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रायपुर में अवैध पार्किंग से कैसे बना एक्सीडेंट का खतरा, जानिए !

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Published : Sep 24, 2021, 6:52 PM IST

रायपुर में अवैध पार्किंग (Illegal parking) के कारण जगह-जगह सड़क जाम (Road jam) होने की घटनाएं सामने आ रही है. इतना ही नहीं, कई जगहों पर नो पार्किंग जोेन (No parking zone) में भी लोगों के वाहन होने से सड़क दुर्घटना (Road accident) में इजाफा देखने को मिला है. यातायात विभाग (Traffic department) द्वारा कई जागरुकता अभियान (Awareness campaign) चलाये गये. बावजूद इसके लोगों में सुधार की कमी देखी जा रही है.

Traffic disrupted due to illegal parking
अवैध पार्किंग ने बढ़ाई परेशानी

रायपुरः छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बढ़ते ट्रैफिक (Increasing traffic) को देखते हुए शहर के अलग-अलग जगहों में दो पहिया और चार पहिया (Two wheeler and four wheeler) वाहनों के लिए पार्किंग जोन (Parking zone) बनाये गये हैं. हालांकि कुछ लोग पार्किंग जोन (Parking zone) में गाड़ी पार्क (Car park) न करके सड़क के किनारे पार्किंग (Road side parking) कर देते हैं. जिससे सड़कों पर आवाजाही बाधित (Road traffic disrupted) होती है और सड़क काफी जाम (Road jam) रहता है.

ट्रैफिक जाम और दुर्घटना का खतरा

अवैध पार्किंग के कारण शहर के कई इलाकों में घंटों तक जाम लगा रहता है. इधर, यातायात विभाग (Traffic department) लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान (Campaign) भी चला रही है. जिसका कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है. लोग जागरूक होने के बजाय और भी नियमों को तोड़ रहे हैं.

मेट्रो सिटी की तर्ज पर विकसित हो रही रायपुर

जहां एक ओर राजधानी रायपुर धीरे-धीरे मेट्रो सिटी की तर्ज पर विकसित हो रही है. वहीं, दूसरी ओर ट्रैफिक की व्यवस्था एक बड़ी चुनौती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि लोग अपनी दोपहिया और चार पहिया वाहनों को पार्किंग स्थल पर खड़ा ना करके सड़क किनारे या फिर नो पार्किंग जोन में खड़ा कर देते हैं. जिसका खामियाजा दूसरे लोगों को भुगतना पड़ता है और शहर के कई इलाकों में घंटो जाम की स्थिति बनी रहती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यातायात विभाग के द्वारा इसको लेकर सख्ती भी बरती जा रही है, हालांकि लोग जस के तस हैं.

सूरजपुर में दो दिनों के अंदर दो हाथियों की मौत, वन विभाग में मचा हड़कंप

जागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का प्रयास विफल

वहीं, इस मामले में ट्रैफिक विभाग के एडिशनल एसपी एमआर मंडावी का कहना है कि, यातायात को लेकर कई तरह के जागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाता है. बावजूद इसके लोगों में जागरूकता की कमी देखने को मिल रही है. ऐसे में मजबूरन ट्रैफिक विभाग को नो पार्किंग और सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों का चालान करना पड़ता है. नो पार्किंग और ट्रैफिक रूल्स का पालन नहीं करने वाले वाहन चालकों को अभियान चलाकर ऐसे लोगों पर सख्ती भी बरती जा रही है, लेकिन लोग सुधरने को तैयार नहीं है.

