ETV Bharat / state

इन डिप्टी कलेक्टरों ने पेश की मिसाल, सरकारी स्कूल में कराया बच्चों का दाखिला

राजधानी रायपुर में पदस्थ दो डिप्टी कलेक्टर की जिन्होंने अपने बच्चों का एडमिशन सरकारी स्कूलों में करवाया है. डिप्टी कलेक्टर राजीव पांडे और उज्ज्वल पोरवाल ने अपनी दो बेटियों अवंतिका पांडे और आशी पांडे का सरकारी प्राइमरी स्कूल में दाखिला करवाया है.

डिप्टी कलेक्टर की बच्ची
author img

By

Published : Aug 2, 2019, 3:26 PM IST

Updated : Aug 2, 2019, 5:55 PM IST

रायपुर: सरकारी स्कूल का नाम आते ही अभिभावक मुंह-नाक सिकोड़ने लगते हैं. निजी स्कूलों को बेहतर माना जाता है. संपन्न परिवार के लोग अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाना ही उचित मानते हैं. इस मानसिकता के बीच राजधानी के दो अधिकारियों ने मिसाल पेश की है.

इन डिप्टी कलेक्टरों ने पेश की मिसाल, सरकारी स्कूल में कराया बच्चों का दाखिला

हम बात कर रहे राजधानी रायपुर में पदस्थ दो डिप्टी कलेक्टर की जिन्होंने अपने बच्चों का एडमिशन सरकारी स्कूलों में करवाया है. डिप्टी कलेक्टर राजीव पांडे ने अपनी दो बेटियों अवंतिका पांडे और आशी पांडे का सरकारी प्राइमरी स्कूल में दाखिला करवाया है. वहीं डिप्टी कलेक्टर उज्जवल पोरवाल ने भी अपने बेटे सक्षम पोरवाल को सरकारी स्कूल के नर्सरी में दाखिल किया है. डिप्टी कलेक्टरों की इस पहल को खासा सराहा जा रहा है.

पढ़ें- लगातार दूसरे दिन गिरा पेट्रोल का दाम, डीजल में स्थिरता

सरकारी स्कूलों के प्रति लोगों का बढ़ेगा विश्वास
राजीव पांडे की पत्नी प्रिती पांडे ने कहा कि प्राइवेट स्कूल और सरकारी स्कूल की पढ़ाई में कोई अंतर नहीं होता है. ये बस अपने-अपने देखने का नजरिया है. सारी चीजें घर पर निर्भर करती हैं. बता दें कि रायपुर का ये पहला ऐसा सरकारी स्कूल है जहां प्री नर्सरी की कक्षाएं भी लगती है. कलेक्टर की इस पहल से आम जनता में भी सरकारी स्कूलों और सिस्टम के प्रति विश्वास बढ़ेगा.

रायपुर: सरकारी स्कूल का नाम आते ही अभिभावक मुंह-नाक सिकोड़ने लगते हैं. निजी स्कूलों को बेहतर माना जाता है. संपन्न परिवार के लोग अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाना ही उचित मानते हैं. इस मानसिकता के बीच राजधानी के दो अधिकारियों ने मिसाल पेश की है.

इन डिप्टी कलेक्टरों ने पेश की मिसाल, सरकारी स्कूल में कराया बच्चों का दाखिला

हम बात कर रहे राजधानी रायपुर में पदस्थ दो डिप्टी कलेक्टर की जिन्होंने अपने बच्चों का एडमिशन सरकारी स्कूलों में करवाया है. डिप्टी कलेक्टर राजीव पांडे ने अपनी दो बेटियों अवंतिका पांडे और आशी पांडे का सरकारी प्राइमरी स्कूल में दाखिला करवाया है. वहीं डिप्टी कलेक्टर उज्जवल पोरवाल ने भी अपने बेटे सक्षम पोरवाल को सरकारी स्कूल के नर्सरी में दाखिल किया है. डिप्टी कलेक्टरों की इस पहल को खासा सराहा जा रहा है.

