रायपुर: रेलवे प्रशासन ने अपने फ्रंट लाइन स्टाफ आपदा प्रबंधक टीम और स्थानीय नागरिकों को गाड़ियों में होने वाली संभावित दुर्घटनाओं से अवगत करवाते हुए मॉक ड्रिल किया. आपातकालीन स्थिति में किए जाने वाले बचाव कार्य से संबंधित तरीके को अभ्यास के माध्यम से प्रदर्शित करते हुए प्रशिक्षण दिए जाने की यह एक नियमित परंपरा है. ताकि दुर्घटना के समय किए जाने वाले बचाव कार्य के तरीकों को अपनाकर कुशलता पूर्वक राहत कार्य किए जा सकें.
बुधवार को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की बटालियन मुंडाली, रायपुर मंडल सुरक्षा विभाग की रेल आपदा प्रबंधक टीम और सिविल डिफेंस ने मिलकर संयुक्त रूप से भिलाई यार्ड बीएमवाई में अभ्यास किया. इस आयोजन में एआरटी टीम से लगभग 25 लोग और रेलवे की मेडिकल टीम से लगभग 200 लोग मौजूद थे. इस दौरान कोरोना संक्रमण बचाव के लिए केंद्र के जारी दिशा-निर्देशों का भी ध्यान रखा गया. आयोजन में अग्निशामक वाहन, एंबुलेंस और लोकल पुलिस की उचित व्यवस्था रखी गई थी.
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आपदा से निपटने की तैयारी
प्रदर्शन में सवारी गाड़ी के डिब्बों में बम विस्फोट कर आग लगाने की स्थिति को दर्शाते हुए यह बताया गया कि इस दौरान कैसे पीड़ितों को सुरक्षित बाहर निकाला जाए. साथ ही मौके पर उनकी सहायता कैसे की जाए. इस दौरान आग बुझाने के विभिन्न तरीकों की भी जानकारी साझा की गई. प्रदर्शन के माध्यम से किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने हेतु राहत और बचाव कार्यों की गतिविधियों को भी दिखाया गया. अभ्यास के दौरान लगाए गए पूछताछ केंद्र, सहायता केंद्र और सभी राहत स्टॉल और मजदूर साधन संसाधनों का निरीक्षण मंडल रेल प्रबंधक ने किया.