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फर्जी कॉल्स ने छीना डायल 112 के कर्मचारियों का चैन

आपातकालीन स्थिति में मदद मांगने के लिए जो कॉल्स आती हैं, इनमें से करीब 80 फीसदी से ज्यादा फेक होती हैं.

कंट्रोल सेंटर
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Published : Oct 9, 2019, 7:57 PM IST

Updated : Oct 9, 2019, 11:47 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के 11 जिलों में पुलिस की ओर से 'एक्के नंबर सब्बो बर' डायल 112 हेल्पलाइन यूनिट की शुरुआत लोगों को आपातकालीन परिस्थितियों में राहत पहुंचाने के मकसद से की गई थी, लेकिन अब यह पहल पुलिस विभाग के लिए बड़ा सिरदर्द बनती जा रही है. इसके पीछे की वजह है शरारती तत्वों की ओर से की जाने वाली फेक कॉल. जी हां बिलकुल ठीक सुना आपने डायल 112 में आपातकालीन स्थिति में मदद मांगने के लिए जो कॉल्स आती हैं, उनमें से करीब 80 फीसदी से ज्यादा फेक होती हैं.

फर्जी कॉल्स ने छीना डायल 112 के कर्मचारियों का चैन

डायल 112 के एसपी धर्मेंद्र गर्ग ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि 'डायल 112 में न सिर्फ फर्जी कॉल आते हैं, बल्कि यहां कॉल कर लोग अभद्र व्यवहार के साथ-साथ अनावश्यक शब्दों का भी प्रयोग करते हैं'.

धर्मेंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि, 'अब तक डायल 112 में 14 हजार 698 कॉल आए हैं, जिसमें से 6 हजार 490 कॉल रिपीटेड और फर्जी थे. जिन मोबाइल से कॉल की गई थी, उन मोबाइल धारकों की संख्या 56 पाई गई. 14 हजार 704 ऐसे कॉल किए गए, जो मौके पर पहुंचने पर झूठी निकली. 5 हजार 764 कॉल रिसीव करने पर किसी ने बात ही नहीं की, इसी तरह से 1 हजार 768 अनावश्यक कॉल दर्ज किए गए.

महिला कॉल टेकर परेशान

एसपी धर्मेंद्र गर्ग ने बताया कि 'डायल 112 में अधिकतर कॉल टेकर महिलाएं हैं, जिनसे खासतौर पर पुरुष वर्ग की ओर से अभद्र और शरारती भरी बातें की जा रही हैं. इन कॉलर्स की वजह से महिला कॉल टेकर बहुत परेशान हैं'. उन्होंने कहा कि 'डायल 112 में जो कॉल आते हैं, उनमें से 80 फीसदी से ज्यादा फर्जी रहते हैं, इसके साथ ही इनकी शिकायतें भी अजीब तरीके की होती हैं'.

अजीब-ओ-गरीब शिकायतें

  • घर के सामने हत्या हो गई है.
  • 10 लोग मिलकर एक की पिटाई कर रहे हैं.
  • पत्नी को मार कर फेंक दिया है.
  • प्रेमी प्रेमिका की हत्या हो गई है.

ऐसी ही फर्जी कॉल के कारण टीम में शामिल जवानों को बेवजह परेशान होना पड़ रहा है. हालांकि ऐसे कॉलर्स को ट्रेस कर सबको सबक भी सिखाया जा रहा है. एसपी ने बताया कि फर्जी कॉलर्स के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं में कार्रवाई की जा रही है.

रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के 11 जिलों में पुलिस की ओर से 'एक्के नंबर सब्बो बर' डायल 112 हेल्पलाइन यूनिट की शुरुआत लोगों को आपातकालीन परिस्थितियों में राहत पहुंचाने के मकसद से की गई थी, लेकिन अब यह पहल पुलिस विभाग के लिए बड़ा सिरदर्द बनती जा रही है. इसके पीछे की वजह है शरारती तत्वों की ओर से की जाने वाली फेक कॉल. जी हां बिलकुल ठीक सुना आपने डायल 112 में आपातकालीन स्थिति में मदद मांगने के लिए जो कॉल्स आती हैं, उनमें से करीब 80 फीसदी से ज्यादा फेक होती हैं.

फर्जी कॉल्स ने छीना डायल 112 के कर्मचारियों का चैन

डायल 112 के एसपी धर्मेंद्र गर्ग ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि 'डायल 112 में न सिर्फ फर्जी कॉल आते हैं, बल्कि यहां कॉल कर लोग अभद्र व्यवहार के साथ-साथ अनावश्यक शब्दों का भी प्रयोग करते हैं'.

