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दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे जोन में रायपुर रेल मंडल सर्वश्रेष्ठ, 35 फीसदी ज्यादा माल लदान से मिली सफलता - दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल

रायपुर रेल मंडल दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे जोन में विपरीत परिस्थितियों में पिछले वर्ष के मुकाबले अधिक माल लदान स्तर हासिल करने में सफल रहा है. सितंबर महीने में पिछले साल के मुकाबले में 25 फीसदी ज्यादा और अक्टूबर महीने में अभी तक पिछले साल की तुलना में 35 फीसदी ज्यादा माल लदान हासिल करने में सफलता अर्जित की है. पूरे भारतीय रेल में दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे का माल लदान क्षेत्र में सर्वोच्च स्थान रहा है.

Raipur Railway Division best in South East Central Railway zone 35 percent more freight success
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन में रायपुर रेल मंडल सर्वश्रेष्ठ
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Published : Oct 27, 2020, 12:39 PM IST

रायपुर: कोरोना काल के बावजूद दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने पिछले साल के मुकाबले 2020-21 में 35 फीसदी ज्यादा माल लदान हासिल किया है. इस वित्तीय वर्ष 2020-21 के 1 अप्रैल से 25 अक्टूबर तक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल ने 92.62 मिलियन टन माल लदान कर चुके हैं. यह विगत वित्तीय वर्ष 2019-20 के 1 अप्रैल से 25 अक्टूबर तक लदान में 92.48 मिलियन टन लदान से कहीं ज्यादा है.

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल ने माल लदान के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल की है. रायपुर रेल मंडल ने अप्रैल-मई की कठिन परिस्थितियों में कम लोडिंग के बाद से अभिनव प्रयास कर नए ग्राहकों को रेल की ओर आकर्षित करने में सफलता हासिल की.

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे माल लदान में सर्वोच्च स्थान पर

सितंबर महीने में पिछले साल के मुकाबले 25 फीसदी ज्यादा और अक्टूबर महीने में अभी तक पिछले साल की तुलना में 35 फीसदी ज्यादा माल लदान हासिल करने में सफलता अर्जित की गई है. वृद्धि सीमेंट, क्लिकर डोलोमाइट, लौह अयस्क और नए स्टील ग्राहकों को जोड़कर ये उपलब्धि हासिल की गई है. रायपुर रेल मंडल की सूचना से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन में विपरीत परिस्थितियों में पिछले वर्ष के मुकाबले अधिक लदान स्तर हासिल करने में सफल रहा है. पूरे भारतीय रेल में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का माल लदान में सर्वोच्च स्थान रहा है.

पढ़ें- पंजाब किसान आंदोलन: छत्तीसगढ़ समेत ये ट्रेनें गंतव्य से पहले होंगी समाप्त

कोरोना जैसी विषम परिस्थिति के बावजूद भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के माल लदान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता कायम रखते हुए बेहतर कार्य किया. आपदा को अवसर में बदलते हुए न सिर्फ रिकॉर्ड के मेंटेनेंस के काम हुए, बल्कि अधोसंचना के लिए कार्य भी तेज गति से किया गया. समय और परिस्थिति के मद्देनजर यह आंकड़ा बेहद महत्वपूर्ण और आशाजनक है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में अपने लोडिंग परफॉर्मेंस को निर्धारित तिथि तक पार करने वाला यह पूरे जून में प्रथम रेलवे बन गया है. औसत दृष्टि से देखें तो पिछले साल 1 अप्रैल से 25 अक्टूबर तक माल लदान का औसत 6 हजार 564 वैगन प्रतिदिन रहा, जबकि वर्तमान वित्तीय वर्ष में यह औसत 6 हाजर 596 वैगन प्रतिदिन है.

रायपुर: कोरोना काल के बावजूद दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने पिछले साल के मुकाबले 2020-21 में 35 फीसदी ज्यादा माल लदान हासिल किया है. इस वित्तीय वर्ष 2020-21 के 1 अप्रैल से 25 अक्टूबर तक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल ने 92.62 मिलियन टन माल लदान कर चुके हैं. यह विगत वित्तीय वर्ष 2019-20 के 1 अप्रैल से 25 अक्टूबर तक लदान में 92.48 मिलियन टन लदान से कहीं ज्यादा है.

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल ने माल लदान के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल की है. रायपुर रेल मंडल ने अप्रैल-मई की कठिन परिस्थितियों में कम लोडिंग के बाद से अभिनव प्रयास कर नए ग्राहकों को रेल की ओर आकर्षित करने में सफलता हासिल की.

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे माल लदान में सर्वोच्च स्थान पर

सितंबर महीने में पिछले साल के मुकाबले 25 फीसदी ज्यादा और अक्टूबर महीने में अभी तक पिछले साल की तुलना में 35 फीसदी ज्यादा माल लदान हासिल करने में सफलता अर्जित की गई है. वृद्धि सीमेंट, क्लिकर डोलोमाइट, लौह अयस्क और नए स्टील ग्राहकों को जोड़कर ये उपलब्धि हासिल की गई है. रायपुर रेल मंडल की सूचना से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन में विपरीत परिस्थितियों में पिछले वर्ष के मुकाबले अधिक लदान स्तर हासिल करने में सफल रहा है. पूरे भारतीय रेल में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का माल लदान में सर्वोच्च स्थान रहा है.

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कोरोना जैसी विषम परिस्थिति के बावजूद भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के माल लदान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता कायम रखते हुए बेहतर कार्य किया. आपदा को अवसर में बदलते हुए न सिर्फ रिकॉर्ड के मेंटेनेंस के काम हुए, बल्कि अधोसंचना के लिए कार्य भी तेज गति से किया गया. समय और परिस्थिति के मद्देनजर यह आंकड़ा बेहद महत्वपूर्ण और आशाजनक है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में अपने लोडिंग परफॉर्मेंस को निर्धारित तिथि तक पार करने वाला यह पूरे जून में प्रथम रेलवे बन गया है. औसत दृष्टि से देखें तो पिछले साल 1 अप्रैल से 25 अक्टूबर तक माल लदान का औसत 6 हजार 564 वैगन प्रतिदिन रहा, जबकि वर्तमान वित्तीय वर्ष में यह औसत 6 हाजर 596 वैगन प्रतिदिन है.

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