रायपुर: कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने छत्तीसगढ़ में कहर वरपा रखा है. रायपुर में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. लगातार बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने पूरे रायपुर जिले में लॉकडाउन लगा दिया है. जिसके बाद थोड़ी राहत मिलते दिख रहा है.
लॉकडाउन के कारण शहर की सड़कें सूनी पड़ी है. स्कूल-कॉलेज, मॉल, होटल, मंदिर सब बंद पड़े हैं. रायपुर के महादेव घाट में लोगों का आकर्षण का केंद्र और हमेशा गुलजार रहने वाला लक्ष्मण झूला सूना पड़ा है.
बस्तर में श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे देवी मंदिरों के कपाट
रायपुर-दुर्ग के लोगों की पहली पसंद
महादेव घाट में बना लक्ष्मण झूला को देखने हर दिन सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचते हैं. लक्ष्मण झूल खारुन नदी पर बना है. यह रायपुरियंस और दुर्ग के लोगों की पहली पसंद है, लेकिन कोरोना के कारण ये झूला सूना पड़ा है.
नवरात्रि पर नहीं जलेंगे ज्योति कलश
राजधानी में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए 9 अप्रैल से 19 अप्रैल तक टोटल लॉकडाउन कर दिया गया है. टोटल लॉकडाउन के दौरान पर्यटन स्थल और धार्मिक स्थलों को भी पूरी तरह से बंद रखा गया है. 13 अप्रैल से 21 अप्रैल तक चैत्र नवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा, लेकन पिछले साल की तरह इस साल भी रायपुर के मां महामाया मंदिर में ज्योति कलश नहीं जलाए जाएंगे. लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही मंदिर ट्रस्ट ने ज्योत नहीं जलाने का फैसला लिया है.