रायपुर: शिक्षक दिवस के दिन नहाने गए शिक्षक समेत 3 लोग खारुन नदी में बह गए. घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच कर शुरू किया. 8 घंटे बीतने के बाद भी तीनों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है. बताया जा रहा है कि शिक्षक सहित 3 लोग खारुन एनीकट में नहा रहे थे. तभी अचानक पानी का बहाव तेज हो गया. पानी का बहाव तेज होने की वजह से तीनों बह गए. अंधेरा होने की वजह से रेस्क्यू अभियान रोक दिया गया है.
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एक ही परिवार के हैं तीनों: राजधानी रायपुर के धरसीवां थाना क्षेत्र के मुर्रा गांव पर बने एनीकट में तीन लोग बह गए हैं. बहने वालों में शिक्षक लखन लाल बंजारे (58), हरजीत भारती (15) और शेखर बंजारे (28) शामिल हैं. ये तीनों एक ही परिवार के हैं. रेस्क्यू टीम लगातार खोजबीन कर रही थी, लेकिन घंटों बाद भी रेस्क्यू टीम को कोई सफलता हासिल नहीं हुई है. जानकारी के मुताबिक शिक्षक लखन लाल बंजारे, उनका नाती हरजीत भारती और बड़े भाई का लड़का शेखर बंजारे तीनों मुर्रा एनीकट नहाने गए थे. तभी अचानक पानी का बहाव तेज हो गया और वे बह गए. घटना के बाद से ही ग्रामीण उन्हें खोजने में लगे रहे, लेकिन घंटों बाद भी पानी में तीनों नहीं मिले.
गंगरेल बांध का खोला गया था गेट: जानकारी के मुताबिक़ एनीकट से लोग आना-जाना करते हैं. ये रायपुर को बेमेतरा जिले से जोड़ता है. ग्रामीण मुर्रा से ढाबा गांव आने जाने के लिए इस पुल का उपयोग करते हैं. बताया जा रहा है कि गंगरेल बांध से पानी छोड़ा गया था, जिसकी वजह से तेज बहाव था. जिसका अंदाजा किसी को नहीं था. शिक्षक अपने परिवार के साथ नहा रहा था, तभी उसका नाती बह गया. उसे बचाने के चक्कर में शिक्षक और उसका भतीजा भी बह गए.
क्या कहते हैं अफसर: धरसीवां थाना प्रभारी शिवेंद्र सिंह राजपूत ने बताया "मुर्रा गांव के खारुन नदी एनीकट में तीन लोगों के बहने की सूचना मिली थी. जिसके बाद पुलिस और गाेताखोर की टीम लगातार तलाश कर रही है. तेज बहाव होने की वजह से कोई पता नहीं चल सका है. अंधेरा होने की वजह से रेक्स्यू अभियान रोक दिया गया है. सुबह फिर शुरू किया जाएगा.