रायपुर: जांजगीर-चांपा में रहने वाली महिला अपने पति और बच्चे सहित सीएम से इच्छा मृत्यु की मांग कर रही है. अपनी समस्या को लेकर इस महिला ने जिस भी अधिकारी य जनप्रतिनिधि से मदद की गुहार लगाई, हर जगह से उसे निराशा ही हाथ लगी. महिला का कहना है कि 'वो सीएम सहित सभी अधिकारियों के पास जाकर मदद कि गुहार लगा चुकी है, लेकिन किसी से कोई मदद नहीं मिली. महिला सीएम हाउस में होने वाली जन चौपाल में भी चार बार जा चुकी हैं. लेकिन सीएम से मदद मांगने के बाद भी महिल अब भी हर जगह ठोकर खाने को मजबूर है.
निराश होकर महिला अपने पति और बच्चे के साथ सीएम हाउस के पास धरना देने बैठ गई. सीएम हाउस के गार्ड ने पुलिस बुलाकर महिला, उसके बच्चे और पति को वहां से भगा दिया.
बैंक से लिए थे 70 हजार लोन
दरअसल कुछ महीनों पहले महिला ने एक बैंक से महिला समिति के निगरानी में 70 हजार का लोन लिया था. जिसमें महिला ने 51 हजार का लोन पटा दिया था. पर अचानक महिला के पति का एक्सीडेंट हो जाने के कारण वह कुछ किश्तें नहीं दे पाई. जिसके बाद महिला समिति ने आकर उनके घर के सभी सामानों को जब्त कर लिया.
शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दे रही पुलिस
पीड़ित महिला ने बताया गया कि '51 हजार की किश्त चुकाने के बाद भी उनके घर से लाखों का सामान महिला समिति ने निकाल लिया है. इतना ही नहीं महिला समिति ने पीड़ित महिला के साथ मारपीट भी की. जिसके बाद महिला इस बात की शिकायत करने थाना पहुंची. पर TI ने भी उसकी बात को अनसुना कर दिया. पीड़ित महिला ने थाना प्रभारी से लेकर SP तक शिकायत दर्ज करवाने की कोशिश की, लेकिन किसी ने उसकी गुहार नहीं सुनी.
सरकार से मदद की उम्मीद
महिला पिछले कुछ महीनों से दर-दर की ठोकरें खा रही है. रहने की कोई जगह न होने के कारण वो रेलवे स्टेशन में रहने को मजबूर है. महिला कि मांग है कि सरकार उसकी कुछ मदद करे. बार-बार निराशा हाथ लगने के बावजूद भी महिला अब भी सरकार से मदद की उम्मीद लगाए बैठी है.