंगा हो गया है. वहीं बाकी सब्जियां भी बारिश की वजह से खराब हो गई हैं. बारिश की वजह से ट्रांसपोर्टिंग में भी प्रॉब्लम आ रहा है. इस वजह से भी सब्जियों की कीमतों में वृद्धि हो रही है. एक तो प्याज खराब आ रहा है, ऊपर से बारिश की वजह से प्याज की फसल बर्बाद हो गई है. वहीं पेट्रोल की कीमत भी लगातार बढ़ रही है. आदमी गाड़ी में पेट्रोल भराएगा या फिर प्याज खरीदेगा.
ग्राहकों ने कहा-दोनों तरफ से आम लोग ही परेशान
इधर, सब्जियों की लगातार बढ़ रही कीमतों को लेकर ग्राहकों ने बताया कि हम करें तो क्या करें? दोनों तरफ से आम लोग ही परेशान हो रहे हैं. एक तो पेट्रोल-डीजल और गैस के दाम दोगुने से ज्यादा हो गए हैं. ऊपर से सब्जियां भी लगातार महंगी हो रही हैं. गैस के दामों में आग लगी थी, अब रसोई में भी आग लग गई है. प्याज, टमाटर जैसी सब्जियां भी दोगुनी-तीन गुनी हो गई है. आदमी क्या खाए, क्या खरीदे और क्या बचाए, समझ में नहीं आ रहा.