ETV Bharat / state

Teachers day 2022 क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस

भारत में 5 सितंबर को टीचर्स डे के रुप में मनाया जाता है.शिक्षक की अहमियत केवल आज से नहीं बल्कि भारतीय इतिहास और हमारी पौराणिक कथाओं में भी किया गया है. इसलिए हम अर्जुन में गुरु द्रोण को, राम में वशिष्ठ, और कृष्ण में सांदीपनी को देखते हैं.

teachers day and importance
क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस
author img

By

Published : Sep 4, 2022, 4:43 AM IST

Updated : Sep 5, 2022, 6:30 AM IST

रायपुर : बच्चे के पैदा होने से लेकर उसके दुनिया छोड़ने तक वो सीखता ही है.दुनिया में कोई भी शख्स ऐसा नहीं है जिसे सब कुछ आता हो. हर किसी को किसी ना किसी चीज की शिक्षा लेनी ही पड़ती है और उसी शिक्षा को देने वाला शिक्षक कहलाता है. सबसे पहले अध्यापक मां- बाप होते हैं और उसके बाद स्कूल अध्यापक, फिर कॉलेज या यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और इस तरह ना जाने कितने शिक्षकों के सहारे कोई शख्स सफल बनता है. उन सभी शिक्षकों का आभार जताने के लिये पूरी दुनिया में शिक्षक दिवस मनाया जाता है, इसे अध्यापक या टीचर्स डे भी कहते (teachers day and importance) हैं.


भारत में क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस : वैसे तो दुनिया के अलग अलग देशों में टीचर्स डे अलग अलग दिन मनाये जाते हैं. लेकिन शिक्षक दिवस भारत में 5 सितंबर को मनाया जाता है. भारत में प्राचीन काल से ही गुरू और शिष्य का रिश्ता रहा है, कई किस्से इनको लेकर प्रचलित हैं, लेकिन मॉर्डन इंडिया में इसका पहला श्रेय जाता है डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Dr Sarvepalli Radhakrishnan) को. सर्वपल्ली भारत सरकार के कई अहम औहदों पर रहे. उप राष्ट्रपति भी थे. लेकिन वो सबसे अच्छे शिक्षक माने जाते हैं. उन्हीं की जन्म तारीख यानी 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस मनाया जाता है.डॉ राधाकृष्णन का जन्म 5 सितम्बर 1888 को तमिलनाडु के तिरूतनी में हुआ था. उनका बचपन उत्कृष्ट विचारों के बीच बीता. वो प्रोफेसर भी रहे फिर भारत सरकार में कई औहदों पर अपनी सेवाएं दीं. जब वे भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति बने तो सबने उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस मनाने के लिए पूछा तो उन्होंने बोला, ये तो बहुत अच्छी बात है लेकिन इसके मनाने का उद्देश्य विश्व कल्याण होना चाहिए.

टीचर्स डे में शिक्षकों का सम्मान :शिक्षक दिवस को विशेष रूप से शिक्षक को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है. शिक्षक किसी भी समाज में एक मजबूत नींव का काम करता है. जो अपने अबोध छात्र-छात्राओं को जीवन के अंधकार में उजाला दिखाता है. इस वजह से हर साल 100 से ज्यादा देशों में अलग-अलग तारीख पर अपने शिक्षक को सम्मान प्रस्तुत किया जाता है और इसके लिए शिक्षक दिवस मनाया जाता है. शिक्षक दिवस मना कर हम देश के शिक्षकों का सम्मान करते हैं और उनके द्वारा किए गए कार्य के लिए उन्हें सम्मान देते हैं. शिक्षक दिवस कुछ देशों में पूर्ण छुट्टी का दिन होता है. तो कुछ देशों में इस भव्य अवसर को कार्य करते हुए मनाया जाता है. हमारे देश भारत में 5 सितंबर को कार्य करते हुए शिक्षकों के लिए बड़े ही हर्षोल्लास के साथ अलग-अलग स्कूल कॉलेज ट्यूशन या विश्वविद्यालय में कई प्रकार का समारोह आयोजित किया जाता है.

रायपुर : बच्चे के पैदा होने से लेकर उसके दुनिया छोड़ने तक वो सीखता ही है.दुनिया में कोई भी शख्स ऐसा नहीं है जिसे सब कुछ आता हो. हर किसी को किसी ना किसी चीज की शिक्षा लेनी ही पड़ती है और उसी शिक्षा को देने वाला शिक्षक कहलाता है. सबसे पहले अध्यापक मां- बाप होते हैं और उसके बाद स्कूल अध्यापक, फिर कॉलेज या यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और इस तरह ना जाने कितने शिक्षकों के सहारे कोई शख्स सफल बनता है. उन सभी शिक्षकों का आभार जताने के लिये पूरी दुनिया में शिक्षक दिवस मनाया जाता है, इसे अध्यापक या टीचर्स डे भी कहते (teachers day and importance) हैं.


भारत में क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस : वैसे तो दुनिया के अलग अलग देशों में टीचर्स डे अलग अलग दिन मनाये जाते हैं. लेकिन शिक्षक दिवस भारत में 5 सितंबर को मनाया जाता है. भारत में प्राचीन काल से ही गुरू और शिष्य का रिश्ता रहा है, कई किस्से इनको लेकर प्रचलित हैं, लेकिन मॉर्डन इंडिया में इसका पहला श्रेय जाता है डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Dr Sarvepalli Radhakrishnan) को. सर्वपल्ली भारत सरकार के कई अहम औहदों पर रहे. उप राष्ट्रपति भी थे. लेकिन वो सबसे अच्छे शिक्षक माने जाते हैं. उन्हीं की जन्म तारीख यानी 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस मनाया जाता है.डॉ राधाकृष्णन का जन्म 5 सितम्बर 1888 को तमिलनाडु के तिरूतनी में हुआ था. उनका बचपन उत्कृष्ट विचारों के बीच बीता. वो प्रोफेसर भी रहे फिर भारत सरकार में कई औहदों पर अपनी सेवाएं दीं. जब वे भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति बने तो सबने उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस मनाने के लिए पूछा तो उन्होंने बोला, ये तो बहुत अच्छी बात है लेकिन इसके मनाने का उद्देश्य विश्व कल्याण होना चाहिए.

टीचर्स डे में शिक्षकों का सम्मान :शिक्षक दिवस को विशेष रूप से शिक्षक को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है. शिक्षक किसी भी समाज में एक मजबूत नींव का काम करता है. जो अपने अबोध छात्र-छात्राओं को जीवन के अंधकार में उजाला दिखाता है. इस वजह से हर साल 100 से ज्यादा देशों में अलग-अलग तारीख पर अपने शिक्षक को सम्मान प्रस्तुत किया जाता है और इसके लिए शिक्षक दिवस मनाया जाता है. शिक्षक दिवस मना कर हम देश के शिक्षकों का सम्मान करते हैं और उनके द्वारा किए गए कार्य के लिए उन्हें सम्मान देते हैं. शिक्षक दिवस कुछ देशों में पूर्ण छुट्टी का दिन होता है. तो कुछ देशों में इस भव्य अवसर को कार्य करते हुए मनाया जाता है. हमारे देश भारत में 5 सितंबर को कार्य करते हुए शिक्षकों के लिए बड़े ही हर्षोल्लास के साथ अलग-अलग स्कूल कॉलेज ट्यूशन या विश्वविद्यालय में कई प्रकार का समारोह आयोजित किया जाता है.

Last Updated : Sep 5, 2022, 6:30 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.