रायपुर: कोरोना काल के बीच भारत में खेलों को झटका लगा है. केंद्रीय खेल मंत्रालय के भारतीय खेल संघ की मान्यता स्थगित करने के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी राज्य खेल संघों की मान्यता स्थगित कर दी गई है. छत्तीसगढ़ खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने भी आदेश जारी कर दिया है, जिसके तहत प्रदेश खेल विभाग से कुल 14 खेल संघों की मान्यता को आगामी आदेश तक स्थगित कर दिया गया है.
छत्तीसगढ़ में करीब 60 खेल संघ संचालित हैं. जिसमें 33 ओलंपिक और करीब 25 नॉन-ओलंपिक खेल संघ शामिल हैं. छत्तीसगढ़ वेट लिफ्टिंग संघ के अध्यक्ष मानिक ताम्रकार ने बताया कि मान्यता स्थगित कर देने से खिलाड़ियों को इससे काफी नुकसान होगा. एक तरफ कोरोना की मार से खेल गतिविधियां रुक सी गई हैं.
संघ के लिए अनुदान बेहद जरुरी: कविता
छत्तीसगढ़ बैडमिंटन संघ की ज्वाइंट सेक्रेट्री कविता दीक्षित ने बताया कि अनुदान किसी भी संघ के लिए काफी जरूरी होता है. सरकार की ओर से दिए गए अनुदान से ही प्रदेश में खेल गतिविधि का आयोजन किया जाता है. खिलाड़ी इसी अनुदान की मदद से बाहर खेलने जा पाते हैं.
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खिलाड़ियों में नाराजगी
खिलाड़ी अमन यादव ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने 14 खेल संघों की मान्यता स्थगित कर दी है. कोरोना जैसी महामारी के वक्त जहां खिलाड़ी को प्रैक्टिस करने में पहले से ही दिक्कत आ रही थीं. अगर छत्तीसगढ़ सरकार खिलाड़ियों और खेल संघ को प्रोत्साहित करेगी तभी खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय लेवल पर पुरस्कार जीत पाएंगे. फिलहाल इस फैसले से प्रदेश के खिलाड़ी नाखुश हैं.
इन खेल संघ की मान्यता स्थगित की गई है:-
- साइकिल पोला संघ
- छत्तीसगढ़ नेट बॉल संघ
- छत्तीसगढ़ वूशु संघ
- छत्तीसगढ़ वेट लिफ्टिंग संघ
- पैरा स्पोर्ट्स ऑफ छत्तीसगढ़ संघ
- छत्तीसगढ़ प्रदेश फेंसिंग संघ
- छत्तीसगढ़ प्रदेश जूडो संघ
- छत्तीसगढ़ रोलर स्केटिंग संघ
- छत्तीसगढ़ बास्केटबॉल संघ
- छत्तीसगढ़ हैंडबॉल संघ
- छत्तीसगढ़ सॉफ्ट टेनिस संघ
- छत्तीसगढ़ टेबल टेनिस संघ
- छत्तीसगढ़ वॉलीबॉल संघ
- छत्तीसगढ़ बास्केटबॉल संघ
केंद्रीय खेल मंत्रालय ने 25 जून को ही लगभग सभी 54 भारतीय खेल संघों की मान्यता स्थगित कर दी थी. इसके बाद यह नियम राज्यों में भी लागू हो गया है.