रायपुर\ बस्तर\कांकेर: सर्व आदिवासी समाज ने 7 सूत्रीय मांगों को लेकर बस्तर बंद बुलाया है. बस्तर में बंद का व्यापक असर दिख रहा है. बस्तर चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने बंद को समर्थन दिया है. सुबह से ही सभी दुकानें बंद हैं. दोपहर 3 बजे तक बंद रहेगा. बंद को सफल बनाने के लिए बाइक रैली निकाली जा रही है. बस्तर बंद के मद्देनजर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. सर्व आदिवासी समाज की नेशनल हाईवे में चक्काजाम की भी तैयारी है.all tribal society Bastar band
कांकेर में जनजाति सुरक्षा मंच का बंद: कांकेर में भी नारायणपुर की घटना को लेकर जनजाति सुरक्षा मंच और सर्व आदिवासी समाज ने बंद बुलाया है. कांकेर जिला बंद करने का आह्वान किया गया है. सुबह से संगठन के लोग बंद कराने निकले हैं. कांकेर जिला मुख्यालय में बहुत सी दुकानें बंद हैं. जनजाति सुरक्षा मंच ने आदिवासी संगठनों से बंद में शामिल होने की अपील की गई है. हालांकि कांकेर में छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज बंद में शामिल नहीं है. उनका कहना है कि उनकी मांगों में धर्मांतरण मुद्दा नहीं है. लिहाजा वे अपनी मांगों को लेकर बाद में बंद बुलाएंगे. Chhattisgarh all tribal society band
धर्मांतरण पर बस्तर बंद से हमारा कोई लेना देना नहीं, हमें मुर्गा बनाकर लड़ाया जा रहा: बंगाराम सोढ़ी
धर्मांतरण पर राजनीति: कोंडागांव में धर्मांतरण पर उपजे विवाद को लेकर सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष बंगाराम सोढ़ी Bangaram Sodhi President of Sarva Adivasi Samaj ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि "धर्मांतरण के मुद्दे पर जमकर राजनीति हो रही Politics on conversion in Bastar है. कई लोग हम आदिवासी भाइयों को लड़ा रहे हैं. वे हमें मुर्गा समझकर आपस में लड़ा रहे हैं. हाल के दिनों में कोंडागांव और नारायणपुर में जो हिंसात्मक घटनाएं हुई हैं. उससे सर्व आदिवासी समाज का कोई लेना देना नहीं है. फिर भी इन घटनाओं में आदिवासी समाज को बदनाम किया जा रहा है. सर्व आदिवासी समाज की तरफ से धर्मांतरण को लेकर कोई रूपरेखा नहीं बनी है. बावजूद इसके आदिवासी समाज को बदनाम किया जा रहा है. बस्तर में धर्मांतरण को लेकर जो बंद बुलाया गया था. उससे भी आदिवासी समाज का कोई लेना देना नहीं है. नारायणपुर और कोंडागांव में जो लोग गिरफ्तार हुए हैं उन्हें उनका फल मिल रहा है. क्योंकि जो जैसा करेगा उसको वैसा भरना पड़ेगा." Conversion issue in Chhattisgarh