जनवरी से लेकर 15 सितंबर तक वाहनों पर की गई चालानी कार्रवाई

बताया जा रहा है कि अवैध पार्किंग रोकने के लिए जनवरी माह में 1077 वाहन, फरवरी महीने में 672 वाहन, मार्च महीने में 659 वाहन, अप्रैल महीने में 126 वाहन, मई महीने में 88 वाहन, जून महीने में 1464 वाहन, जुलाई महीने में 1212 वाहन, अगस्त महीने में 1360 वाहन, और सितंबर महीने में 468 वाहनों पर कार्रवाई की गई है. बावजूद इसके लोगों में कोई खास सुधार नहीं देखा गया. इसके अलावा अवैध पार्किंग के कारण हो रहे सड़क जाम से दुर्घटना की संख्या में भी बढ़त देखी जा रही है.

रायपुरः छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बढ़ते ट्रैफिक (Increasing traffic) को देखते हुए शहर के अलग-अलग जगहों में दो पहिया और चार पहिया (Two wheeler and four wheeler) वाहनों के लिए पार्किंग जोन (Parking zone) बनाये गये हैं. हालांकि कुछ लोग पार्किंग जोन (Parking zone) में गाड़ी पार्क (Car park) न करके सड़क के किनारे पार्किंग (Road side parking) कर देते हैं. जिससे सड़कों पर आवाजाही बाधित (Road traffic disrupted) होती है और सड़क काफी जाम (Road jam) रहता है.

ट्रैफिक जाम और दुर्घटना का खतरा

अवैध पार्किंग के कारण शहर के कई इलाकों में घंटों तक जाम लगा रहता है. इधर, यातायात विभाग (Traffic department) लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान (Campaign) भी चला रही है. जिसका कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है. लोग जागरूक होने के बजाय और भी नियमों को तोड़ रहे हैं.

मेट्रो सिटी की तर्ज पर विकसित हो रही रायपुर

जहां एक ओर राजधानी रायपुर धीरे-धीरे मेट्रो सिटी की तर्ज पर विकसित हो रही है. वहीं, दूसरी ओर ट्रैफिक की व्यवस्था एक बड़ी चुनौती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि लोग अपनी दोपहिया और चार पहिया वाहनों को पार्किंग स्थल पर खड़ा ना करके सड़क किनारे या फिर नो पार्किंग जोन में खड़ा कर देते हैं. जिसका खामियाजा दूसरे लोगों को भुगतना पड़ता है और शहर के कई इलाकों में घंटो जाम की स्थिति बनी रहती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यातायात विभाग के द्वारा इसको लेकर सख्ती भी बरती जा रही है, हालांकि लोग जस के तस हैं.

सूरजपुर में दो दिनों के अंदर दो हाथियों की मौत, वन विभाग में मचा हड़कंप

जागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का प्रयास विफल

वहीं, इस मामले में ट्रैफिक विभाग के एडिशनल एसपी एमआर मंडावी का कहना है कि, यातायात को लेकर कई तरह के जागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाता है. बावजूद इसके लोगों में जागरूकता की कमी देखने को मिल रही है. ऐसे में मजबूरन ट्रैफिक विभाग को नो पार्किंग और सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों का चालान करना पड़ता है. नो पार्किंग और ट्रैफिक रूल्स का पालन नहीं करने वाले वाहन चालकों को अभियान चलाकर ऐसे लोगों पर सख्ती भी बरती जा रही है, लेकिन लोग सुधरने को तैयार नहीं है.

जनवरी से लेकर 15 सितंबर तक वाहनों पर की गई चालानी कार्रवाई

बताया जा रहा है कि अवैध पार्किंग रोकने के लिए जनवरी माह में 1077 वाहन, फरवरी महीने में 672 वाहन, मार्च महीने में 659 वाहन, अप्रैल महीने में 126 वाहन, मई महीने में 88 वाहन, जून महीने में 1464 वाहन, जुलाई महीने में 1212 वाहन, अगस्त महीने में 1360 वाहन, और सितंबर महीने में 468 वाहनों पर कार्रवाई की गई है. बावजूद इसके लोगों में कोई खास सुधार नहीं देखा गया. इसके अलावा अवैध पार्किंग के कारण हो रहे सड़क जाम से दुर्घटना की संख्या में भी बढ़त देखी जा रही है.

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