रायपुर : प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही है. पिछले साल इस समय प्रदेश में कोरोना की पहली लहर ने कहर मचा कर रख दिया था. इस कारण लोग त्योहार नहीं मना पाए थे. लेकिन इस साल पिछले साल के मुकाबले कोरोना मरीजों की संख्या कम होने से लोग त्योहार मना रहे हैं. लेकिन त्योहारी सीजन होने की वजह से वैक्सीनेशन काफी प्रभावित हो रहा है. रोजाना टीकाकरण केंद्र में वैक्सीन लगाने के लिए भीड़ होती थी, लेकिन त्योहारी सीजन में अभी काफी कम लोग वैक्सीनेशन के लिए पहुंच रहे हैं.
त्योहार वाले दिन लोग वैक्सीनेशन सेंटर नहीं पहुंचते हैं, जिससे वैक्सीनेशन प्रभावित होता है. इससे डेली वेजेज पर अप्वॉइंट वैक्सीनेटर की सैलरी पर भी असर पड़ता है. दरअसल, टीके की धीमी रफ्तार में तेजी लाने को स्वास्थ्य विभाग ने फरमान जारी किया है कि टीकाकरण केंद्र में जिस दिन एक भी टीका नहीं लगेगा, उस दिन वहां आउटसोर्सिंग के जरिये तैनात अमले को वेतन नहीं मिलेगा. यानी टीका जीरो तो सैलरी भी जीरो हो जाएगी. यहां तक कि उस दिन के लिए खाने और आने-जाने का जो भत्ता दिया जाता है, वह भी नहीं दिया जाएगा. ऐसे में कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
48 वैक्सीन लगाना है रोज, कम होने पर नहीं बनती सैलरी
इस बाबत शहीद स्मारक केंद्र के टीकाकरण प्रभारी शरद कुमार ठाकुर ने बताया कि त्योहार के दिन वैक्सीनेशन काफी प्रभावित होता है. शासन के जो अभी नए आदेश निकले हैं, उसके तहत वैक्सीनेटर को 48 वैक्सीन रोजाना लगाना है. हमारी पूरी टीम सुबह से लगी हुई है, फेस्टिवल का दिन है, इस दिन काफी कम लोग आते हैं. इससे हमें दोहरी मार पड़ रही है. एक तो त्योहार के दिन हम यहां काम करते हैं. ऊपर से लोगों के नहीं आने से सैलरी भी नहीं बनती.
त्योहार के दिन रखा जाए अवकाश
त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है. त्योहार के दिन अवकाश रखा जाए. जिन केंद्रों में रोजाना 500 से 700 लोगों को वैक्सीन लगती है, त्योहार वाले दिन उन केंद्रों में सिर्फ 50 से 60 लोग पहुंचते हैं. जानकारी नहीं होने से त्योहार के दिन कम लोग ही केंद्र पहुंचते हैं. इधर, वैक्सीन लगाने आए लोगों ने बताया कि हमने आज वैक्सीन की सेकंड डोज लगाई है. हमें पता ही नहीं था कि आज वैक्सीनेशन सेंटर खुला है या बंद. क्योंकि त्योहार के दिन अधिकतर चीजें बंद रहती हैं. इसलिए प्रशासन को लोगों को जागरूक करने की जरूरत है.