रायपुर: राजधानी में भोजन का अधिकार अभियान के तहत भोजन और काम के अधिकार पर सातवां राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया जाएगा. बैरन बाजार स्थित आशीर्वाद भवन में 20 से 22 सितंबर तक तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है. इस अधिवेशन में छत्तीसगढ़ में मौलिक अधिकारों पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवी संयुक्त रूप से चर्चा करेंगे.
अधिवेशन में लोकतंत्र और लोगों के लिए सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने पर चर्चा होगी. साथ ही कुछ ऐसे कनून पर भी चर्चा होगी जिससे आम आदमी को भोजन, रोजगार, प्राकृतिक संसाधन, शिक्षा और सूचना का अधिकार मिला है. देशभर के हर क्षेत्र में हर स्तर पर भूख और कुपोषण के लिए सरकारों से जवाबदेही की मांग करने को लेकर कानून बनाने की भी मांग की जाएगी.
तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन
तीन दिनों तक चलने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन में लोकतंत्र से जुड़े मुद्दों, कल्याणकारी राष्ट्र और सार्वजनिक संस्थानों के कमजोर करने, हिंदू राष्ट्रवाद और धर्मनिरपेक्ष राज्य पर इसके खतरनाक नतीजों पर चर्चा होगी. राष्ट्रीय अधिवेशन में जल जंगल जमीन से जुड़े मुद्दों को भी उठाया जाएगा.
पढ़े:दुर्ग: मासूम के साथ दुष्कर्म करने वाले को आजीवन कारावास
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
- दलित और आदिवासी अल्पसंख्यकों के वर्तमान जीवन पर चर्चा होगी.
- महिलाओं और बच्चों के लिए उपलब्ध अधिकारों पर बात होगी.
- आधार संबंधित तकनीकी बाधाओं के प्रभाव पर चर्चा.
- पक्की नौकरी की जगह संविदा या ठेके की नौकरी के खतरे पर भी चर्चा की जाएगी.
- सामाजिक सुरक्षा से जुड़े अधिकारों के शिकायत, निवारण प्रणाली पर बात होगी.
- सामाजिक अंकेक्षण की क्रिया के मौजूदा हालातों पर भी अलग-अलग सत्रों में चर्चा होगी.