रायपुर: कैंसर एक घातक रोग है. कैंसर की बीमारी को लेकर एक सबसे बड़ी समस्या यह है कि इस बीमारी के लक्षण आखिरी स्टेज में पता लगते हैं जिसकी वजह से कई बार मरीज की जान चले जाती है. अगर वक्त पर कैंसर की बीमारी का पता चल जाए तो इसका इलाज संभव है. 4 फरवरी वर्ल्ड कैंसर डे के रूप में मनाया जाता है. आइए जानते कैंसर किन-किन स्वरूपों में होता है और इसके लक्ष्ण व बचाव क्या है.
कैंसर के प्रकार :
त्वचा का कैंसर (SKIN CANCER)
त्वचा या स्किन का कैंसर स्त्री और पुरुष दोनों को अपना शिकार बनाने वाला सबसे सामान्य प्रकार का कैंसर है. हर साल लाखों स्त्री-पुरुष इस कैंसर के शिकार होते हैं. अगर आपको त्वचा के कैंसर से बचना है तो तेज धूप और प्रदुषण से खुद को बचाना होगा.
![कैंसर के लक्षण और बचाव](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/5950203_trtrt.jpg)
लक्षण:
- गर्दन, माथे, गाल और आंखों के आसपास जलन.
- स्किन पर कई हफ्तों तक धब्बे पड़ना.
- स्किन में बदलाव होना.
- धूप में रहने पर खुजली भी होना.
बचाव:
- जब भी बाहर निकलें शरीर को ढक कर निकलें.
- स्किन पर अगर दाग हो तो डॉक्टर को जरुर दिखाएं.
- इसके अलावा पानी खूब पीएं
प्रोस्टेट कैंसर (PROSTRATE CANCER)
प्रोस्टेट कैंसर शरीर की पौरुष ग्रंथि में होनेवाला कैंसर है. यह पुरुषों को तेजी से अपना शिकार बना रहा है. खास बात यह है कि इस कैंसर के बारे में काफी देर से पता चलता है और जानकारी नहीं मिलने से लोग गलत इलाज कराते रहते हैं. यही वजह है कि यह कैंसर काफी तेजी से फैल रहा है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि हालात ऐसे ही रहे तो इस कैंसर के मरीज अगले कुछ ही साल में दोगुने हो जाएंगे.
![कैंसर के लक्षण और बचाव](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/5950203_trwr.jpg)
लक्षण:
- पेशाब की धार का पतला होना.
- पेशाब करने में असमर्थता.
- वीर्य में खून आना.
- कमर के नीचे के इलाके में या हड्डियों में दर्द.
बचाव:
- ताजे फल और सब्जियों का सेवन.
- कसरत करना.
- वजन कंट्रोल में रखना.
- खाद्य-सप्लिमेंट न लें.
- लक्षणों का पता चलते ही डॉक्टर से मिलें.
पैनक्रियाटिक कैंसर (PANCREATIC CANCER)
पैनक्रियाटिक कैंसर यानी अग्नाश्य में होनेवाले कैंसर. यह कैंसर दोनों पुरुष और महिलाओं को हो सकता है. इस कैंसर से व्यक्ति की भूख बाधित होती है. लगातर कमजोरी, मन खराब रहना, उल्टियां होना और पेट में हर समय जलन बने रहने की दिक्कत होती है. यह कैंसर आमतौर पर अधिक कार्बोहाइड्रेट फूड और रेड मीट के सेवन से होता है. साथ ही प्रदूषण वाली जगह में अधिक रहना और अधिक स्मोकिंग करना भी इस कैंसर के बड़े कारण के रूप में सामने आ रहा हैं.
![कैंसर के लक्षण और बचाव](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/5950203_trwqw.jpg)
लक्षण:
- पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द रहना.
- स्किन, आंख और यूरिन का कलर पीला होना.
- भूख न लगना.
बचाव:
- अगर आप स्मोकिंग करते है, तो करना बंद कर दें.
- अगर आप कुछ ज्यादा ही मोटे हैं, तो मेनटेन करें.
सर्वाइकल कैंसर (CERVICAL CANCER)
गर्भाशय ग्रीवा कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो गर्भाशय की कोशिकाओं में होता है. गर्भाशय के निचले हिस्से में स्थित है जो योनि से जुड़ता है. गर्भाशय ग्रीवा कैंसर का एक प्रमुख कारण है जो महिलाओं में मौत का कारण बनता है. गर्भाशय ग्रीवा कैंसर तब होता है जब गर्भाशय में कोशिकाएं एचपीवी और मानव पेपिलोमावायरस के उच्च जोखिम वाले प्रकारों से संक्रमित होती हैं.
![कैंसर के लक्षण और बचाव](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/5950203_trqwe.jpg)
लक्षण:
- रक्तस्राव, सेक्स या फिर टेंपोन इंसर्ट करने के दौरान रक्तस्राव.
- यौन संबंध बनाने के दौरान दर्द महसूस होना, योनी से रक्तमिश्रित अनियिमित डिस्चार्ज.
