रायपुर: रायपुर के रोजगार मेले में गुरुवार को शामिल होने पहुंचे केंद्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल ने बिरनपुर घटना को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने बिरनपुर की घटना को लेकर राज्य की भूपेश बघेल सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. बिरनपुर की घटना पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा था कि "भाजपा ने आग में पेट्रोल डालने का काम किया." इस पर पलटवार करते हुए प्रहलाद पटेल ने कहा "मुझे लगता है कि संयम रखने की आदत सीएम भूपेश बघेल को अधिक है. वे हमें सलाह न दें तो अच्छा होगा."
सत्ता में बैठे लोगों को देना होगा जवाब: बिरनपुर घटना को लेकर प्रहलाद पटेल ने कहा "देश में जिहादी मानसिकता के प्रति हर नागरिक चिंतित है. छत्तीसगढ़ जैसा राज्य, जहां इस तरह की घटनाएं अपवाद स्वरूप भी नहीं होती थी, मैं मानता हूं कि सत्ता में बैठे लोगों को इस बात का जवाब देना होगा. किनका संरक्षण था, जो इतना बड़ा दुस्साहस लोग कर लेते हैं. इस तरह की घटना से आम आदमी दहल जाता है. छत्तीसगढ़ के लोगों ने जो अपना व्यापार बंद करके मौन विरोध किया है. छत्तीसगढ़ की जनता का संस्कार ऐसा है, जो अन्य प्रकार की हिंसा से लड़ते रहे है. इस क्रूर हिंसा के विरोध में यह मौन समर्थन का मैं अभिनन्द करता हूं."
यह भी पढ़ें: Bemetara Violence:बिरनपुर घटना के बाद पुलिस अर्लट, साजा में जमीन खोदकर लगाए बेरिकेड्स
ये है पूरा मामला: 8 अप्रैल को साजा के बिरनपुर गांव में दो बच्चों की आपस में लड़ाई हो गई. बाद में जब ये बात बच्चों के घर तक पहुंची तो मामला और बढ़ गया. फिर दोनों पक्षों में मारपीट हुई. हिंसा में भुनेश्वर साहू की हत्या हो गई. इसके बाद से ही गांव का माहौल गरमाया हुआ है. गांव को छावनी में तबदील कर दिया गया है.
दो लोगों की हुई मौत: मामूली बात पर 8 अप्रैल को हुई हिंसा ने दो और जान ले ली है. शनिवार को हुई हिंसा के बाद विहिप ने 10 अप्रैल को छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया था. बंद के दौरान पुलिस की उपस्थिति के बावजूद सोमवार को बिरनपुर में प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया था. इस दौरान एक घर में आग लगा दी गई. इसमें हुए सिलेंडर विस्फोट में आईजी समेत पुलिसकर्मी घायल होने से साफ साफ बचे थे. इसी जले हुए के रहने वाले बाप बेटे का शव मंगलवार की सुबह बिरनपुर और कोरवाय गांव के बीच खेत में मिला. इनकी शिनाख्त साजा पुलिस ने की.