रायपुर: कोरोना काल में सरकार किसी भी बड़े आयोजन से बच रही है. छत्तीसगढ़ राज्य का स्थापना दिवस भी इस बार सादगी से मनाया जाएगा. छत्तीसगढ़ का 20वां स्थापना दिवस मनाने को लेकर संस्कृति विभाग ने अपनी ओर से तैयारी की है, पर कोरोना को देखते हुए कोई बड़ा सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होगा.
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राज्योत्सव के कार्यक्रम कैबिनेट तय करेगी. राज्य में कोरोना के जो हालात हैं, उसे देखते हुए यह कहा जा रहा है कि राज्याेत्सव सांकेतिक रूप से मनाया जाएगा. राज्योत्सव कार्यक्रम के दौरान बड़े नेता और कलाकारों को हर साल आमंत्रित किया जाता था, लेकिन इस बार किसी के भी आने की संभावना कम है. बड़े नेताओं को रात्याेत्सव के शुभारंभ पर ऑनलाइन जोड़कर कार्यक्रम में शामिल किया जा सकता है. राज्य कैबिनेट की बैठक में राज्योत्सव का स्वरूप तय किया जाएगा.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होगा लोकार्पण
विभाग की ओर से यह साफ कर दिया गया है कि कोई भी बड़ा कार्यक्रम नहीं किया जाएगा. राज्योत्सव पर राजधानी सहित जिलों में लोकार्पण कार्यक्रम ऑनलाइन ही कराए जाएंगे. प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अन्य मंत्री प्रदेश में इस दौरान कई निर्माण कार्याें को लोकार्पण वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से करेंगे.
कम हो सकती है राज्योत्सव की अवधि
छत्तीसगढ़ राज्य का गठन होने के बाद से स्थापना दिवस को पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाया जाता रहा है. हर साल जिलों और राजधानी में अलग-अलग कार्यक्रम कराने की परंपरा रही है. भाजपा सरकार के समय राज्योत्सव एक सप्ताह का होता था. कांग्रेस सरकार ने पिछले वर्ष पांच दिनों तक राज्योत्सव आयोजित किया था. राज्योत्सव के दौरान इस बार आदिवासी महाेत्सव कराने की घोषणा भी मुख्यमंत्री ने की थी. कोरोनाकाल के चलते राज्योत्सव का कार्यक्रम अवधि और कम की जा सकती है.
प्रदेशवासियों के लिए सौगात
1 नंवबर को राजधानी रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के माध्यम से राजधानी के नगर निगम क्षेत्र में नागरिकों को नए 3 अंग्रेजी मीडियम स्कूल, जवाहर बाजार, सिटी कोतवाली थाने के नए स्वरूप, स्वामी विवेकानंद सरोवर सौंदर्यीकरण योजना के तहत फेज-1 के विकास कार्य, मोतीबाग का सौंदर्यीकरण, कलेक्ट्रेट में नवीन मल्टीलेवल पार्किंग परिसर, जयस्तंभ चौक सौंदर्यीकरण जैसे कार्यक्रमों का लोकार्पण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कराया जाएगा.
ऑनलाइन किया जाएगा पुरस्कृत
राज्योत्सव के दौरान राज्य अलंकरण सम्मान देने की परंपरा रही है. राज्य सरकार ने सभी राज्य अलंकरण सम्मान के लिए प्रविष्टियां मंगाने का काम लगभग पूरा कर लिया है. राज्य अलंकरण जिन लोगों को दिया जाना है, उसका निर्णय समिति तय करती है. राज्य अलंकरण पाने वालों को एक कार्यक्रम में सम्मानित किया जाता है. कोरोना संक्रमण के दौरान इस बार समारोह का आयोजन नहीं कराए जाने के चलते सभी सम्मान ऑनलाइन ही दिए जाएंगे.