रायपुर : कोयला खनन घोटाला, मनी लांड्रिंग और सस्ते दर में जमीन खरीदकर ऊंचे दर पर बेचने के आरोप में ईडी की गिरफ्त में आई मुख्यमंत्री की उपसचिव सौम्या चौरसिया को कोर्ट में आज पेश किया गया है. सौम्या के साथ समीर विश्नोई और रिमांड में मौजूद अन्य तीन कारोबारियों को भी कोर्ट लाया गया है.
क्या है मामला : प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने प्रदेश के कई जिलों में 11 अक्टूबर को एक साथ छापेमार कार्रवाई की थी. इसमें आईएएस अफसर समीर विश्नोई, कारोबारी लक्ष्मीकांत तिवारी, कोयला कारोबार से जुड़े सुनील अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया था. ईडी ने 14 दिन तक पूछताछ की. उसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. वहीं फरार चल रहे कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने 29 अक्टूबर को विशेष न्यायालय में सरेंडर कर दिया था. इसके बाद कोर्ट की निर्देश पर ईडी ने सूर्यकांत से लंबी पूछताछ की. फिर तिवारी को कोर्ट में पुनः पेश किया. इस बीच कोर्ट ने उन्हें भी न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया था.
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करोड़ों का अवैध हिसाब : कोयला कारोबार से जुड़े इन कारोबारियों के घर ईडी से पहले आईटी ने दबिश दी थी. आईटी की इस कार्रवाई में करोड़ों के अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ था. जिसके कुछ दिनों बाद ईडी ने इन कारोबारियों के साथ आईएएस समीर बिश्नोई के घर भी दबिश दी थी. इनके घर मिले करोड़ों के अवैध हिसाब के चलते इन चारों की गिरफ्तारी की गई है.money laundering case in chhattisgarh