- कमर, पैर में दर्द महसूस होना, थकान, वजन में कमी, भूख न लगना.
बचाव
- रेगूलर जांच कराएं.
- एचपीवी वायरस से बचाव के लिए टीके लगवाएं.
ब्रेंन कैंसर या मस्तिष्क कैंसर (BRAIN CANCER)
मस्तिष्क में कोशिकाओं के असामान्य रूप से बढ़ने पर जो गांठ बन जाती है उसे ही ब्रेन ट्यूमर कहते हैं. इसमें मस्तिष्क के खास हिस्से में कोशिकाओं का गुच्छा बन जाता है. यह कई बार कैंसर की गांठ में तब्दील हो जाता है, इसलिए ब्रेन ट्यूमर को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए.
![कैंसर के लक्षण और बचाव](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/5950203_trqw.jpg)
लक्षण:
- सिर में दर्द बना रहना ब्रेन ट्यूमर का सबसे बड़ा संकेत है.
बचाव:
- विटामिन-सी का सेवन करें.
- ब्रेन ट्यूमर से बचाव के बहुत रास्ते नहीं हैं, फिर भी खानपान में रसायनों से जितना बच सकें.
बोन कैंसर य हड्डी कैंसर (BONE CANCER)
हड्डी का कैंसर, हड्डी की एक ट्यूमर का है, जो स्वस्थ हड्डियों को खराब करता है. सभी हड्डी की ट्यूमर कैंसर रहित नहीं होते हैं. गैर-घातक ट्यूमर, इनमे सबसे आम प्रकार है.
लक्षण:
- जरा सी चोट में फ्रैक्चर हो जाना.
- हड्डी में दर्द, वजन घटना.
इलाज
- सर्जरी के जरिए बोन कैंसर का इलाज.
- सर्जरी करने से पहले कैंसर ट्यूमर के आकार को देखना बहुत जरूरी.
बल्ड कैंसर या BLOOD CANCER
बल्ड कैंसर एक खतरनाक रोग है. यह कैंसर शरीर के रक्त कोशिकाओं पर आक्रमण कर देते हैं. इस प्रकार के कैंसर ज्यादा खतरनाक होते हैं, क्योंकि रक्त हमारे पूरे शरीर में प्रवाहित होता है. हर साल लगभग 75 लाख लोगों की मौत का कारण ब्लड कैंसर है. आमतौर पर ब्लड कैंसर के लक्षण बहुत धीरे-धीरे सामने आते हैं. इसलिए इसे शुरूआती स्टेज में पहचानना मुश्किल होता है. युवाओं और अधेड़ उम्र के लोगों के साथ-साथ पिछले कुछ सालों में बच्चों में भी ब्लड कैंसर के मामले काफी बढ़ गए हैं. लोगों का ऐसा मानना है कि, ब्लड कैंसर का इलाज संभव नहीं है मगर यदि सही समय पर इसके लक्षणों को पहचानकर इलाज शुरू किया जाए, तो ब्लड कैंसर का इलाज संभव है.
लक्षण:
![कैंसर के लक्षण और बचाव](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/5950203_tr.jpg)
-खांसी या सीने में दर्द होना, बुखार होना, त्वचा पर खुजली होना, भूख न लगना, कमजोरी महसूस होना.
बचाव:
- हेल्दी डाइट.
- रेड मीट का ज्यादा सेवन न करें.
- धूम्रपान न करें.
- सेफ सेक्स.
ब्रेस्ट कैंसर य BREAST CANCER
ब्रेस्ट कैंसर कॉमन कैंसर में से एक माना जाता है. सिर्फ महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरुष भी इस बीमारी के शिकार हो जाते है. लेकिन इसकी संभावना काफी हद तक कम ही होती है. आमतौर पर अगर ब्रेस्ट (Breast) में गांठ पड़ गई है तो इसे हम ब्रेस्ट कैंसर का ही एक लक्षण मानते है. लेकिन कई ऐसे संकेत भी होते हैं जिन्हें हम अधिकतर इग्नोर कर देते हैं. जिसके कारण हमें इस बारे में काफी देर से पता चलता है. कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि हार्मोन्स और हमारी लाइफस्टाइल में कई ऐसे फैक्टर है. जिसके कारण ब्रेस्ट कैंसर के चांसेज सबसे ज्यादा होते है. लेकिन अगर इसके शुरुआती लक्षणों को समय में जान लिया जाए तो इसका ट्रीटमेंट आसान हो जाएगा.
![कैंसर के लक्षण और बचाव](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/5950203_treewr.jpg)
लक्षण:
- ब्रेस्ट में गठान का होनानिप्पल से किसी तरह के द्रव्य का बहना, जो आमतौर पर हरे या लाल रंग का होता है.
बचाव:
- एक्सरसाइज और योग नियमित तौर पर करेंनमक का अत्यधिक सेवन.
- गर्भनिरोधक गोलियों का लगातार सेवन करने से पहले चिकित्सकीय परामर्श लें.