रायपुर: छत्तीसगढ़ में इन दिनों आई फ्लू यानी कि कंजंक्टिवाइटिस काफी तेजी से फैल रहा है. हालांकि इससे कई लोगों को 2-3 दिनों में ही राहत मिलती है. लेकिन कुछ लोगों को ये बीमारी अधिक दिनों तक परेशान करती है. आई फ्लू से बचने के लिए कई योग और आसन हैं. इन योग और आसनों को करने से भी आई फ्लू से छुटकारा पाया जा सकता है.
आई फ्लू किसी को देखने या छूने से नहीं होता. बल्कि आई फ्लू से पीड़ित रोगी के उपयोग की गई चीजें जैसे रुमाल और चश्मा या फिर तौलिये के इस्तेमाल से आई फ्लू होता है. कुछ आसन और योग हैं, जिससे आई फ्लू में राहत मिलती है. ईटीवी भारत ने इस बारे में योग एक्सपर्ट छबिराम साहू से बातचीत की. उन्होंने योग के माध्यम से आई फ्लू को मात देने के कई तरकीब बताए.
शीर्षासन, सर्वांगासन, भुजंगासन, अर्ध मत्स्यासन, वक्रासन, स्वासन के साथ ही सूर्य नमस्कार भी किया जा सकता है. आई फ्लू के लिए त्राटक भी महत्वपूर्ण माना जाता है. इसमें आंखों को ऊपर नीचे करने के साथ ही किसी वस्तु या दीपक को बिना पलक झपके टकटकी लगाकर देखना होता है. छोटे-छोटे योग और आसन को करने से आई फ्लू से बचा जा सकता है. - छबिराम साहू, योग एक्सपर्ट
आसन देगा आई फ्लू से राहत: दरअसल, योगासन करने से आई फ्लू के दौरान मांसपेशियों में जो तनाव आता है, उसको दूर करने में सहायक होता है. आसन, प्राणायाम, अनुलोम-विलोम करने से भी आई फ्लू से बचा जा सकता है. भस्त्रिका प्राणायाम करने से भी आई फ्लू की चपेट में आने से बचा जा सकता है.
जल नेति और रबड़ नेति से मिलेगा लाभ: जल नेति और रबड़ नेति करने से भी आई फ्लू से राहत मिल सकती है. आई पॉट से आँख को साफ करना या धोना महत्वपूर्ण हैं. आई फ्लू से बचने के लिए गरम या कुनकुने पानी के बजाय ठंडे पानी से आंखों में कई बार छींटे मारकर साफ करना चाहिए. इसे दिन में कई बार करना चाहिए. इससे आंखों की सफाई होती रहेगी. इसके साथ ही हाथों की साफ-सफाई भी बेहद जरूरी होती है.
क्या है आई फ्लू ?: आई फ्लू जिसे हम कंजंक्टिवाइटिस या आम भाषा में आंख आना भी कहते हैं. ये एक ऐसी बीमारी है जो संक्रमण के कारण एक से दूसरे तक पहुंचती है. आई फ्लू के दौरान आंखे लाल हो जाती है. पानी आने लगता है. उनमें खुजली होने लगती है. आंखों में सूजन के साथ ही चुभन भी होती है. आंखे चिपचिपी हो जाती है. ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाए.
आई फ्लू के दौरान सावधानी: आई फ्लू संक्रमण से फैलता है. इसलिए आई फ्लू होने के दौरान साफ सफाई का खास ख्याल रखना है. मरीज अपनी यूज की हुई चीजों को यहां वहां ना फैलाए. हर आधे घंटे में आंखों को ठंडे पानी से धोएं. चश्मे का इस्तेमाल करें. आंखों को बार बार ना छुए. अपना तौलिया अलग और साफ रखे. टीवी और मोबाइल से दूरी बनाकर आंखों को आराम दें.
आई फ्लू से काले चश्में की मांग बढ़ी: प्रदेश में कंजंक्टिवाइटिस का प्रकोप धीरे-धीरे बढ़ते जा रहा है. यह शहरी क्षेत्रों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी फैलने लगा है. लगभग हर चौथा व्यक्ति आई फ्लू का शिकार हो रहा है. स्वास्थ्य विभाग आई फ्लू को रोकने लोगों को जागरूक करने के साथ ही जगह जगह कैंप लगाकर जांच कर रहा है. आई फ्लू के शिकार मरीज और दूसरे लोग इससे बचने के लिए ब्लैक गॉगल पहन रहे हैं. ब्लैक गॉगल की डिमांड बाजार में इस कदर बढ़ गई है कि चश्मा दुकान संचालक इसकी भरपाई पूरी तरह से नहीं कर पा रहे हैं.
आई ड्रॉप्स की क्या है कीमतें: आई फ्लू के मरीजों की संख्या बढ़ने से बाजार में आई ड्रॉप्स समेत एंटी एलर्जिक दवाओं की डिमांड भी बढ़ गई है. बिलासपुर में सरकारी और निजी अस्पतालों में आई ड्रॉप्स की मांग के अनुसार ही पूर्ति भी है, जिससे दाम में कोई बदलाव नहीं आया है. कोरबा में आई ड्रॉप्स की पूर्ति में कुछ कमी आई है. हालांकि सरकारी अस्पतालों का दावा है कि दवाइयां भरपूर मात्रा में है.