रायपुर: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इंफ्रास्ट्रक्चर कामों पर ज्यादा ध्यान दे रही है. बता दें, रायपुर टिटलागढ़ सेक्शन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, ईस्ट कोस्ट रेलवे का महत्वपूर्ण सेक्शन है.
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रायपुर टिटलागढ़ दोहरीकरण परियोजना बहुत ही महत्वपूर्ण परियोजना है, जिसके तहत लगभग 203 किलोमीटर पटरियों को बिछाया जाना है. इसमें से लगभग 119 किलोमीटर दोहरीकरण का कार्य किया जा चुका है और अब 84 किलोमीटर का कार्य प्रक्रिया अधीन है. रायपुर टिटलागढ़ दोहरीकरण परियोजना ईस्ट कोस्ट रेलवे और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की ओर से अपने-अपने क्षेत्राधिकार में पूरी की जानी है.
अगले वित्तीय साल में पूरा कर लिए जाने का लक्ष्य रखा गया
ईस्ट कोस्ट रेलवे ने 175 किलोमीटर दोहरीकरण कार्य में से लगभग 120 किलोमीटर तक का काम पूरा कर लिया है. लगभग 55 किलोमीटर शेष कार्य किया जाना है. रायपुर लखोली के मध्य ये कार्य अगले वित्तीय साल में पूरा कर लिए जाने का लक्ष्य रखा गया है. साथ ही रायपुर मांढर लखोली का मॉडिफिकेशन भी किया जाना है.
व्यापारियों का छत्तीसगढ़ आवागमन होता रहता है
उक्त सेक्शन में दोहरीकरण कार्य हो जाने से विशाखापट्टनम और पुरी जाने वाली गाड़ियों के परिचालन में गतिशीलता आएगी. इसका सीधा फायदा यात्रियों को मिलेगा. इस रूट पर आंध्र और ओडिशा के व्यापारियों का छत्तीसगढ़ आवागमन होता रहता है, व्यवसायिक दृष्टि से भी इस रूट की उपयोगिता बढ़ जाती है. साथ ही माल परिवहन की संभावनाएं बनने से माल ढुलाई में भी इजाफा होगा.