धर्मेंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि, 'अब तक डायल 112 में 14 हजार 698 कॉल आए हैं, जिसमें से 6 हजार 490 कॉल रिपीटेड और फर्जी थे. जिन मोबाइल से कॉल की गई थी, उन मोबाइल धारकों की संख्या 56 पाई गई. 14 हजार 704 ऐसे कॉल किए गए, जो मौके पर पहुंचने पर झूठी निकली. 5 हजार 764 कॉल रिसीव करने पर किसी ने बात ही नहीं की, इसी तरह से 1 हजार 768 अनावश्यक कॉल दर्ज किए गए.

महिला कॉल टेकर परेशान

एसपी धर्मेंद्र गर्ग ने बताया कि 'डायल 112 में अधिकतर कॉल टेकर महिलाएं हैं, जिनसे खासतौर पर पुरुष वर्ग की ओर से अभद्र और शरारती भरी बातें की जा रही हैं. इन कॉलर्स की वजह से महिला कॉल टेकर बहुत परेशान हैं'. उन्होंने कहा कि 'डायल 112 में जो कॉल आते हैं, उनमें से 80 फीसदी से ज्यादा फर्जी रहते हैं, इसके साथ ही इनकी शिकायतें भी अजीब तरीके की होती हैं'.

अजीब-ओ-गरीब शिकायतें

  • घर के सामने हत्या हो गई है.
  • 10 लोग मिलकर एक की पिटाई कर रहे हैं.
  • पत्नी को मार कर फेंक दिया है.
  • प्रेमी प्रेमिका की हत्या हो गई है.

ऐसी ही फर्जी कॉल के कारण टीम में शामिल जवानों को बेवजह परेशान होना पड़ रहा है. हालांकि ऐसे कॉलर्स को ट्रेस कर सबको सबक भी सिखाया जा रहा है. एसपी ने बताया कि फर्जी कॉलर्स के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं में कार्रवाई की जा रही है.

Intro:रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत 11 जिलों में पुलिस की एक्के नंबर सब्बो बर डायल 112 हेल्पलाइन यूनिट लोगों को आपातकालीन परिस्थितियों में राहत पहुंचाने के लिए शुरू की है लेकिन अब यही पुलिस विभाग के लिए बड़ा सिरदर्द बनता जा रहा है शरारती तत्वों के वजह से न केवल पुलिस का समय बर्बाद हो रहा है बल्कि जो सही कॉल्स है वह भी समय पर नहीं आ पा रहे हैं


Body:डायल 112 80 फ़ीसदी से ज्यादा कॉल फेक होती हैं । डायल 112 के एसपी धर्मेंद्र गर्ग ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि न केवल फर्जी कॉल चाहते हैं बल्कि अभद्र एवं अनावश्यक शब्दों का भी प्रयोग किया जाता है ऐसे अब तक 14698 कॉल आए हैं जबकि 6490 कॉलोनी रिपीटेड एवं फर्जी कॉल किए हैं जिस मोबाइल से कॉल किया गया उन मोबाइल धारकों की संख्या 56 पाई गई । 14704 ऐसे कॉल किए गए जो मौके पर पहुंचने पर झूठी निकली 5 764 कॉल रिसीव करने पर किसी ने बात ही नहीं की 1768 अनावश्यक कॉल दर्ज किए गए

महिला कॉलटेकर से अभद्र और छेड़खानी भारी बातें

एसपी धर्मेंद्र गर्ग ने बताया कि डायल 112 में अधिकतर कॉल लेकर महिलाएं हैं जिनसे खासतौर पर पुरुष वर्ग द्वारा अभद्र एवं छेड़खानी शरारती भरी बातें की जा रही हैं इन कॉलेजों की वजह से महिला कॉल टेकर बहुत परेशान है

अजब गजब बहाने

डायल 112 में 80 फ़ीसदी से ज्यादा जो फर्जी कॉल आते हैं उनके शिकायत और भी गजब के होते हैं जैसे कि घर के सामने हत्या हो गई है 10 लोग मिलकर एक की पिटाई कर रहे हैं पत्नी को मार कर फेंक दिया है प्रेमी प्रेमिका की हत्या हो गई है आधी ऐसे फर्जी कॉल के कारण टीम में शामिल जवानों को बेवजह परेशान होना पड़ रहा है हालांकि ऐसे कॉल रोको ट्रेस आउट कर सबको सबक भी सिखाया जा रहा है फर्जी कॉल टू खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं में कार्यवाही की जा रही है


Conclusion:बाइट - धमेंद्र गर्ग
Last Updated : Oct 9, 2019, 11:47 PM IST
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