रायपुर: कोरोना वायरस संक्रमण का वरिष्ठ नागरिकों पर ज्यादा प्रभाव के जोखिम को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से दिए गए दिशानिर्देश पर समाज कल्याण विभाग अंतर्गत संचालित वृद्धाश्रमों में संक्रमण के बचाव के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. बुजुर्गों के स्वास्थ्य परीक्षण, खान-पान पर ध्यान देने सहित सैनिटाइजेशन, साफ-सफाई और मास्क की व्यवस्था की गई है. सुरक्षा की नजर से लॉकडाउन के लागू होते ही बुजुर्गों के बाहर जाने और बाहरी व्यक्तियों के वृद्धाश्रम में आने-जाने पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है. ऐसे बुजुर्ग जिन्हें किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधी परेशानी है, उन्हें अलग कमरे में रखने की व्यवस्था की गई है.
covid-19 के संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए विभागीय अमले को प्रशिक्षित किया गया है. बुजुर्गों को भी समय-समय पर संक्रमण से बचाव की समझाइश दी जा रही है. व्यवस्थाओं का जायजा लेने विभागीय अधिकारी संस्थाओं की नियमित मॉनिटरिंग भी कर रहै हैं. लॉकडाउन के दौरान खुद मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री अनिला भेड़िया ने वृद्धाश्रम पहुंचकर बुजुर्गों के लिए की गई व्यवस्था का जायजा लिया.
जरुरतमंदों को मिल रहा सहारा
प्रदेश में समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित शासकीय और अशासकीय संस्थाओं में कई बुजुर्ग, दिव्यांग, निराश्रित, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों सहित जरूरतमंद लोगों को आश्रय दिया गया है. वर्तमान में इन वृद्धाश्रमों में 496, निःशक्त कल्याण संस्था में 252, प्रशामक गृह में 29 और घरौंदा गृह में 127 हितग्राही रह रहे हैं.
बुजुर्गों का रखा जा रहा ध्यान
विभागीय सचिव प्रसन्ना आर. ने बताया कि लॉकडाउन लागू होते ही सीएम भूपेश ने विशेष रूप से निर्देशित किया था कि बुजुर्गों को किसी तरह की परेशानी न हो और उन्हें सुरक्षित रखा जाए. उन्होंने बताया कि मंत्री अनिला भेड़िया के मार्गदर्शन में विभाग की ओर से बुजुर्गों सहित सभी जरूरतमंद लोगों के स्वास्थ्य और पोषण का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. इसके लिए वृद्धाश्रमों में डॉक्टरों की ओर से बुजुर्गो के स्वास्थ्य की नियमित रूप से जांच की जा रही है. साथ ही उनके खान-पान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. संक्रमण से बचाव के लिए नियमित रूप से आश्रम को सैनिटाइज किया जा रहा है.