रायपुर: रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाईवे स्थित सांकरा गांव के पास सुबह करीब 6 बजे एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ है. हादसे में ट्रक ड्राइवर की मौके पर मौत हो गई, जबकि कंडक्टर और सहयोगी बाल-बाल बच गए, बताया जा रहा है कि दूसरे गाड़ी को बचाने के चक्कर में हादसा हुआ है. ट्रक रोड किनारे बनाए गए गढ्ढे में जा घुसा था. ड्राइवर की लाश को 5 घंटे कड़ी मशक्कत के बाद निकाल ली गई है.
ड्राइवर ट्रक को उरला के हनुकृपा स्पात से लोहे की चैनल लोडकर सिलतरा फैक्ट्री जा रहा था. सिलतरा फैक्ट्री से कुछ सामान लोडकर हरीद्वार के लिए निकलने वाले थे, लेकिन सांकरा के नेशनल हाईवे पर हादसा हो गया. हादसे की जानकारी मिलते ही सिलतरा चौकी प्रभारी डीडी मानिकपुरी मौके पर पहुंचे. जहां से 5 घंटे की मशक्कत के बाद लाश निकाली गई.
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तीन हाइड्रा और जेसीबी मशीन से निकाली गई गाड़ी
पुलिस ने बताया कि आधा ट्रक मिट्टी के अंदर फंस गया था. ट्रक को निकालने के लिए तीन हाइड्रा एक जेसीबी मशीन की जरूरत पड़ी, तब जाकर लाश ट्रक से निकाली जा सकी. ट्रक ड्राइवर का नाम नाथीराम है, जो उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिला का रहने वाला था. ड्राइवर के साथ हेल्पर भी था, जिसका नाम लालसिंह है. वहीं एक सहयागी लखीराम भी मौजूद था, जिसमें से दो लोग बाल-बाल बच गए.
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नेशनल हाईवे के अधिकारियों पर आरोप
शिवसेना के स्थानीय नेता परमानंद वर्मा ने कहा कि सड़क गलत तरीके से बनाया गया है, जिससे सिलतरा और सांकरा के बीच आए दिन हादसे और जाम की स्थिति बनी रहती है. नेशनल हाईवे के अधिकारी भी इस पर मौन धारण किए बैठे हैं. सड़क को आने जाने वाले राहगीरों के लिए सुगम बनाने की व्यवस्था भी नहीं की जा रही है. जबकि प्रशासन से स्थानीय लोगों ने कई मर्तबा ओवरब्रिज की मांग कर चुके हैं.
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. वहीं घायलों को प्राथमिक इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. साथ ही आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.