जगदलपुर: नगर निगम जगदलपुर में महापौर और पार्षद पद के लिए 11 फरवरी को मतदान होगा. भारतीय जनता पार्टी का प्रमुख विपक्ष कांग्रेस दोनों जीत का दावा कर रहे हैं. दोनों ही पार्टियां मतदान से पहले जनता को अपने पाले में करने की कोशिश भी प्रचार के जरिए कर रही हैं. नामांकन दाखिल करने से लेकर प्रचार तक में दोनों ही पार्टियां अपने अपने बागी नेताओं से भी जूझ रही हैं. भारतीय जनता पार्टी ने अपने 12 बागी नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया है.
बागियों से जूझ रही पार्टियां: ऐसा नहीं है कि सिर्फ बीजेपी ही बागियों से जूझ रही है कांग्रेस पार्टी भी बागियों से दो चार हो रही है. कांग्रेस पार्टी ने बगावत का झंडा बुलंद करने वाले 5 नेताओं को नोटिस जारी करने का मन बनाया है. जिन नेताओं को नोटिस जारी किया जा सकता है उनपर पार्टी के खिलाफ काम करने का आरोप है.
बीजेपी हर चुनाव को गंभीरता के साथ लड़ती है. सभी की इच्छा होती है कि वार्ड पार्षद का टिकट उनको मिले, पार्टी प्रतिनिधित्व का मौका दे. पर पार्टी केवल उनको ही टिकट देती है जो जीतने का दम रखते हैं. ऐसे में कई कार्यकर्ता और नेता ऐसे भी होते हैं जो पार्टी के विरुद्ध जाकर फार्म भर देते हैं. पार्टी को हराने का काम करते हैं. ऐसे नेताओं और कार्यकर्ताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई जरुरी है - किरण सिंह देव, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष
पार्टी ने पहले शपथ पत्र ले लिया है कि जो भी पार्टी के खिलाफ जाकर काम करेगा उसे सात साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा. चार से पांच लोग ऐसे हैं जिनके विरुद्ध कार्रवाई की गई है. नाराज लोगों को मनाने का काम भी किया गया है. नाराज लोगों का कहना है कि वो पार्टी में लौट आएंगे. लौट आते हैं तो ठीक नहीं तो कार्रवाई निश्चित है - सुशील मौर्य, कांग्रेस, जिला अध्यक्ष
इन नेताओं को किया गया पार्टी से बाहर: भाजपा ने जिन नेताओं को पार्टी से बाहर किया है उसमें गजेंद्र कुमार साहू, उत्तम कुमार साहू, करण बघेल, कुबेरनाथ देवांगन, मानिक राम नाग, चंद्रभान नागवंशी, चिंतामणि सोनी, रामकुमार मंडावी, रूपरानी दास, रामू कश्यप, गायत्री सोनी, धनसिंह नायक का नाम शामिल है.