ETV Bharat / state

छत्तीसगढ़: शव यात्रा निकालने पर रोक, मुक्तिधाम के लिए भी गाइडलाइन - Adequate wood available in Muktidham of Raipur

छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण से किसी की मृत्यु नहीं हुई है. छत्तीसगढ़ वारियर की तरह कोरोना से जंग लड़ रहा है.

enough-of-funeral-wood-available-in-muktidham-of-raipur
मुक्तिधाम
author img

By

Published : Apr 8, 2020, 6:37 PM IST

रायपुर: कोविड 19 महामारी ने चीन, इटली, जर्मनी और अमेरिका में ऐसी तबाही मचाई कि कई शहरों में शव उठाने वाले नहीं मिल रहे, कहीं-कहीं शवों का अंतिम संस्कार भी कई घंटे बाद हुआ. कहीं ताबूत के लिए लकड़ी कम पड़ी, तो कहीं कब्रिस्तान में जगह. कई देशों ने शवों के अंतिम संस्कार तक के लिए गाइडलाइन्स जारी कर दी हैं. भारत सरकार की तैयारी, मेडिकल टीम, लॉक डाउन की वजह से भारत में अभी स्थिति नियंत्रित है और मौतों का आंकड़ा भी कम है,

वीडियो

छत्तीसगढ़ कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में अभी तक विजयी साबित हुआ है. प्रदेश में 10 मरीज पॉजिटिव पाए गए थे, जिनमें से 9 ठीक हो चुके हैं. एक का इलाज जारी है. प्रदेश सरकार ने जनवरी के अंतिम हफ्ते से ही तैयारियां करनी शुरू कर दी थी. हम आपको अस्पतालों की तैयारी से वाकिफ करा रहे हैं, कहने में संकोच है कि लगातार लेकिन मुक्तिधाम भी पहुंचे कि वहां अगर कोरोना पीड़ित मरीज की मौत होने के बाद अंतिम संस्कार के लिए लाया जाए तो क्या तैयारियां हैं.

enough-of-funeral-wood-available-in-muktidham-of-raipur
महादेव घाट मुक्तिधाम

मुक्तिधाम में किया जा रहा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन

वहीं लॉक डाउन की वजह से सभी वस्तुओं का दाम भी बढ़ गया है. कई जगह से लकड़ी के स्टॉक और कीमत में बढ़ोतरी की खबर थी तो हम राजधानी के मुक्तिधाम पहुंचे और वहां मौजूद लोगों से बात की. मुक्तिधाम में मौजूद टाल मालिक ने बताया कि लकड़ी के दाम पर इसका कोई असर नहीं है और पर्याप्त मात्रा में स्टॉक है. इसके अलावा ये भी जानकारी मिली कि जो अन्य कारणों से मृत लोगों का अंतिम संस्कार करने परिजन आ रहे हैं उनसे भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है. एक बार में सिर्फ 20 लोगों को ही अनुमति है.

enough-of-funeral-wood-available-in-muktidham-of-raipur
रायपुर मुक्तिधाम

मुक्तिधाम में पर्याप्त मात्रा में लकड़ी उपलब्ध

मुक्तिधाम के चौकीदार ने बताया कि छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस से अब तक किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है, न ही किसी व्यक्ति के शव को यहां पर अंतिम संस्कार के लिए लाया गया है. अभी जिसका भी शव मुक्तिधाम लाया गया है, उसके लिए श्मशान घाट पर पर्याप्त लकड़ी उपलब्ध कराई गई है.

enough-of-funeral-wood-available-in-muktidham-of-raipur
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन

800 रुपए प्रति क्विंंटल मिल रही लकड़ी

लकड़ी टाल संचालक जयंत प्रजापति ने बताया कि लकड़ी टालों पर पर्याप्त मात्रा में लकड़ी उपलब्ध है, जिसे पहले भी 800 रुपए प्रति क्विंंटल दिया जाता था और आज भी वही कीमत पर उपलब्ध है. वहीं मामले में टिकरापारा वार्ड के पूर्व पार्षद ने बताया कि रायपुर में लगभग 40 मुक्तिधाम हैं, जिसमें लॉकडाउन की वजह से शव यात्रा के दौरान भीड़ पर प्रतिबंध लगाया गया है. अंतिम संस्कार के दौरान शमशान घाट या फिर मुक्तिधाम में केवल 20 व्यक्तियों को ही प्रवेश दिया जा रहा है, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हो सके.

enough-of-funeral-wood-available-in-muktidham-of-raipur
लकड़ियां

हमारी ईश्वर से प्रार्थना है कि मुक्तिधाम कभी कोविड 19 पीड़ित मरीज के अंतिम संस्कार के गवाह न बनें.

