रायपुर: हर एक सरकार अपनी योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए अलग-अलग माध्यमों से प्रचार-प्रसार करती है. बैनर, पोस्टर, होर्डिंग के अलावा सरकार वेबसाइट भी डेवलप करती है. सरकार वेबसाइट के लिए लाखों-करोड़ों रुपए खर्च करती है, लेकिन ज्यादातर सरकारी वेबसाइटों में यह देखने को मिलता है कि समय-दर-समय वेबसाइट अपडेट नहीं हो रहा है. इस वजह से आम नागरिकों तक संबंधित जानकारी नहीं पहुंच (Chhattisgarh government Websites are not updating) पाती. जिसके कारण आमजनमानस को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
छत्तीसगढ़ सरकार ने भी अलग-अलग विभागों की वेबसाइट लोगों की सुविधाओं के लिए बनाई है. हालांकि स्थिति वहां भी जस की तस है. जी हां, छत्तीसगढ़ की कई सरकारी वेबसाइटों पर जानकारियां अपडेट नहीं हो रही है. वेबसाइटों के अपडेट की जमीनी हकीकत जानने के लिए ईटीवी भारत ने पड़ताल की. इस दौरान कई चौकाने वाली बातें पता चली है.
हर तरह की जानकारियां नहीं है उपल्बध
सबसे पहले ईटीवी भारत ने छत्तीसगढ़ खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड की वेबसाइट को चेक किया. यहां खादी और हर्बल उत्पादों की जानकारी मौजूद होनी चाहिए थी. अलग अलग प्रोडक्ट की जानकारी होनी चाहिए थी. लेकिन वहां सिर्फ कुछ ही प्रोडक्ट की जानकारियां थी. बाकी वस्तुओं की जानकारियां जैसे अगरबत्ती, तेल, चावल और बिस्कुट जैसे प्रोडक्ट की जानकारियां वहां मौजूद नहीं थी.
इसी तरह ईटीवी भारत ने छत्तीसगढ़ सरकार के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की वेबसाइट को भी चेक किया. वहां अधिकारियों के लिए संपर्क के लिए बनाए गए पेज पर क्लिक करने पर वो साइट काम करना ही बंद कर देते हैं. अक्सर यह देखा गया है कि विभाग के अधिकारियों के साथ संपर्क करने के लिए आम नागरिकों को उनके संपर्क सूत्र की आवश्यकता होती है, लेकिन वहां जानकारी मौजूद नहीं थी.
मेडिकल एजुकेशन साइट पर भी जानकारियां उपलब्ध नहीं
इसके अलावा ईटीवी भारत ने छत्तीसगढ़ के डायरेक्टरेट ऑफ मेडिकल एजुकेशन की वेबसाइट को चेक किया. इस साइट पर नए डायरेक्टर डॉ. विष्णु दत्त की तस्वीर तो लगी थी लेकिन जब संपर्क के पेज को क्लिक किया गया तो वहां पुराने डायरेक्टर डॉ. आर.के सिंह का नाम मौजूद था. ये एक बड़ा सवाल है कि जब डायरेक्टरेट ऑफ मेडिकल एजुकेशन में नए डायरेक्टर की नियुक्ति हो गई है तो साइट को अपडेट क्यों नहीं किया गया.
जेल मिनिस्ट्री की साइट पर नहीं है जानकारी
ईटीवी भारत ने जेल डिपार्टमेंट की वेबसाइट को चेक किया. वहां जेल मिनिस्ट्री से संबंधित जानकारी के पेज पर क्लिक किया गया. लेकिन उस पेज पर कोई जानकारी मौजूद नहीं थी. पेज पर अंडर अपडेशन की जानकारी दिखाई पड़ रही थी.
मछली पालन विभाग की साइट पर भी नहीं पूरी जानकारियां
इसके अलावा मछली पालन विभाग के वेबसाइट को चेक किया गया. ईटीवी भारत ने जानने की कोशिश की कि इस विभाग में किस तरह से ऑर्गेनाइजेशनल स्ट्रक्चर है. किस तरह से इसमें काम चलता है, लेकिन जब हमने पेज पर क्लिक किया तो वहां जानकारी स्पष्ट रूप से मौजूद नहीं थी. विभाग के माध्यम से प्रेषित की गई जानकारी सही ढंग से रिकॉर्ड नहीं हो पा रही थी. जिसके कारण वह इंफॉर्मेशन सही अक्षरों पर नहीं मिले.
इसके अलावा छत्तीसगढ़ स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड की वेबसाइट का भी हाल बुरा दिखा. वहां अधिकारियों के संपर्क नंबर और उनसे संबंधित शाखा कार्यालय और औद्योगिक विकास से संबंधित विभाग और एजेंसियों की जानकारी निकालने का प्रयास किया गया. जब उस पेज पर क्लिक किया गया तो वह पेज तो ओपन हो गया लेकिन वहां भी स्पष्ट रूप से विभाग की जानकारी रिकॉर्ड नहीं हो पाई थी, जिसके कारण सही जानकारी नहीं मिल पाई.
टूरिज्म की जानकारियां भी नहीं है उपलब्ध
छत्तीसगढ़ में पर्यटन विभाग एक महत्वपूर्ण विभाग है. छत्तीसगढ़ के टूरिज्म और अन्य जानकारियां यहां मौजूद होती है. लेकिन जब ईटीवी भारत ने छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग की वेबसाइट का जायजा लिया तो यहां भी चीजें अपडेटेड नहीं मिली.
ईटीवी भारत ने सरकार की अलग-अलग वेबसाइटों की रियलिटी चेक की, जिसमें हैरान कर देने वाला नजारा सामने आया. सरकार द्वारा इन वेबसाइट को अपडेट करने के लिए हर विभाग में एक नोडल अधिकारी की भी नियुक्ति की जाती है. लेकिन इसके बावजूद भी सरकारी वेबसाइट में पूरा डाटा मौजूद नहीं मिला. जो कि छत्तीसगढ़ सरकार पर सवालिया निशान खड़े कर रहा है.