चन्दौली, उत्तर प्रदेश : रविवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों की कायराना हरकत के बाद शहीद हुए जवानों में सीआरपीएफ के कोबरा 210 बटालियन के कमांडो धर्मदेव शहीद हो गए. घटना की जानकारी के बाद से परिजनों का बुरा हाल है. अपने जवान के अंतिम दर्शन के लिए पूरा गांव उमड़ा है.
सीआरपीएफ कमांडेंट रामलखन ने बताया कि 210वीं बटालियन कोबरा कमांडो रहे धर्मदेव अदम्य साहस के साथ नक्सलियों के साथ लड़ते हुए शहीद हो गए. उनका पार्थिव शरीर वाराणसी से दुल्हीपुर कैम्प लाया गया और ससम्मान गार्डस के साथ रातभर कैम्प में रखा जाएगा. इसके बाद मंगलवार की सुबह शहीद का पार्थिव शरीर को सीआरपीएफ के वाहन से उनके शहाबगंज स्थित आवास ले जाया जाएगा और परिवार को शव की सुपुर्दगी दी जाएगी.
मणिकर्णिका घाट पर होगा अंतिम संस्कार
रीति-रिवाज के साथ शहीद का अंतिम संस्कार वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर किया जाएगा. सीआरपीएफ के कमांडेंट रामलखन ने बताया कि इस बारे में लगातार विभागीय अधिकारियों और जिला प्रशासन के संपर्क में हैं. शासन की मंशा के अनुरूप परिवार को हर संभव मदद दी जाएगी. सीआरपीएफ हमेशा परिवार के सुख-दुख में शामिल रहेगा.
स्थानीय युवा बाइक रैली निकाल करेंगे रिसीव
रविवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों की कायराना हरकत के बाद शहीद हुए जवानों में सीआरपीएफ के कोबरा 210 बटालियन के कमांडो धर्मदेव शहीद हो गए हैं. शहीद जवान के सम्मान में स्थानीय युवक मंगलवार की सुबह बाइक रैली निकालकर धर्मदेव के पार्थिव शरीर को लेवा रोड के समीप रिसीव करेंगे.
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सीआरपीएफ कैम्प में रातभर रहेगा शहीद का कॉफिन
सीआरपीएफ कमाण्डेन्ट रामलखन ने बताया कि 210वीं बटालियन कोबरा कमांडो रहे धर्मदेव अदम्य साहस के साथ नक्सलियों के साथ लड़ते हुए शहीद हुए हैं. उनका पार्थिव शरीर सोमवार की देर रात वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचा. यहां से हमारी टीम ने सम्मान के साथ शहीद के शव को दुल्हीपुर कैम्प लाई. मंगलवार की सुबह शहीद के पार्थिव शरीर को सीआरपीएफ के वाहन से उनके शहाबगंज स्थित आवास ले जाया जाएगा और परिवार को शव की सुपुर्दगी दी जाएगी.