रायपुर: कोविड 19 महामारी ने चीन, इटली, जर्मनी और अमेरिका में ऐसी तबाही मचाई कि कई शहरों में शव उठाने वाले नहीं मिल रहे, कहीं-कहीं शवों का अंतिम संस्कार भी कई घंटे बाद हुआ. कहीं ताबूत के लिए लकड़ी कम पड़ी, तो कहीं कब्रिस्तान में जगह. कई देशों ने शवों के अंतिम संस्कार तक के लिए गाइडलाइन्स जारी कर दी हैं. भारत सरकार की तैयारी, मेडिकल टीम, लॉक डाउन की वजह से भारत में अभी स्थिति नियंत्रित है और मौतों का आंकड़ा भी कम है,

वीडियो

छत्तीसगढ़ कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में अभी तक विजयी साबित हुआ है. प्रदेश में 10 मरीज पॉजिटिव पाए गए थे, जिनमें से 9 ठीक हो चुके हैं. एक का इलाज जारी है. प्रदेश सरकार ने जनवरी के अंतिम हफ्ते से ही तैयारियां करनी शुरू कर दी थी. हम आपको अस्पतालों की तैयारी से वाकिफ करा रहे हैं, कहने में संकोच है कि लगातार लेकिन मुक्तिधाम भी पहुंचे कि वहां अगर कोरोना पीड़ित मरीज की मौत होने के बाद अंतिम संस्कार के लिए लाया जाए तो क्या तैयारियां हैं.

enough-of-funeral-wood-available-in-muktidham-of-raipur
महादेव घाट मुक्तिधाम

मुक्तिधाम में किया जा रहा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन

वहीं लॉक डाउन की वजह से सभी वस्तुओं का दाम भी बढ़ गया है. कई जगह से लकड़ी के स्टॉक और कीमत में बढ़ोतरी की खबर थी तो हम राजधानी के मुक्तिधाम पहुंचे और वहां मौजूद लोगों से बात की. मुक्तिधाम में मौजूद टाल मालिक ने बताया कि लकड़ी के दाम पर इसका कोई असर नहीं है और पर्याप्त मात्रा में स्टॉक है. इसके अलावा ये भी जानकारी मिली कि जो अन्य कारणों से मृत लोगों का अंतिम संस्कार करने परिजन आ रहे हैं उनसे भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है. एक बार में सिर्फ 20 लोगों को ही अनुमति है.

enough-of-funeral-wood-available-in-muktidham-of-raipur
रायपुर मुक्तिधाम

मुक्तिधाम में पर्याप्त मात्रा में लकड़ी उपलब्ध

मुक्तिधाम के चौकीदार ने बताया कि छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस से अब तक किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है, न ही किसी व्यक्ति के शव को यहां पर अंतिम संस्कार के लिए लाया गया है. अभी जिसका भी शव मुक्तिधाम लाया गया है, उसके लिए श्मशान घाट पर पर्याप्त लकड़ी उपलब्ध कराई गई है.

enough-of-funeral-wood-available-in-muktidham-of-raipur
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन

800 रुपए प्रति क्विंंटल मिल रही लकड़ी

लकड़ी टाल संचालक जयंत प्रजापति ने बताया कि लकड़ी टालों पर पर्याप्त मात्रा में लकड़ी उपलब्ध है, जिसे पहले भी 800 रुपए प्रति क्विंंटल दिया जाता था और आज भी वही कीमत पर उपलब्ध है. वहीं मामले में टिकरापारा वार्ड के पूर्व पार्षद ने बताया कि रायपुर में लगभग 40 मुक्तिधाम हैं, जिसमें लॉकडाउन की वजह से शव यात्रा के दौरान भीड़ पर प्रतिबंध लगाया गया है. अंतिम संस्कार के दौरान शमशान घाट या फिर मुक्तिधाम में केवल 20 व्यक्तियों को ही प्रवेश दिया जा रहा है, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हो सके.

enough-of-funeral-wood-available-in-muktidham-of-raipur
लकड़ियां

हमारी ईश्वर से प्रार्थना है कि मुक्तिधाम कभी कोविड 19 पीड़ित मरीज के अंतिम संस्कार के गवाह न बनें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.