पढ़ें- लगातार दूसरे दिन गिरा पेट्रोल का दाम, डीजल में स्थिरता

सरकारी स्कूलों के प्रति लोगों का बढ़ेगा विश्वास
राजीव पांडे की पत्नी प्रिती पांडे ने कहा कि प्राइवेट स्कूल और सरकारी स्कूल की पढ़ाई में कोई अंतर नहीं होता है. ये बस अपने-अपने देखने का नजरिया है. सारी चीजें घर पर निर्भर करती हैं. बता दें कि रायपुर का ये पहला ऐसा सरकारी स्कूल है जहां प्री नर्सरी की कक्षाएं भी लगती है. कलेक्टर की इस पहल से आम जनता में भी सरकारी स्कूलों और सिस्टम के प्रति विश्वास बढ़ेगा.

Intro:रायपुर । जहां एक ओर बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने की होड़ लगी हुई है । बात जब राजधानी की हो तो जिसे एजुकेशन हब माना जाता है । यहां बड़े - बड़े रसूखदार स्कूलों को छोड़कर जब कोई अफसर अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ता हो तो यह किसी मिसाल से कम नहीं । राजधानी रायपुर के दो ऐसे अधिकारी हैं जिन्होंने अपने बच्चों का एडमिशन करवाया है ।


Body:रायपुर में पदस्थ दो डिप्टी डिप्टी कलेक्टर ने अपनी बच्चों का नाम सरकारी स्कूल में लिखावाया है । शहर के सरकारी प्राइमरी और सरकारी स्कूल शांति नगर में रायपुर के पद अर्थ सहित कलेक्टर राजीव पांडे ने अपनी दो बेटियों अवंतिका पांडे को कक्षा दो और आशी पांडे को नर्सरी में दाखिला दिलवाया है उज्जवल पोरवाल ने अपने बेटे सक्षम पोरवाल को नर्सरी में दाखिल किया है

यही नहीं बल्कि राजीव पांडे की पत्नी प्रीति पांडे स्कूल में बच्चों को पढ़ाते भी हैं उन्होंने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि उनकी छोटी बेटी नर्सरी में है वह अकेले स्कूल नहीं आती थी वह डरती थी जिसके कारण मुझे 3 घंटे यहीं बैठे रहना पड़ता था इसलिए मैंने सोचा कि यहां बैठने के साथ-साथ बच्चों को पढ़ाओ ताकि मेरी बेटी और मेरा दोनों का ही मन लगा रहे

आगे कहती हैं कि आज बड़े बड़े अधिकारियों से अगर आप पूछेंगे तो यही बताएंगे कि वे सरकारी स्कूल में पढ़ी हुई सरकारी स्कूल बड़ा बुरा नहीं होता लोगों को इसके लिए कदम उठाने की जरूरत है प्राइवेट स्कूलों में भी पढ़ाई वैसी ही होती है जैसे यहां पर होती है चीजें घर पर निर्भर करती हैं घर वाले इस तरीके से बच्चों का ध्यान देते हैं और समाज को और ध्यान देने की जरूरत है

उज्जवल पोरवाल ने अपने बेटे सक्षम पोरवाल को नर्सरी में दाखिले दिया है बता दी कि रायपुर में जहां पहला ऐसा सरकारी स्कूल है जहां प्री नर्सरी की कक्षाएं भी लगती है डिप्टी कलेक्टर उज्जवल पोरवाल और उनकी पत्नी रुचि जो खुद ही व्याख्याता है इस परिवार ने इसे शांति नगर में अपने बच्चे ही सक्षम पोरवाल को नर्सरी में दाखिला दिलाया है



Conclusion:बाइट - जिला शिक्षा अधिकारी जी के चंद्रकार

वॉक थ्रू
Last Updated : Aug 2, 2019, 5:55 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.